Wednesday, December 13, 2023

फ़टे जूते और पुरानी जीन्स का सही इस्तेमाल इनसे सीखें, अनोखे गमलें बनाकर लगाए हैं सैकडों पौधे

अक्सर हम अपने घर की पुरानी चीजों को फेंक देते हैं। हम सोचते हैं कि पुराने सामान को रखकर क्या फायदा। बेकार हैं। इन्हें घर से बाहर फेंक देना चाहिए। पर हम भूल जाते हैं कि ऐसा करने से बाहर का वातावरण दूषित होता है। अंततः हमें सांस लेने के लिए स्वच्छ वायु नहीं मिलती। कचरों से तरह-तरह की अनेकों बीमारियां भी फैलने लगती है। अगर हम अपने घर के पुरानी वस्तुओं को फेंकने के बजाय उसका सही उपयोग करें तो चीजो को बाहर फेंकने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। हम पुराने चीजों को नया रूप दे सकते हैं जिससे वह सुन्दर भी दिखेंगी और इस्तेमाल भी किया जा सकता है।

मोहम्मद मोइज ने भी ऐसा ही किया। उन्होनें भी पुराने सामान को फेंकने के बजाय उसका पुनः उपयोग किया। आइए जानतें हैं, मोहम्मद मोइज कौन हैं और इन्होनें इस काम को कैसे किया।

मोहम्मद मोइज (Mohammad Moij) तेलंगाना (Telangaanaa) के विकाराबाद (Vikarabaad) के रहने वाले हैं। यह अपने घर में गार्डनिंग करते हैं। मोहम्मद मोइज के घर का कोई भी सामान जो गार्डनिंग के लिए इस्तेमाल में लाया जा सकता है, बाहर नहीं फेंका जाता हैं। उनके घर का पुराना सामान जैसे बुट्स, पुरानी जीन्स के कपड़े, पुराने बर्तन, टूटा हुआ क्रोकरि, प्लास्टिक की बेकार पड़ी बोतलें, डिब्बे, टूटा हुआ टी-पॉट ऐसे ही और भी बहुत सारे सामान जिसको वह फेंकने से अच्छा उसका इस्तेमाल करते हैं। उन सब में मिट्टी भरकर घर को हरा-भरा करतें हैं। मोहमद मोइज करीब 4-5 वर्षों से इस काम को करने में जुटे हैं। उन्होंने इस काम को करने के लिए निश्चय किया कि वह अपने गार्डनिंग में किसी भी रसायन का उपयोग नहीं करेंगे। उन्होनें अपने गार्डन को “बेस्ट आउट ऑफ़ वेस्ट” बना दिया हैं।

गार्डनिंग (Gardening) करने के बारें में मोहम्मद मोइज का कहना है कि एक ही बार बड़ा बगीचा लगाने के बारे में न सोंचे। छोटे से बगीचे से शुरु करने का प्रयास करे। इसके लिए जरुरी हैं कि आप अपने घर में पड़े पुरानी चीजो को जैसे बुट्स, टी स्पॉट, बॉटल,डिब्बे ऐसे भी अन्य सामग्री जो बेकार पड़ी है उनको साफ कर के उनमें मिट्टी भरे और पौधे लगाये। धीरे-धीरे इसको बड़ा होने दे।

मोहम्मद मोइज (Mohammad Moij) ने यह भी बताया कि गार्डनिंग के लिए मिट्टी बहुत ज़रुरी है। गार्डनिंग के लिए मिट्टी बनाने के लिए उन्होनें बताया कि वसंत ऋतु का मौसम मिट्टी बनाने के लिए अच्छा होता हैं। उस मौसम में दोमत मिट्टी में वर्मिकंपोस्ट मिलाकर पॉटिंग मिक्स तैयार करना चाहिए। दोमत मिट्टी में चिकनी मिट्टी, सिल्ट और बालू होता हैं। इसलिए यह मिट्टी पेड़-पौधों के लिए बहुत लाभकारी होती हैं।

यदि पहली बार कोई गार्डनिंग कर रहा है तो उसके लिए मोइज ने कहा कि वह सबसे पहले पुदिना, मिर्च, पालक, धनिया और मेथी जैसे पौधें लगाना चाहिए।

