Home Inspiration

बचपन में ही खो दिए थे दोनों हाथ, अब पैरों से कॉपी लिखकर बनना चाहते हैं IAS अधिकारी: प्रेरणा

Bihar's Handicapped Youth Nandlal Kumar Writing exam copy with his feet

कहते हैं न, अगर हौसलें बुलंद हो तो विपरीत परिस्थितियों में भी कठिन से कठिन मंजिल को प्राप्त किया जा सकता है। आपने अपने आस पड़ोस अक्सर ऐसे लोगों को देखा होगा जो परिस्थिति का हवाला देकर अपने सपनों को भूल जाते हैं लेकिन बिहार (Bihar) के मुंगेर के रहने वाले नंदलाल कुमार (Nandlal Kumar) वैसे लोगों के लिए एक सबक बने हुएहैं तथा सबके लिए एक प्रेरणा भी हैं।

बता दें कि, नंदलाल (Nandlal Kumar) ने एक बिजली हादसे में अपने दोनो हाथ गवां दिया है लेकिन उन्होने अपनी शारीरिक अक्षमता को कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दी। हार न मानते हुए उन्होंने अपनी पढ़ाई को जारी रखा और इन दिनों अपनी परीक्षा में अपने पैरों से कॉपी लिखकर लोगों के लिए प्रेरणा के रूप में उभरे हैं।

पिता चलाते हैं एक गुमटी में अपनी दुकान

नंदलाल मुंगेर जिले के एक बेहद हीं साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। इनके पिता का नाम अजय कुमार साह है, जो मुंगेर के हवेली खड़गपुर नगर के संत टोला में एक गुमटी में अपनी दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण किया करते हैं।

बचपन में हीं बिजली करंट की चपेट में आ गए थे नंदलाल

नंदलाल ने बचपन में हीं बिजली करंट की चपेट में आकर अपने दोनो हाथ गवां दिया था। लेकिन हमेशा अपने हौसलें को बुलंद रखा और हार न मानते हुए अपनी पढ़ाई को जारी रखा।

नंदलाल बताते हैं कि, जब उन्होंने बिजली हादसे में अपने दोनो हाथ गवां दिया था तो उनको एक पल के लिए ऐसा लगा था कि अब वे कभी भी अपने आईएएस बनने के सपने को साकार नहीं कर सकते हैं लेकिन उनके दादा जी ने उनके हौसलें को टूटने नहीं दिया और पैर से लिखने का हुनर सिखाया।

यह भी पढ़ें :- हफ्ते में 2 दिन करती थीं पढ़ाई, तीन असफलता के बाद पास की UPSC, बनीं IAS अधिकारी

एग्जाम में दोनो पैर से लिखते हैं कॉपी

नंदलाल (Nandlal Kumar) बचपन से हीं आईएएस बनने के सपने देखते आ रहे हैं, जिसको साकार वे जल्द करने की कोशिश में है। दोनो हाथ नहीं होने के बावजूद भी उन्होंने कभी अपने आप को कमजोर नहीं पड़ने दिया बल्कि अपने हौसले को बुलंद रखकर आगे बढ़ने को ठाना है। वे अपनी परीक्षा में दोनो पैरों से अपनी कॉपी लिखते हैं।

दादा जी में द्वारा बताए हुनर को आजमा कर ननलाल अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने में लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि वे पैर से कॉपी लिखकर इतिहास रचना चाहते हैं

मैट्रिक और बारहवीं की परीक्षा में पाया था पहला स्थान

नंदलाल (Nandlal Kumar) ने साल 2019 में बारहवीं की परीक्षा में शामिल हुए थे और यहां उन्होंने फर्स्ट डिवीजन से पास किया था। वे 500 में से 325 अंक प्राप्त किए थे वहीं साल 2017 में उन्होंने हाईस्कूल की परीक्षा दी थी और इसमें भी उन्होंने फर्स्ट डिवीजन से हीं पास किया था।

फिलहाल वे बीए फर्स्ट ईयर में पढ़ाई कर रहे हैं और इस समय अपनी बीए की परीक्षा आरएस कॉलेज तारापुर में दे रहे हैं। उन्होंने अपने सपने के बारे में बताया कि फ्यूचर में वे आईएएस बनाना चाहते हैं। अभी उनके मेहनत और हौसलें की चर्चा सभी जगहों पर हो रही है।

Exit mobile version