ज्यादातर लोगों की सोच होती है कि वे छोटी रकम के जरिए बिजनेस शुरु करके लाखों रुपयों की आमदनी कमाएं लेकिन चुनिंदा लोग ही इस सपने को पूरा कर पाते हैं। यदि आप कम वजट में अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो इसके लिए खेती सही विकल्प है। अब खेती में भी कई विकल्प हैं, लेकिन खीरे की खेती शुरु करके कम खर्च और कम समय में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है।
इस आर्टिकल के माध्यम से आपको जानने का अवसर प्राप्त होगा कि खीरे की खेती कैसे होती है? साथ ही इसका कारोबार कैसे होता है?
खीरा (Cucumber) गर्मी के मौसम में होता है। इसका फसल चक्र 60 से 80 दिनों में पूरा होता है, लेकिन वर्षा ऋतु के मौसम में खीरे की फसल को अच्छा माना जाता है। इसकी बुआई के लिए फरवरी महीने का दूसरा हफ्ता बेहतर माना जाता है।
वैसे तो खीरे की खेती (Cucumber Farming) हर प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है, लेकिन अच्छी पैदावार के लिए पानी की अच्छी निकासी वाली दोमट या बलुई मिट्टी सर्वोतम है। इसकी खेती नदी या तालाब के किनारे भी होती है। इस खेती को करने के लिए भूमि का pH 5.5 से 6.8 तक अच्छा माना जाता है। (Cucumber Farming)
यह भी पढ़ें :- नौकरी छोड़ शुरू की खेती और पत्थर पर उगाए पेड़, अब बांस की खेती से कमा रहे लाखों रुपए
UP के किसानों के मुताबिक, खेती में फायदा कमाने के लिए खेत में नीदरलैंड के खीरे की बीज सही है। इससे सिर्फ 4 माह में ही 8 लाख रुपये की मोटी कमाई की जा सकती है। इस खास प्रकार के बीज की खासियत यह होती है कि इस खीरे के प्रजाति में बीज नहीं होते हैं। बीज नहीं होने के वजह से इस खीरे की डिमांड रेस्टोरेंट और बड़े होटलों में अधिक होती है।
खीरे की इस प्रजाति की खेती करने के लिए दुर्गा प्रसाद नामक एक किसान ने सरकारी उद्यान विभाग से 18 लाख रुपये की सब्सिडी ली। किसान दुर्गा प्रसाद ने नीदरलैंड (Netherlands) से 72 हजार रुपये में खीरे की इस प्रजाति के बीज मंगवाए। इसकी बुआई करने के लगभग 4 माह बाद ही उन्होंने 8 लाख रुपये तक के खीरे की बिक्री की।
आपको बता दें कि नीदरलैंड के इस खीरे की क्वालिटी और मूल्य सामान्य खीरे से दो गुना अधिक होती है। यदि बाज़ार में देशी खीरे की कीमत 20 रु/किलो का भाव है, तो इस प्रजाति के खीरे का मूल्य 40 से 45 रु/किलो के भाव से बिकता है। इस खीरे के कारोबार के लिए सोशल मीडिया का सहयोग लिया जा सकता है। सलाद के रूप में खीरे की मांग सालभर रहती हैं। (Cucumber Farming)