Wednesday, December 13, 2023

पिता बेचते हैं नींबू पानी , बेटी फुटपाथ पर स्ट्रीट लाईट में पढाई कर पास की परीक्षा !

सच्ची लगन के साथ बेहतर प्रयास किए जाएं तो विषम परिस्थितियाँ भी बौनी साबित हो जाती है ! इस बात को सच साबित किया है 17 वर्ष की आसमा सलीम शेख ने ! आर्थिक रूप से बेहद कमजोर और फुटपाथ पर अपने पिता के साथ रहने वाली आसमा ने 10वीं की परीक्षा पास की है ! आसमा ने अपने विपरीत हालात से जूझते हुए बाधाओं को पार किया है सफलता पा कर खुद की काबिलियत को सिद्ध किया ! आईए जानते हैं आसमा के बारे में….

फूटपाथ पर रहती हैं आसमा

Asma Salim sekh  के बुरे हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनके पास रहने के लिए कोई घर नहीं है ! वह मुंबई के सीएसटी स्थित आजाद मैदान के पास फुटपाथ पर अपने परिवार के साथ रहती हैं ! बिना घर का जीवन बिताना कितना दर्दनाक होता है यह अासमा सलीम बखूबी जानती हैं लेकिन वह अपने इन हालातों से कभी नहीं घबराती और बेहतर की उम्मीद लिए प्रयास करती रहती हैं !


आसमा के पिता नींबू शरबत बेचते हैं

फूटपाथ पर रहने के साथ Asma के पिता के पास जीवन-यापन करने के लिए कोई खास ना तो रोजगार था और ना हीं कोई कारोबार करने हेतु पैसे ! ऐसे में अपने परिवार की जिम्मेदारी निर्वहन करने के लिए वे सड़क के किनारे नींबू पानी का ठेला लगाते हैं ! उससे जो कुछ भी थोड़ा आमदनी हो पाता है उसी से अपने परिवार की जीविका चलाते हैं !

पढना चाहती हैं आसमा

यूं तो गरीब लोग अपने बच्चों की पढाई भगवान भरोसे हीं छोड़ देते हैं ! बच्चे भी बड़े होकर पढाई के प्रति कोई रूझान नहीं लेते और अपनी गरीबी को पढाई का बाधक मान पढाई के मार्ग से खुद को पृथक कर लेते हैं लेकिन आसमा सलीम उन बच्चों में से नहीं जो गरीबी को पढाई में बाधक बनने दे ! गरीबी में जीते हुए अपने प्रयास से वह जितनी पढाई कर सकती हैं वह लगातार कर रही हैं ! उनके पिता के पास पैसे नहीं हैं इसके बावजूद भी उन्होंने आसमा को पढाई करने के लिए ट्यूशन भेजा !

10वीं की परीक्षा में हुई उतीर्ण

आसमा सलीम हीरजीबॉय अल्लाह रखा एंड लालजीबॉय साजन गर्ल हाईस्कूल में पढ रही थीं ! इसी वर्ष उन्होंने 10वीं की परीक्षा में शामिल हुई थी ! आसमा इस परीक्षा में 40 प्रतिशत अंक लाकर परीक्षा पास की हैं ! हालांकि यह नम्बर दूसरे बच्चों की अपेक्षा कम है लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि आसमा ने जिस बुरे परिस्थितियों को झेलते हुए पढाई जारी रखी और परीक्षा पास कीं उसके सामने अन्य बच्चे पढाई से मुँह मोड़ लेते हैं ! फूटपाथ पर रहना , शोर-शराबे के बीच पढाई का लगन लगाना और फिर स्ट्रीट लाइट की रोशनी में पढाई करना बेहद मुश्किल होता है लेकिन आसमा सलीम ने उन सारी परिस्थितियों को जिया और बाधाओं को पार कर परीक्षा पास कीं ! अपनी आगे की पढाई के बारे में उन्होंने बताया कि वे आर्ट्स स्ट्रीम में आगे की पढाई करना चाहती हैं !

कुछ लोगों द्वारा आसमा को मदद की पेशकश

प्रतिकूल परिस्थिति में पढाई कर सफलता हासिल करने वाली आसमा सलीम शेख की काबिलियत को देखकर कुछ लोगों ने मदद का हाथ बढाया है ! पूर्व केन्द्रीय मंत्री मिलिंद देवरा ने ट्वीट करते हुए कहा था कि वह आसमा की पढाई में सभी संभव मदद करेंगे ! वहीं शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने एमएमआरडीए के माध्यम से आसमा को एक नौकरी ऐर एक घर देने की बात कही है !

Just spoke to Asma & extended all possible assistance with her college admission.

She reminded me of my late father who also grew up studying on a Mumbai footpath, under a streetlight.

The daughter of a nimbu paani vendor, Asma is entitled to a life of dignity & opportunity! https://t.co/3XHMfDpFug

— Milind Deora मिलिंद देवरा (@milinddeora) July 29, 2020

फुटपाथवर गुजराण करणाऱ्या अस्मा शेखने 10वीच्या परीक्षेत घवघवीत यश मिळवल्याबद्दल तिचे हार्दिक अभिनंदन. या गुणी मुलीच्या स्वप्नपूर्तिसाठी भविष्यात तिला पार्टटाईम नोकरी मिळवून देण्याचा तसेच MMRDAच्या माध्यमातून एक छोटेसे घर मिळवून देण्याचा मी आटोकाट प्रयत्न करणार आहे. @AUThackeray pic.twitter.com/ReM7RwNQ0z

— Pratap Sarnaik (@PratapSarnaik) July 30, 2020

जिन हालातों में आसमा सलीम शेख ने पढाई कर सफलता हासिल की है वह अन्य बच्चों के लिए प्रेरणाप्रद है ! अन्य गरीब बच्चों को आसमा और उनके पिता से सीख लेने की जरूरत है ! The Logically Asma Salim sekh को उनकी सफलता के लिए हार्दिक बधाई और आगे की पढाई हेतु बहुत बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता है !

Logically is bringing positive stories of social heroes working for betterment of the society. It aims to create a positive world through positive stories.