बीतें कुछ महीनों की यादें जब कभी मन में दोबारा ताज़ा होती हैं तो लेनिन का एक फेमस वाक्या याद आता है कि “कभी कई साल निकल जाते हैं और कोई बदलाव नहीं होता और कभी कुछ हफ्तों या दिनों में ही एकाएक बड़ा बदलाव हो जाता है।” कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन ने कई चीजें अस्त व्यस्त कर दी। सबसे अधिक क्रांति किसी क्षेत्र में देखने को मिल रही है तो वह है शिक्षा जगत।
ऑनलाइन स्टडीज चैलेंज से कम नहीं
ब्लैकबोर्ड से सीधा मोबाइल स्क्रीन पर नजरें टिकने लगी। स्कूल की घंटी तो नहीं बजती लेकिन क्लास ओवर का अनुमान समय के हिसाब से हो जाता है। यही तो डिजिटलीकरण है शिक्षा में नई क्रांति। खैर डिजिटल इंडिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है और अब शिक्षा जगत में भी जमीनी स्तर पर डिजिटल तकनीक उनके सपनों को साकार करने में एक नया मोड़ ले रही है।
BYJUS की इस पहल से मिलेगा टीचर्स – स्टूडेंट्स को फायदा
डिजिटलीकरण में खुद को ढाल पाना टीचर्स और स्टूडेंट्स दोनों के लिए ही काफी चैलेंजिंग रहा।अब भी इस समस्या से कई टीचर्स जूझ रहे हैं कि किस तरह वह ऑनलाइन मोड में बच्चों के साथ ढल सकें। इसके लिए BYJUS एक अच्छी पहल लेकर आया है।
BYJUS ने राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) National Skill Development Corporation (NSDC) के साथ एक एग्रीमेंट साइन किया है। यह कदम प्रमुख तौर पर स्किल इंडिया मिशन का हिस्सा है ताकि टीचर्स और ट्रेनर्स को डिजिटल स्किल्स सिखाया जा सके। क्योंकि अब सभी स्टूडेंट्स पूरी तरह से ऑनलाइन स्टडीज पर निर्भर है तो शिक्षा के तौर तरीकों में भी काफी अहम बदलाव आया है। छात्रों को सीखने की प्रक्रिया को आकर्षक, इंटरैक्टिव और प्रभावी बनाने के लिए डिजिटल टूल को समझना बहुत जरूरी है।
टीचर्स को मिलेगा फ्री स्टडी मटेरियल और एक्सेस
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार BYJU’S टीचर्स की मदद करने के लिए अपने स्टडी मटेरियल और उपकरणों का मुफ्त एक्सेस देगा और एनएसडीसी के तहत टीचर्स के कंफर्ट के लिए स्टडी मटेरियल (स्कॉलैस्टिक और नॉन-स्कोलास्टिक) को मुफ्त लाइसेंस के रूप में साझा करेगा। इससे स्टूडेंट्स को भी मदद मिलेगी।
BYJUS में, हमारा लक्ष्य हमेशा से स्टूडेंट्स के लिए स्टडी मटेरियल को और भी बेहतर बनाना है। साथ ही हमारी कोशिश होती है कि हम टीचर्स तक बेस्ट कंटेंट गाइड करने के लिए पहुंचा सकें।
बैजू रवींद्रन, संस्थापक सीईओ, BYJUS
कोविड-19 के बाद की दुनिया में कई तरह की चुनौतियां मौजूद रहेंगी चाहे स्कूल कितना ही बड़ा या छोटा क्यों न हो। शिक्षा एक क्रांति के दौर से गुज़र रही है ऐसे में टेक कम्पनियों की ओर से ऐसे कदम सराहनीय है।