Wednesday, December 13, 2023

छोटी से गलती के कारण दूर हुए IAS बनने के सपने से मगर नहीं मानी हार और बने IAS

प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में एक लक्ष्य होता है, जिसे पाने के लिए वह हर संभव प्रयास करता है। कभी-कभी लाख प्रयास करने के बाद भी सफलता पाना मुश्किल हो जाता है। जरा सोचिए कि अगर कोई व्यक्ति यूपीएससी (UPSC) की तैयारी में दिन-रात एक कर देता है और किसी एक गलती की वजह से उसका आवेदन रद्द हो जाय, तब उस पर क्या बितेगी? कुछ ऐसा ही झांसी के रहने वाले अनुज प्रताप सिंह के साथ हुआ। अनुज की एक छोटी सी गलती की वजह से उन्हें इंटरव्यू से मात्र 10 दिन पहले उनका आवेदन रद्द कर दिया गया।

आखिर अनुज ने क्या गलती की?

अनुज प्रताप सिंह झांसी के रहने वाले हैं। उनका सपना आईएएस (IAS) बनना था पर उनकी एक छोटी सी गलती के कारण उनका आवेदन रद्द कर दिया गया। उन्होंने अपने एप्लीकेशन फॉर्म में गलत डेट ऑफ बर्थ भर दिया था, जिसके कारण इंटरव्यू से मात्र 10 दिन पहले उनका आवेदन रद्द कर दिया गया। आवेदन रद्द करने के बाद यूपीएससी के इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में केस फाइल किया है। आईएसएस (IAS) ऑफिसर बनने के लिए अनुज को बहुत से परेशानियों का सामना करना पड़ा, परंतु उन्होंने हार नहीं मानी और अपने सपनों को साकार किया।

Success story of becoming an IAS officer Anuj Pratap Singh

साल 2016 में शुरू की यूपीएससी (UPSC) की तैयारी

साल 2016 में अनुज ने अपना पहला एटेम्पट दिया था। पहले एटेम्पट में वह इंटरव्यू स्टेज पर पहुंचे पर सिलेक्शन लिस्ट में अपनी जगह नहीं बना पाए। इसके बाद साल 2017 में उन्होंने दोबारा प्रयास किया और एक बार फिर प्रीलिम्स और मेंस परीक्षा पास कर ली, जिसके बाद वह इंटरव्यू की तैयारी में लग गए। इंटरव्यू की तैयारी कर ही रहे थे कि उससे मात्र 10 दिन पहले ही उन्हें यूपीएससी की तरफ से एक पत्र मिला, जिसमें उनका कैंडिडेचर रद्द करने की बात लिखी थी। अनुज की माने तो उस पत्र में DOB भरते समय अपना date of birth 30 मार्च 1991 की जगह 31 मार्च 1991 भर दिया था, जिसकी वजह से उन्हें परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया।

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कोर्ट में यूपीएससी (UPSC) के फैसले के खिलाफ की अपील

अनुज ने यूपीएससी (UPSC) के लिए फैसले के खिलाफ केंद्रीय प्रशासन न्यायाधिकरण में अपील दायर की, जिसके बाद सीएटी ने अंतरिम आदेश जारी कर उन्हें इंटरव्यू देने के लिए अनुमति दे दी। इसके बाद फाइनल लिस्ट में नाम आने के बावजूद भी उनका रिजल्ट रोक दिया गया। उन्होंने बताया कि वह समय इनके लिए काफी संघर्ष भरा था, क्योंकि आईएएस (IAS) बनने के बावजूद भी वह ज्वाइन नहीं कर सके थे। फिर भी अनुज ने हार नहीं मानी और इस रिजल्ट के विरुद्ध कोर्ट में केस फाइल किया और साथ ही एक और साल बर्बाद करते हुए साल 2018 की परीक्षा की तैयारी भी शुरू कर दिया।

कोर्ट केस दर्ज करने के साथ ही करते रहे परीक्षा की तैयारी

हाईकोर्ट ने कुछ दिनों बाद अनुज प्रताप की अर्जी को खारिज कर दी थी, इसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर की। उन्होंने कहा कि मैंने कभी भी अपने हौसले को खोने नहीं दिया और निराश होकर बैठने का विकल्प कभी मेरे दिमाग में नहीं आया। वह अपने लक्ष्य को पाने के लिए हर संभव प्रयास करते। उन्होंने साल 2018 में फिर से परीक्षा दी और इस साल भी प्रीलिम्स और मेंस परीक्षा पास किया।

Success story of becoming an IAS officer Anuj Pratap Singh

तीन बार कोशिश करने के बाद बने आईएएस (IAS)

अनुज ने अपनी इस अवस्था के बारे में कहा कि एंग्जायटी, स्ट्रेस क्या होता है, यह मुझे अब पता चलना शुरू हुआ था जो तैयारी के दौरान कभी नहीं चला। वह कई मुश्किलों का सामना करते हुए आगे बढ़ ही रहे थे, तभी सुप्रीम कोर्ट ने भी इनके अपील को ख़ारिज कर दिया। इसके बाद अनुज ने खुद पर विश्वास और अपने लक्ष्य के तरफ अग्रसर हुए और साल 2018 में उनकी मेहनत की वजह से उन्होंने परीक्षा पास कर ली।

यूपीएससी (UPSC) की तैयारी कर रहे उम्मीवारों के लिए अनुज ने दिए सलाह

अनुज ने अपनी एक छोटी सी गलती की वजह से बड़ी क़ीमत चुकाने के बाद, उन्होंने कहा कि हमारी छोटी सी गलती भी हमारे जीवन को बदल कर रख सकती है। हमें अपनी गलतियों से सबक लेकर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने ने यह भी सलाह दी कि हमें अपने परिवार को हमेशा साथ लेकर चलना चाहिए क्योंकि उनका सपोर्ट हमारे जीवन में बहुत जरूरी होता है। वह कहते हैं कि कोई ज़रूरी नहीं कि अगर हम हार्डवर्क करेंगे तभी सफलता मिलेगी। यदि आप पूरे मेहनत और लगन से कोई भी कार्य करें तो एक ना एक दिन सफलता ज़रुर मिलेगी।