Sunday, December 10, 2023

अब बिना मिट्टी के ऐसे उगाएं सब्जियां वह फल, तरीका बहुत आसान

हम जिन सब्जियों और फलों को मार्केट से खरीदकर लाते हैं, यह जरूरी नहीं है कि वो ताजा और शुद्ध हों। दरअसल ज्यादातर सब्जियों के विकास के लिए केमिकल युक्त कीटनाशकों का छिड़काव होता है। इसलिए बेहतर है कि हम अपने घर पर उगाई फलों और सब्जियों का सेवन करें।

जिन लोगों के पास अपनी जमीन है वह तो खेती कर सकते हैं लेकिन जिनके पास खेती हेतु जमीन नहीं हो वह कैसे सब्जियों को उगाएं.? ऐसी परिस्थिति पर यदि हम गौर फरमाएं तो भूमिहीन लोगों के लिए खेती हेतु हाइड्रोपोनिक विधि बहुत कारगार सिद्ध हो सकती है। दरअसल इस विधि से खेती करने में मिट्टी की आवश्यकता नहीं होती है। आईए जानते हैं विस्तार से…

पिंडफ्रेश कम्पनी के जरिए मिलेगा अवसर खेती का

आज की हमारी यह कहानी बिना मिट्टी के खेती करने की है। चंडीगढ़ (Chandigarh) में एक कम्पनी है, जिसका नाम “पिंडफ्रेश” (Pindfresh ) है। इस कम्पनी द्वारा आपको यह अवसर प्राप्त होगा, जिसमें आप बिना मिट्टी के पौधों को अपने घर पर उगा सकते हैं। ये कम्पनी जिस पद्धति को अपनाकर खेती करा रही है वह हाइड्रोपोनिक्स (Hydroponics) है। इस पद्धति में फसलों को उचित आहार जल में ही पर्याप्त कराया जाता है।
-Pindfresh Office From Chandigarh

Farming through Hydroponic Method

नहीं पड़ती अधिक पानी की आवश्यकता

सोमवीर ने यह जानकारी दिया कि हमारे देश में ऐसे अन्य जगह है, जहां पानी की अधिक किल्लत होती है। लेकिन इस पद्धति को अपनाकर खेती करने में अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती। इसके अतिरिक्त हमें खेती युक्त उपजाऊ भूमि की भी आवश्यकता नहीं होती। इसलिए हम इस पद्धति को अपनाकर खेती कर रहें हैं और अन्य लोगों को भी इससे जोड़ रहें हैं। -Pindfresh Office From Chandigarh

Farming through Hydroponic Method

पिंडफ्रेश में गुजरता है वक़्त

सोमवीर ने यह जानकारी दिया कि जब हमारे पिताजी बीमार हुए, तब हमें यह एहसास हुआ कि उनके स्वास्थ्य बिगड़ने का कारण बाजार का फल और सब्जियां ही हैं। जिस कारण उन्होंने खेती प्रारंभ की और लगभग 5 वर्षों से अपने खाने युक्त फल और सब्जियां उगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मैं पहले अमेरिका रहा करता था, परंतु इंडिया लौट आया और अब अधिकतर समय पिंडफ्रेश में गुजरता है। -Pindfresh Office From Chandigarh

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बनाया 6 सदस्यों वाली टीम

उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में मैंने पिंडफ्रेश को अपने शौक के तौर पर ही प्रारंभ किया था, परंतु अब यह मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण और प्रिय कार्य हो चुका है। हमारे पास लगभग 6 सदस्यों की टीम है जो हमें कस्टमर्स तक पहुंचने में सहायता करती है। -Pindfresh Office From Chandigarh

Farming through Hydroponic Method

किया एक उपकरण का निर्माण

पिंडफ्रेश ने एक ऐसा उपकरण बनाया है, जिसमें हाइड्रोपोनिक पद्धति का उपयोग कर सब्जियों को उगाया जा सकता है। इस उपकरण की सहायता से आप अपने घर पर किचन गार्डन का निर्माण कर सकते हैं, बस इसके लिए सूर्य के प्रकाश की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त पिंडफ्रेश द्वारा आपको यह मदद मिलेगी कि आपके घर में इस उपकरण को सेट किया जा सके। अगर आपके घर में सूर्य के रोशनी की व्यवस्था नहीं है तो कम्पनी आपको कस्टमाइज तरिके से इसकी व्यवस्था उपलब्ध कराती है। पिंडफ्रेश की मदद से आप सिर्फ घर ही नहीं बल्कि अपने ऑफिस को भी पौधों से सजा सकते हैं। -Pindfresh Office From Chandigarh

Farming through Hydroponic Method

उपकरण का नाम है पिंडपाईप, जो लगा सकते हैं 48 पौधे

पिंडफ्रेश (Pindfresh) ने जिस उपकरण का निर्माण किया है उसका नाम पिंडपाइप है। इसके पाइप में कुछ छिद्र होते हैं, जिनमें पौधों को लगाया जा सकता है। इस उपकरण को लगाने के लिए आपके पास लगभग 2.5 इंच चौड़ी एवं 5 फीट लंबी स्थान की आवश्यकता पड़ती है। इसमें आप एक साथ लगभग 48 पौधों को उगा सकते हैं, जिसका मूल्य लगभग 15000 रुपए है। अगर आपके पास इतने पैसे नहीं है तो आप एक पाइप को खरीद सकते हैं जिसका मूल्य 2500 रुपए पड़ेगा। -Pindfresh Office From Chandigarh

दे रहें है बच्चों को भी प्रशिक्षण

सोमवीर बच्चों को भी पौधों के विषय में जानकारी दे रहे हैं और उन्हें यह सिखाते हैं कि वे किस तरह किस मौसम में पौधों को लगाना है। वह चौथी से आठवीं कक्षा के बच्चों को क्लासेज दे रहे हैं। उन्होंने स्कूल एवं वर्कशॉप की मदद से बच्चों को यह सिखाया कि पौधों को किस तरह विकसित किया जाता है। उनका लक्ष्य बच्चों को खेती से जुड़ी बेसिक जानकारी देनी है, ताकि वे खेती के महत्व को समझें।