Sunday, December 10, 2023

इंजीनियरिंग के बाद UPSC के प्री में तीन बार फेल हुए लेकिन हार नही माने, अंततः IAS बन गए

सफलता तक पहुंचने के लिए मेहनत की सीढ़ी चढ़नी पड़ती है। यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्र ये बख़ूबी जानते हैं। कोई एक बार में सफ़लता हासिल कर लेता है तो कोई 3-4 अटेम्प्ट में लेकिन सफ़ल वही होता है जो असफलता से निराश होकर पीछे नहीं हटता।

राजस्थान के चिराग जैन पहले इंजिनियर थे जो बाद में यूपीएससी को अपना लक्ष्य बना लिए। इन्होंने अपने कई प्रयास के बाद यूपीएससी में सफ़लता हासिल की। अब यह UPSC पास कर आईपीएस ऑफिसर का कार्यभार संभाल रहें हैं।

Chirag Jain IAS

यह हैं, चिराग जैन

चिराग जैन (Chirag Jain) राजस्थान (Rajasthan) से ताल्लुक रखतें हैं। इन्हें UPSC जैसे कठिन एग्जाम को पास करने में 4 वर्ष लगें। चिराग बग़ैर धीरज खोए लगातार कोशिश करते रहें और आख़िरकार वर्ष 2019 में UPSC परीक्षा में 160वीं रैंक हासिल कर सफ़ल हुए। इस रैंक से यह IPS ऑफिसर बनें। आईपीएस चिराग अब दूसरे कंडिडेट्स को सुझाव दे रहें हैं कि कैसे इस परीक्षा की तैयारी की जाये???

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एक ही किताब को पढ़े बार-बार

चिराग यह सलाह देते हैं कि अगर आप प्री परीक्षा की तैयारी में लगे हुए हैं तो सिलेबस को ध्यान से देखें और फिर इसकी तैयारी करें। आप यह भी देख लीजिए की आप किस टॉपिक के लिए कौन सी किताब को पढ़ना चाहते हैं?? किताबें पढ़ने के लिए स्टैंडर्ड बुक्स चुनें। सबसे महत्वपूर्ण बात ज्यादा किताबें सिलेक्ट ना करें, एक को सेलेक्ट करें और उसे ही बार-बार पढ़े, इसका ही रीविजन करते रहें। तब आप इस प्री परीक्षा को पास कर सकते हैं।

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मॉक टेस्ट जरूर सॉल्व करें

चिराग का मानना है कि मॉक टेस्ट जरूर देना चाहिए। इन्होंने भी शुरुआती परीक्षा में लगभग 60 मॉक टेस्ट दिए थे। आगे धीरे-धीरे कम होते गए, फिर भी मैंने लास्ट परीक्षा तक 15 मॉक टेस्ट दियें। मॉक टेस्ट देने से आपकी प्रैक्टिस होती है और यह समझ में आता है कि आप कितने वक्त में कितना स्कोर कर पा रहे हैं।

Chirag Jain Engineer turned IAS

ओएमआर शीट को भी फील करते हुए आगे बढ़ें

चिराग ने बताया कि जब हम परीक्षा देते हैं तो उस समय वक्त की कमी रहती है, हर एक मिनट बहुत महत्तवपूर्ण होता है। इसलिए इस बात को ध्यान में रखें कि अगर आप क्वेश्चन सॉल्व कर रहे हैं तो वहीं OMR शीट को भी खाली ना छोड़े उसे भी फील करते हुए आगे बढ़े। ऐसे कई स्टूडेंट्स हैं जो सिर्फ क्वेश्चन सॉल्व करते हैं और सोचते हैं कि लास्ट में ओएमआर को फील करेंगे। अंत में वक्त की कमी के कारण ओएमआर शीट को फील को करने में गलतियां हो जाती हैं।

लगातार प्रयास कर सफलता हासिल करने और अन्य कंडिडेट्स को किस तरह UPSC की तैयारी करें यह जानकारी देने के लिए The Logically चिराग की सराहना करता है तथा उनकी सफ़लता के लिए उन्हें बधाई देता है।