Wednesday, December 13, 2023

सरकारी स्कूल से पढाई कर पहले बने डॉक्टर फिर बने IAS, इनकी सफलता की ऊंचाई देख सब हैरान रह गए

लोगों से अक्सर हम सुनते आए हैं कि बच्चे बड़े-बड़े स्कूलों में पढ़कर उपलब्धि हासिल करते हैं। लेकिन अगर पढ़ाई करने की लगन और जज्बा अंदर हो तो जरूरी नहीं कि जो बच्चे सफलता हासिल किया है वह कन्वेंट स्कूल से पढ़कर हीं हुआ है। ऐसे बहुत से बच्चे हैं जो सरकारी स्कूल में पढ़ कर अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हैं। आज की यह कहानी एक ऐसी लड़के की है जिसने सरकारी स्कूल से पढ़ाई किया और अपने दम पर डॉक्टर बने और आगे UPSC पास कर IAS अधिकारी बनें।

अरुण एस नायर

डॉ. अरुण एस नायर (Arun S Nair) केरल (Kerala) से संबंध रखते हैं। यह उन सभी विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा हैं जो कहते हैं कि अगर हम कन्वेंट स्कूल में नहीं पढ़ रहें है तो हम अपने सपने को पूरा नहीं कर सकते। उन्होंने सरकारी स्कूल से पढ़ाई किया है और एक के बाद एक उपलब्धि हासिल की है। उनके पिता आर्मी से रिटायर हैं और मां गृहिणी हैं। उनकी शिक्षा कोल्लम के गवर्नमेंट स्कूल से सम्पन्न हुई है। आगे उन्होंने MBBS की पढ़ाई की। उनका सपना बचपन से डॉक्टर बनना था लेकिन जब वह एमबीबीएस पास कर डॉक्टर बन गए तो वह आगे यूपीएससी की तैयारी करने लगे।

तीसरी बार किया UPSC पास

अरुण ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की और वह पहला बार परीक्षा दी। वह मेडिकल के फाइनल वर्ष का वक्त था इसलिए परीक्षा में असफल रहे। उन्होंने तीसरा आइटम दिया और उसमें वे सफलतापूर्वक पास किए। वह 55वीं रैंक लाकर IAS बनें। अब हम सबके मन में यह ख्याल आया होगा कि आखिर जब यह डॉक्टर थे तो आईएएस क्यों बने?? क्योंकि उन्हें वह अपने डॉक्टरी वाली लाइफ में निराशा लग रही थी। इसलिए उन्होंने यह निश्चय किया कि वे इससे कुछ अलग करेंगे और उन्होंने आईएस बनने का रास्ता चुना।

बिना कोचिंग के किया पास

अरुण ने अपना ऑप्शनल सब्जेक्ट मेडिकल साइंस रखा। लेकिन उसके लिए उन्हें कहीं भी कोई कोचिंग नहीं मिली जिससे वह तैयारी कर पाएं। तब वह खुद की पढ़ाई से तैयारी में जुट गए। जब वह असफल हुए तब शिक्षक से मिलकर यह सब समझा कि किस तरह उन्हें अपनी तैयारी करनी है। तब यह एनसीईआरटी का बुक, न्यूजपेपर, और शिक्षक की मदद से तैयारी प्रारंभ रखी फिर सफलता प्राप्त की। उनके पास जितना वक्त रहता वह UPSC की तैयारी में लगें रहते। अगर 14 घण्टा वक्त है तो भी 3 घण्टा है तो भी। आखिर उन्होंने अपना लक्ष्य IAS रखा और उसे पाकर सभी UPSC कैंडिडेट्स के लिए उदाहरण बनें।

अपने लक्ष्य को केन्द्रित कर निरन्तर प्रयास और कठिन मेहनत से डॉक्टरी के बाद IAS बन अरूण नायर जी ने प्रेरणा कायम किया है। The Logically अरुण जी की खूब सराहना करता है।