हर काम को करने के लिए लगन और मेहनत की आवश्यकता होती है। किसी भी काम को सच्चे दिल से और मेहनत से किया जाता है तो उसमें सफलता जरुर हासिल होती है। ऐसे ही एक छात्र ने खेतों में काम करते हुए बिहार के मैट्रिक परीक्षा में पूरे बिहार में टॉप 10 लिस्ट में अपना नाम शामिल कर लिया है। इसके साथ-साथ अपनी जिला में भी टॉप किया है। आईए जानते हैं इसे लड़के की सफलता की कहानी।
त्रिवेणी नारायण प्रिय (Triveni Narayan Priye) रोहतास (Rohtas) जिले के डेहरी ऑन सोन Dehri on Sone) उत्क्रमित मध्य विद्यालय गंगोली (Gangoli) स्कूल से अपनी शिक्षा प्राप्त किए। यह अपने 11 भाई बहन में 5 नंबर पर आते हैं। इनके पिता हनुमान महतो एक किसान हैं और त्रिवेणी अपने पिता के साथ खेतों के कामों में हाथ बटाते थे। कोरोना की वजह से स्कूल में ज्यादातर छुट्टियां रहती थी। जिसके कारण त्रिवेणी नारायण ऑनलाइन पढ़ाई करते थे। अगर इन्हें किसी भी प्रश्न में कोई दिक्कत होती थी तो वे अपने गांव में ही ट्यूशन पढ़ने जाते थे और वहां के शिक्षकों से अपनी समस्या का समाधान करते थे।
त्रिवेणी नारायण (Triveni Narayan) पढ़ाई के साथ-साथ अपने पिता के साथ खेतों में काम किया करते थे। खेतों में काम करने के बाद भी त्रिवेणी ने पूरे बिहार में अपने और अपने मां-बाप का नाम रोशन किया। अपने जिला में टॉप करने के साथ-साथ पूरी बिहार में टॉप टेन लिस्ट में अपना नाम शामिल कर लिए। त्रिवेणी नारायण मैट्रिक परीक्षा से पहले घनों की कटाई रहे थे। अपने पिता के साथ खेतों में काम करने से त्रिवेणी को खेती-बाड़ी के बारे में काफी कुछ जानकारी प्राप्त हो चुकी है। खेतों में काम करने के साथ-साथ या अपने पढ़ाई पर भी काफी ध्यान दिया करते थे।
त्रिवेणी नारायण ने अपनी लगन और मेहनत से परीक्षा की तैयारी की जिसके बाद उनकी यह मेहनत रंग लाई। त्रिवेणी नारायण की इस सफलता को देखते हुए इनके गांव में काफी खुशी का माहौल बना हुआ है। साथ साथ त्रिवेणी नारायण प्रिय की मां धर्मशाला देवी अपने बच्चे के इस सफलता को देख कर के काफी खुश हैं। और कहती है कि मेरे बच्चे ने यह सफलता पाने के लिए जी तोड़ मेहनत किया है। खेतों में काम करने के बावजूद भी इसने पढ़ाई को कभी नहीं छोड़ा और लगातार परिश्रम करता रहा। आज हम अपने बच्चे के इस सफलता को देखकर काफी खुश हूं।
त्रिवेणी नारायण प्रिय (Triveni Narayan Priye) का नाम जब बिहार के टॉप 10 लिस्ट में शामिल हुआ। तो रोहतास के जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार (Dharmendra Kumar) ने भी त्रिवेणी को शुभकामनाएं दिए हैं। धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि हम त्रिवेणी के इस सफलता को देखकर के हम इसके आगे की भविष्य को उज्जवल होने की कामना करता हूं। और त्रिवेणी ऐसे ही अपने मेहनत और लगन से आगे की पढ़ाई करते रहे और अपने अपने मां बाप का अपने गांव का साथ-साथ जिले और राज्य का नाम रोशन करते रहें।
त्रिवेणी नारायण प्रिय (Triveni Narayan Priye) की इस सफलता को देखकर हमें यह प्रेरणा मिलती है कि हम किसी भी काम को मेहनत लगन और शिद्दत के साथ करें तो उसमें सफलता जरूर हासिल होती है।