मोहम्मद मोइज के अनुसार अगर आपके छत का निर्माण 15 किमी/स्क्वायर सेंटीमीटर के हिसाब से हुआ है तो छत पर गार्डनिंग करने से छत पर रिसाव नहीं होगा और प्लांटर्स में बागवानी हो सकती है। इसके अलावा छत पर भार को कम करना है तो मिट्टी के अलावा कॉकीपॉट का उपयोग भी किया जा सकता है। मोइज के अनुसार बागबानी शुरु करने के लिए जुन का माह बहुत अच्छा होता है। इसी माह से पेड़ पौधे लगाने शुरु करने चाहिए।

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मोहम्मद मोइज ने बागबानी में खर्च कम हो इसके भी उपाय बताये हैं जो इस प्रकार है:-

पेड़ पौधें लगाने के लिए बीज को बाजार से न खरीद कर पौधें की कलम का उपयोग करना चाहिए। इससे पैसों की बचत होगी।
प्लांटर्स के लिए अलग से गमले या और कोई वस्तुए मार्केट से खरीदने के बजाय अपने घर पर पड़े पुरानी चीजों से प्लांटर्स बनाये और उसी में पौधों को लगाये।
पेड़-पौधों में खाद डालने के लिए भी खाद को बाजार से खरीदने से अच्छा है घर पर स्वयं ही खाद को बनाने का प्रयास करे और घर पर तैयार किए गए खाद का ही गार्डनिंग के लिए इस्तेमाल करे।
अपने बागबानी को सुन्दर बनाने के लिए खुद से उसे डिजाईन करना चाहिए जिससे वह दिखने में आकर्षित लगे।

मोहम्मद (Mohammad) का पेड़-पौधों के देखभाल करने के बारें में कहना हैं कि पेड़-पौधें में जरुरत से ज्यादा पानी नहीं देना चाहिये। मिट्टी में आर्द्रता बनाये रखने के लिए ही पानी देना चाहिए। इससे पानी का बचत होगा और पानी बर्बाद भी नहीं होगा। पौधों को पानी धूप में न देकर ठंड में देना चाहिए। अर्थात पौधों को सुबह 8 बजे से पहले नहीं तो शाम को ही पानी देना चाहिए इससे पौधों में हमेशा हरियाली बनी रहेगी।

पेड़-पौधों में पोषक तत्वों की कमी नहीं हो, उनमें हमेशा पोषक बनी रहे इसके लिए मोहम्मद मोइज ने बताया है कि केले के पत्ते को पानी में भिगाकर दो दिन के लिए छोड़ दे अगले दिन इस पानी को पौधों की जड़ों में डाले। ऐसा करने से यह पानी पेड़-पौधों में डीकम्पोज का काम करता है। उन्होंने यह भी बताया कि अगर कोई साग-सब्जि का छिलका और फलों के छिलके को डालना चाहे तो वह पौधों की जड़ों में इसको डाला जा सकता हैं। इससे यह फायदा होगा कि फलों और सब्जियों का छिलका डीकम्पोज होकर खाद का काम करता हैं। इससे गार्डनिंग के पौधों खाद मिलती रहेगी।

वर्तमान में मोहम्मद (Mohammad) के घर पर 400 से अधिक अलग-अलग प्रकार के पौधें है और सभी पौधों को लगाने के लिए सभी प्लांटर्स को मोहम्मद मोइज ने घर के पुरानी चीजों से ही बनाया हैं। ऐसा करने से पुरानी चीजे इस्तेमाल में भी आ जाती है और बाहर नहीं फेकने से वातावरण भी प्रदूषित होने से बचता है। मोइज का मानना है कि यह एक बहुत ही अच्छी शुरुआत है। इसी के कारण उनके बागबानी को देखने के लिए रेवेन्यू डेवलपमेंट अफसर और म्युनिसिपल अफसर भी आये हैं। वह मोइज को और उनके सभी परिवारजन को इस काम को करने और एक अच्छी शुरुआत करने के लिए उनको बधाई भी दिये हैं।

मोहम्मद मोइज (Mohammad Moij) का कहना है कि बगीचा से उनके जीवन में बहुत ही सुख शांति मिलती है। मोइज और इनके परिवार वाले प्रतिदिन 2 घंटे बगीचे में लगे पेड़-पौधों के साथ समय व्यतीत करतें हैं। इसके साथ ही मोहम्मद सभी को पुरानी चीजों से बगीचा तैयार करने की नसीहत देते हैं। उनका कहना है कि किचेन और टेरेस जीवन के आनेवाले समय में बहुत ही आवश्यक है। इसलिए सबको इस मुहिम में हिस्सा लेना चाहिए।

The Logically मोहम्मद मोइज को गार्डनिंग की शुरुआत करने के लिए बधाई देता हैं।