Wednesday, December 13, 2023

नौकरी छोड़कर शुरू की खेती, अब कमा रहे 80 लाख सालाना

हमारा देश कृषि प्रधान देश है, क्योंकि यहां किसान खेती नहीं करते बल्कि पौधों का ख़्याल बच्चों की तरह ख़्याल रखते हैं। आज के हमारे इस लेख में आपको बिहार के एक ऐसे किसान के विषय में जानकारी मिलेगी, जो अपनी जॉब छोड़ खेती से जुड़े और आज उनका वार्षिक टर्नओवर 80 लाख रुपए है।

बिहार के सुधांशु कुमार

सुधांशु कुमार (Sudhanshu Kumar) बिहार (Bihar) के समस्तीपुर (Samastipur) से ताल्लुक रखते हैं। यह 70 बीघा भूमि में मॉर्डन पद्धति को अपनाकर खेती कर रहे हैं और साल में 80 लाख रुपये कमा रहे हैं। वह टाटा टी प्रबन्धक में जॉब करते थे, लेकिन उसे छोड़ खेती से जुड़ गये। (Micro Sprinkler & Percolation System)

Farmer earning lakhs through Micro Sprinkler & Percolation System

खेतों में लगे हैं कैमरे

वह अपने खेतों की सिंचाई माइक्रो स्प्रिंकलर एवं टपकन प्रणाली द्वारा करते हैं। जिस कारण बागानों में लगे लीची के पेड़ों को उचित तापमान मिलता रहता है। पौधों की देखभाल एवं सिंचाई के लिए उन्होंने अपने खेतों में वायरलेस ब्रॉडबैंड इंटरनेट नेटवर्क इंक्लूड किया है। उन्होंने अपने खेतों में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं, जिससे उन्हें अधिक मदद मिलती है। (Micro Sprinkler & Percolation System)

Farmer earning lakhs through Micro Sprinkler & Percolation System

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लगाएं हैं 27000 पेड़

70 बीघा के ज़मीन में उन्होंने 27000 फलों के पौधे लगाए हैं। फलों में उन्होंने अमरुद, मौसमी, नींबू, शरीफा, लीची, केला, जामुन, बेर, बेल, चीकू, कटहल एवं मीठी इमली आदि लगाई है। इससे उन्हें साल में 80 रुपए की आमदनी हो जाती है। उन्होंने जानकारी दिया कि उन्हें लीची से लगभग 50 लाख रुपए, आम से 13 लाख, केले से 35 लाख एवं अन्य पौधों से भी अधिक लाभ होता है। (Micro Sprinkler & Percolation System)

Farmer earning lakhs through Micro Sprinkler & Percolation System

करते हैं पशुपालन भी

ऐसा नहीं कि वह सिर्फ़ खेती ही करते हैं। वह कड़कनाथ मुर्गा पालन के अतिरिक्त डेयरी फार्म का भी कार्य कर रहे हैं। उन्होंने पोल्ट्री फॉर्म खोला है एवं विभिन्न प्रकार की नस्ल की गायों द्वारा डेयरी फार्म में चला रहे हैं। (Micro Sprinkler & Percolation System)

Farmer earning lakhs through Micro Sprinkler & Percolation System

मिला है अवॉर्ड भी

वह अपने नयानगर पंचायत के मुखिया भी है, आधुनिक पद्धति को अपनाकर खेती करने और लाभ कमाने के लिए बहुत से पुरस्कार मिल चुके हैं। उन्हें वर्ष 2010 में जगजीवन राम अभिनव किसान अवार्ड, बेस्ट मैंगो ग्रोअर अवार्ड, रोल मॉडल अवॉर्ड और माधवी-श्याम एजुकेशनल ट्रस्ट के न्यासी बोर्ड भी प्राप्त हैं। वर्ष 2014 में महिंद्रा समृद्धि इंडिया एग्री अवार्ड्स और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसके खेती के विषय में उनके खेतों के जायजा ले चुके हैं। (Micro Sprinkler & Percolation System).