Wednesday, December 13, 2023

प्रेम, दान और मानवता का संदेश देता दिसम्बर का एक त्योहार, जानिए क्रिसमस के बारे में कुछ रोचक बातें

2020 हम सभी के लिए मन मुताबिक नहीं रहा। कोरोना के कहर ने हर किसी के प्लान्स पर पानी फेरा कुछ नया तो दूर आम चीजें भी लॉकडाउन के कारण ठप हो गई। इस तरह कोरोना के साथ – साथ साल 2020 को भी लोगों ने खूब कोसा। लेकिन अब जब साल का आखरी महीना चल रहा है तो लोगों के अंदर एक अलग ही उमंग है। इंतजार है कि नया साल अपने साथ कुछ बेहतर लाएगा।

कुछ ऐसी चल रही क्रिसमस की तैयारी

दिसंबर का शुरुआती सप्ताह इसा मसीह के आगमन की तैयारियों का होता है। यीशु के जन्म को लेकर न केवल ईसाई धर्म नहीं बल्कि अन्य धर्म के लोग भी उत्साहित होते हैं। इस पावन पर्व पर सेलिब्रेशन, गिफ्ट, खानपान और कपड़ों के साथ खुद को आध्यात्मिक तौर पर भी तैयार किया जाता है। जिसके लिए कई दिनों पहले से ही चर्चों में विशेष मिस्सा बलिदान (प्रार्थना) का आयोजन होता है। हालांकि इस बार कई चर्चों में कोविड संकट को देखते हुए तय नियमों को पालन करते हुए सीमित श्रद्धालुओं के साथ प्रार्थना हो रही है। बाकी लोगों को वेबिनार के जरिए प्रार्थना से जोड़ा जा रहा है।

Facts behind Christmas

अध्यात्म और खुशियों के संगम से जुड़ी आशा की किरण

दिसंबर के शुरुआती दिनों को आगमन की तैयारी का सप्ताह इसलिए कहा जाता है ताकि हम खुद के जीवन और खुद का आकलन कर सकें। हम किसी भी खास से मिलने जाते हैं तो सज-धजकर अच्छे कपड़े पहनते हैं। ठीक उसी तरह यीशु के आगमन की तैयारी में भी हमें खुद को तैयार करना पड़ता है। लेकिन इसमें हमें शरीर से ज्यादा अपने ह्दय को संवारना होता है। हमें देखना होता है कि हमारा ह्दय कितना पवित्र हैं। क्या हम यीशु के स्वागत के योग्य है? अगर नहीं है तो खुद को उसके लिए कैसे तैयार करें।

Facts behind Christmas

यीशु का धरती पर आगमन अंधेरे से मुक्ति का प्रतीक है। यानी पाप के अंधेरे से निकलकर पुण्य की रौशनी की ओर बढ़ने का प्रतीक। वैश्विक तौर पर महामारी झेल रहे मानव जाति के लिए यह पर्व आशा की किरण है।