Wednesday, December 13, 2023

कमाल का जुगाड़: यह देसी साइकिल बिना पैडल मारे 40 KM चलती है, चार्ज करने का भी झंझट नही

आज के वर्तमान युग में पेट्रोल के दाम इतने बढ़ गए है कि लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।

वाहनों के अलावे इलेक्ट्रिक साईकल (Electric cycle) भी आजकल ज्यादा प्रचलन में है।साइकिल का ही एक प्रकर होता हैं। एक साइकिल जिसमे पारम्परिक साइकिल की तरह पेडल तो होते ही हैं साथ में आप इसे एक एकीकृत इलेक्ट्रिक मोटर (instigated electric motor) की सहायता से भी चला सकते हैं। आज हम आपको एक अनूठे Electric Cycle के बारे में बताएंगे जो बिना पैडल मारे 40 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है।

गुरसौरभ ने किया कमाल ( Dhruv Vidhyut
Electric cycle)

इस खास किस्म के इलेक्ट्रिक साइकिल का निर्माण जिस व्यक्ति ने किया है उनका पूरा नाम गुरसौरभ सिंह है। उन्होंने अपने मेहनत और लगन से इस साइकिल को बनाया है। गुरसौरभ के इस साइकिल की तारीफ उधोगपति आनंद महिंद्रा ने भी की है। उन्होंने गुरसौरभ के इस प्रोजेक्ट पर निवेश करने की भी बात कही है। आनंद महिंद्रा ने कई ट्वीट करके इस साइकिल की प्रशंसा भी की है।

इस अनोखी साइकिल का वीडियो देखें

खास तरह का डिवाइस (Dhruv Vidhyut Electric cycle)

इस खास तरह के इलेक्ट्रिक साईकल में कई खूबियां हैं। इस साइकिल को लोग बिना खर्च किए भी चला सकते हैं। दरअसल,गुरसौरभ किसी भी साइकिल को इलेक्ट्रिक साइकिल में तब्दील कर सकते हैं। उन्होंने साइकिल को इलेक्ट्रिक पावर देने वाला एक किफायती और बेमिसाल डिवाईस बनाया गया हैं जिसके द्वारा किसी भी कंपनी के साइकिल को इलेक्ट्रिक साइकिल में बदला सकता है।

पैडल मारने से चार्ज (Electric cycle)

माम खूबियों में एक खूबी यह भी है कि गुरसौरभ सिंह के द्वारा बनाए गए साइकिल अगर चार्ज नही है तो फिक्र करने की कोई बात नही है इस पैडल मार के भी चार्ज किया जा सकता है। सड़क पर यह साइकिल 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ दौड़ेगी। अगर आप किसी भारी वस्तु को इससे ले जाना चाहते है तो इसमें भी परेशान होने की बात नही है। यह साइकिल 170 किलोग्राम तक का वजन ढो सकती है। (Dhruv Vidhyut Electric cycle) साइकिल को फूल चार्ज करने पर यह पूरे 40 किलोमीटर तक कि दूरी आसानी से तय कर पाएगी।

Dhruv Vidhyut electric cycle
Dhruv Vidhyut Electric cycle by गुरसौरभ सिंह

आसानी से फ़ीट इलेक्ट्रिक मोटर
(Electric cycle)

इस साइकिल में लगी एकीकृत इलेक्ट्रिक मोटर को ऊर्जा एक बैटरी के द्वारा मिलती हैं। जो साइकिल के साथ ही जुडी हुई होती हैं। आप जब चाहे अपनी इच्छा से साइकिल को पेडल या फिर मोटर से चला सकते हैं और इसमें तो पैडल मारने पर बैटरी चार्ज भी होती रहेगी मतलब आप अपनी सेहत का ध्यान रखने के साथ-साथ बैटरी भी चार्ज करते रहते हैं जिसे आप जब चाहे उपयोग कर सकते हैं। साइकिल पर 20 मिनट पैडलिंग करने पर इसकी बैटरी खुद ही 50 प्रतिशत तक चार्ज हो सकती है। Dhruv Vidhyut Electric Cycle को आप आग और पानी दोनों से भी बचा सकते हैं क्योंकि यह फायर प्रूफ और वॉटर प्रूफ भी है।

मार्केट में लॉच पर विचार

भारतीय अरबपति व्यवसायी आनंद महिंद्रा के द्वारा इस साइकिल को बाजार में लांच की भी बात कही गई है। कई खूबियों वाले इस साइकिल पर वह विचार करेंगे कि इसे मार्केट में कब लॉच किया जाए। गुरसौरभ सिंह के इस प्रयास की जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है।

Disclaimer: इस साइकिल की गुणवत्ता के बारे में हम किसी भी तरह की पुष्टि नही देते हैं। इस आर्टिकल को The Logically पर लिखने का केवल एक उद्देश्य है कि हम अपने पाठकों के साथ इस जानकारी को साझा कर सकें। इसे खरीदने के पहले आप अपनी तरफ से जरूर जांच लें

The Logically के लिए इस आर्टिकल को शुभम झा ने लिखा है।