Tuesday, December 12, 2023

खूबसूरती के साथ ही अगर भीड़-भाड़ से बचना है तो इन सात जगहों के बारे में जान लीजिए

बहुत सारे लोग घुमने-फिरने के बेहद शौकीन होते हैं। हम सभी भिन्न-भिन्न स्थलों पर घुमना बहुत पसंद करते हैं। घुमने से हमें प्राकृतिक सुन्दरता के साथ-साथ भैगोलिक संरचना के बारे में भी जानकारी मिलती है। शायद ही कोई हो जिसे घूमना पसंद नहीं हो लेकिन कोरोना महामारी से हुए लॉकडाउन की वजह से हम सभी बहुत दिनो से घर के अंदर कैद थे।

नये वर्ष का आगमन होने वाला है तथा कोरोना की वैक्सीन भी मार्केट में आने के लिये तैयार है। ऐसे में कई महिनों से घर में बंद सभी लोग ट्रैवल के लिए ख़ूब सारी प्लानिंग भी कर रहें हैं। यदि देखा जाये तो ऐसे में भीड़ होना लाजमी है। परंतु आज हम आपको कुछ ऐसी बेहद खुबसूरत जगहों के बारे में बताने जा रहें हैं जहां अधिक भीड़ नहीं होने की वजह से कोरोना का डर भी नहीं होगा, साथ ही सभी लोग शांतिपूर्वक प्रकृति की सुन्दरता का लुफ्त उठा सकेंगे। आज हम आपको बताने वाले हैं, उत्तराखंड के कुछ जगह के बारे में।

आइये हम जानते हैं, उत्तराखंड (Uttarakhand) के कुछ ऑफ़-बीट डेस्टिनेशंस के बारे में

  1. मनुस्यारी :- यह हिमालय की गोद में बसा हुआ है। यह स्थल ट्रैकिंग करने वालों के लिये स्वर्ग माना जाता है। पंचौली चोटियों से घिरा और सूर्य की रोशनी से सराबोर मनुस्यारी सबको अपनी प्राकृतिक सुंदरता से मोहित कर देता है। यहां से कुछ ग्लेशियर, खलिया टॉप, नन्दादेवी मंदिर, चिपलकोट बुग्याल आदि तक ट्रैक किया जा सकता है।
Manushyai Himalaya
  1. लोहाघाट :- लोहाघाट लोहावती नदी के किनारे बसा हुआ है। यह चंपावत जिले के मुख्यालय से लगभग 14KM दूर है। यह चारों तरफ से छोटी-छोटी पहाड़ियों से घिरा हुआ है। मनोरम प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण यह जगह ऐतिहासिक और पौराणिक दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण है। लोहाघाट गर्मी के मौसम में बुरांश के फूलों से भरा हुआ रहता है।
Lohghata
  1. चोपता :- यह उत्तराखंड के केदारनाथ वन्यजीव अभ्यारण का एक हिस्सा है। यह सदाबहार जंगल और मैदानी क्षेत्रों वाला एक छोटा सा चित्र है। इसके अलावा यह ट्रैकिंग करके तुंगनाथ जाने वालों के लिए बेस भी है। यहां से ट्रैकिंग करते हुए पंच केदार मंदिर से चंद्रशिला शिखर तक जाया जा सकता है।
Chopata
  1. कौसानी :- यह उत्तराखंड के अलमोड़ा जिले से 53 KM दूर बागेश्वर जिले में स्थित है। यहां से विशाल हिमालय के अलावा नंदाकोट, त्रिशूल और नन्दा देवी पर्वत का शानदार नजारा देखने को मिलता है। यह एक पर्वतीय शहर है जो चीड़ के घने पेड़ों के बीच एक पहाड़ी की चोटी पर बसा हुआ है।यहां से सोमेश्वर, गरुड़ और बैजनाथ कत्यूरी की बेहद सुन्दर घाटियों का अद्वितीय नजारा देखने को भी मिलता है।
Kausani
  1. खिर्सू :- खिर्सू पौड़ी-गढ़वाल में स्थित है। यह पीडी से सिर्फ 19 km दूर है। यह बेहद शान्त जगह है। खिर्सू की शांति को सिर्फ पक्षियों की चहचहाट ही शांति भंग करती है। इसके आसपास ओक, देवदार, और सेब के बगीचो में घूमने का भी अलग मजा है। खिर्सू से कई चोटियों का बहुत ही सुन्दर और साफ नजारा देखा जा सकता है।
Khirsu
  1. पंगुत :-
Pangut

यह नैनीताल में पड़ने वाला एक छोटा सा गांव है। यह नैना पीके रेंज के घने जंगल के बीच कुमाऊं में स्थित है। यह स्थल पक्षी प्रेमियों के स्वर्ग के रूप में प्रसिद्ध है। यहां लगभग 150 से अधिक प्रजातियों की पक्षी निवास करते हैं। यहां से स्नो व्यू पॉइंट और किलबरी के ओर जाया जा सकता है। यहां से पक्षियों को बहुत आराम से देखा जा सकता है। यह गांव नैनीताल से 13 KM दूर है।

  1. माणा :- उत्तराखंड के चमोली जिले का यह गांव ऑफ़-बीट डेस्टिनेश्ंस सबसे दूर है। यह इस क्षेत्र में भारत का आखिरी गांव है, जिसके दूसरी ओर चीन है। यह गांव कई महिनों तक बाकी देश से कटा रहता है। इस गांव का धार्मिक महत्त्व भी है। स्थानीय लोगों का मनाना है कि यह वहीं स्थान है जहां से पांडवों ने स्वर्ग की यात्रा आरंभ किया था। यहां के झरने का सरगम और पहाड़ों का जादू सभी के दिल मे उतर जायेगा।
Mana

The Logically उम्मीद करता है कि पाठकों को इन सात डेस्टिनेशन्स के बारे में पढ़कर कुछ नए जगह के बारे में जानने को मिला होगा जो घूमने जाने की प्लैनिंग करने में मदद करेगा।