Tuesday, December 12, 2023

मुर्गियों का मल बहुत उपयोगी होता है, जानिए कैसे करें इसका इस्तेमाल

अगर कोई व्यक्ति कम लागत के साथ किसी व्यवसाय को प्रारंभ करना चाहता है और यह चाहता है कि वह इससे अच्छी लाभ कमा सके तो उसके लिए मुर्गी पालन का व्यवसाय अच्छा होगा क्योंकि अगर हम मुर्गी पालन करते हैं तो इसके अंडे, मांस तथा मुर्गियों के मल से अधिक कमाई कर सकते हैं।

मुर्गी पालन के हैं अनेकों फायदे

मुर्गी के बीट से बनी खाद सस्ती होती है जिस कारण इसका मार्केट में खूब डिमांड है और किसान अपने खेतों में इसे उपयोग के लिए खरीदते भी है। अगर आप मुर्गी के बीट से बनी उर्वरक का छिड़काव अपने खेतों में करते हैं तो इससे फसलों की उपज अच्छी होगी और यह पूरी तरह जैविक होने के कारण सभी के लिए लाभदायक भी होता है। इसीलिए अगर आप मुर्गी पालन का व्यवसाय प्रारंभ करते हैं तो आप इसके अंडे, चिकन तथा बीट से अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें:-बेटी ने माता-पिता को दिया खुबसूरत गिफ्ट, खुद की तस्वीर देख इमोशनल हो गए पिता: Viral Video

मुर्गियों के मल के गुण

जानकारी के मुताबिक जैसे हम यह जानते हैं कि जब लोगों को मुर्गियों के मल के विषय में पता नहीं था तो वे इसके मल फेंक देते थे लेकिन अगर आप ये नहीं जानते हैं तो इस बात को अच्छी तरह अपने दिमाग में बैठा ले कि मुर्गियों का मल बेहद लाभदायक होता है इसीलिए अगर आप एक किसान हैं और मुर्गी पालन कर रहे हैं तो इसके मल को एकत्रित करें जो आपके खेतों में उर्वरक के लिए उपयोग होगा।

होता है बायोगैस का निर्माण

मुर्गियों के बीट से सिर्फ उर्वरक ही नहीं बल्कि बायोगैस का भी निर्माण होता है। उत्तर प्रदेश में इस बात पर सर्च हो रहा है कि किस तरह मुर्गियों के बीट में बायोगैस का निर्माण होता है। खेतों में अगर आपने मुर्गियों के मल के उर्वरक का उपयोग किया है तो इसके लिए अन्य उर्वरक की आवश्यकता नहीं पड़ती।

यह भी पढ़ें:-गार्डेन में खिले हैं रंग-बिरंगे फुल, सिविल सर्वेंट के घर की तस्वीरों ने जीता लोगों का दिल: तस्वीरें देखें

फायदेमंद व्यवसाय है

जानकारी के मुताबिक जैसे-जैसे लोग जैविक खेती की तरफ अग्रसर हो रहे हैं उसी तरह लोगों के बीच जैविक कंपोस्ट को लेकर जागरूकता देखने को मिल रही है। इसी बीच लोग मुर्गी के बीट का मांग ज्यादा कर रहे हैं ताकि वे अपने खेतों में इसका उपयोग कर सकें। आज मुर्गी पालक कंपनियों को बीट बेच रहे हैं ताकि जैविक उर्वरक का निर्माण कर सकें। वर्तमान में इसकी कीमत 15 प्रति किलोग्राम है। आगे ये मुर्गी पालन का व्यवसाय लोगों के लिए अधिक फायदेमंद होने वाला है।