अक्सर हम देखते है कि बड़े ओहदे वाले लोग अपने पावर का सही से इस्तेमाल नहीं करते है या यू कहें तो वे अपना फर्ज सही तरह से नहीं निभाते है। आम जनता का कार्य करने के लिये वह बार-बार दफ़्तर के चक्कर कटवाते हैं, फिर भी जल्दी कोई हल नहीं निकल पाता। लेकिन यदि कोई बड़ा आदमी अपने पावर का सही ढंग से इस्तेमाल करे तो किसी के जीवन में बदलाव के साथ खुशियां भी आ सकती है।
आज की यह कहानी भी कुछ ऐसी ही है। यह एक ऐसे IAS की कहानी है जिसने अपने पद की शक्ति का सही इस्तेमाल कर एक बूढ़ी अम्मा के जीवन में खुशियां भर दी। आइये जानते हैं, आखिर उस IAS ने ऐसा क्या किया।
यह घटना मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर (Gwalior) जिले की है जहां एक 70 वर्ष की बुजुर्ग महिला के बिते कई वर्षों का दर्द कलेक्टर साहब ने सिर्फ एक घंटे में ही दूर कर दिया। उस बुजुर्ग महिला का नाम लाजवंती है। वह अपनी फरियाद लेकर शहर के कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के पास गईं थी, जहां से वह खुशी खुशी लौटी।
कलेक्टर के जनसुनवाई में पहुंची 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला
लाजवंती शहर के मामा बाजार के हैदरगंज की रहने वाली है। वह कलेक्टर के जनसुनवाई में अपनी पुकार लेकर पहुंची। DM कौशलेंद्र विक्रम सिंह (Kaushalendra Vikram Singh) जब सभी आवेदकों से मिलते हुये उस बुजुर्ग महिला के पास पहुंचे तो 70 वर्षीय लाजवंती ने बहुत ही दुख भरे शब्दों में कहा, “साहब पानी के लिये भटकते भटकते अब मैं बूढ़ी हो गईं हूं, कई वर्षों से दूसरों के घर से पानी भरकर अपना जीवन व्यतीत कर रही हूं, मेरे घर पर एक नल कनेक्शन करवा दीजिये।” बूढ़ी अम्मा ने यह भी कहा कि कई बार अधिकारियों से नल लगवाने की गुहार लगा चुकी हूं लेकिन अभी भी पानी के बूंद-बूंद के लिये तरसना पड़ता है।
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1 घंटे में ही लगे 2 नल
लाजवंती की गुहार सुनकर कलेक्टर साहब ने फौरन ही नगर निगम के अधीक्षक यंत्री को फोन किया और पुछा कि नये नल कनेक्शन के लिये कितने रुपये का खर्च आता है तथा कनेक्शन होने में कितना वक्त लगता है। कलेक्टर के इस सवाल पर अधीक्षक यंत्री ने बताया कि नये नल कनेक्शन का शुल्क 1700 रुपए है और 1 घंटे में कनेक्शन लग जाता है। इसके बाद कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने अपने पद का सही इस्तेमाल और फर्ज को निभाते हुये फौरन उस बुजुर्ग महिला (लाजवंती) के घर नल कनेक्शन लगाने का आदेश दिया। फिर उन्होंने अपने एक कर्मचारी के साथ लाजवंती को घर भेजा, जब वह घर पहुंची तो नल लगने का कार्य आरंभ हो चुका था।
लाजवंती के जीवन में महज एक घंटे में जो चमत्कार हुआ, उन्होंने उसकी उम्मीद नहीं की थी। बुर्जुग लाजवंती के घर 2 नल लग चुके हैं, जिनमें से एक नल पुरानी लाइन से और दूसरा अमृत परियोजना के तहत लगाया गया। लाजवंती के वर्षों का यह दुख कलेक्टर ने 1 घंटे मे दूर कर दिया जिसके लिये उस बुर्जुग लाजवंती ने उन्हें हृदय से धन्यवाद दिया है।
वाकई कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बहुत ही सराहनीय कार्य किया है। यदि सभी अधिकारी उन्हीं की तरह अपने फर्ज को निभाये तो ऐसी समस्या फिर कभी नहीं होगी। The Logically कौशलेंद्र विक्रम सिंह को उस महिला के कष्ट को दूर करने के लिये उन्हें बहुत-बहुत धन्यवाद देता है।