Home Environment

हल्की, सस्ती व प्रदूषण रहित, जानिए पेपर प्लेट्स बनाने का पूरा प्रोसेस और इससे कितना पैसा कमा सकते हैं

आज के समय में हर अवसर जैसे त्योहारों या बर्थडे पार्टी वगैरह में प्रसाद, केक या नाश्ता परोसने के लिए कलरफुल पेपर प्लेट(Paper Plates) का प्रचलन काफी बढ़ता जा रहा है। अगर आप पिकनिक पर जा रहे हैं तो रिफ्रशमेंट के लिए पेपर प्लेट से बेहतर कुछ नही। जिसके कई कारण हैं एक तो यह कि हल्का होने की वजह से आप इन्हे कहीं भी आसानी से बैग में रखकर ले जा सकते हैं। दूसरी बात, प्लास्टिक प्लेट्स की तुलना में प्रयोग के बाद इन्हे नष्ट करने से वातावरण भी प्रदूषित नही होता। एक अन्य वजह इनकी कम कीमत भी मानी जा सकती है।

सच तो यह है कि आज के समय में पेपर प्लेटें स्टील, ग्लास या सेरेमिक प्लेटों के एक बेहतरीन विकल्प के रुप में सामने आ रही हैं। इन सभी खूबियों के मद्देनज़र आज बाज़ार में पेपर प्लेट्स की मांग दिन पर दिन काफी बढ़ती जा रही है। फिर आपकी आवश्यकतानुसार बाज़ार में ये पेपर प्लेट अलग-अलग डिज़ायनों व साइज़ में बेहद आसानी से उपलब्ध भी हैं।

पेपर प्लेट के इन सभी फायदों को देखते हुए अगर कभी आपके मन में पेपर प्लेट्स का बिजनेस करने का विचार आता है तो हम आपको बता दें कि आप इस उधोग में एकबार निवेश करके भविष्य में काफी मुनाफा कमा सकते हैं। इस लेख के माध्यम से आज हम आपको पेपर प्लेट के बिजनेस में लगने वाली लागत, आवश्यक लाइसेंस व अन्य ज़रुरी सामानों संबंधी जानकारी देने जा रहे हैं !

Full process to setup paper plates

पेपर प्लेट बिजनेस शुरु करने के लिए ज़रुरी चीज़ें

जाहिर सी बात है कि किसी भी उधोग को शुरु करते वक्त उसे किस स्तर पर शुरु किया जा रहा है यह देखकर ही उसमें निवेश भी किया जाता है। अगर आप पेपर प्लेट बिजनेस को घरेलू स्तर पर आरंभ करना चाहते हैं तो कम सामान और वहीं बड़े स्तर पर शुरु करने के लिए बहुत सी चीज़ों की आवश्यकता पड़ सकती है जैसे –

उधोग के आकार के अनुरुप ज़मीन – अपने तय किये गये बिजनेस के लधु व बड़े आकार को देखते हुए ही आपको भूमि भी निश्चित करनी होगी। वैसे 100 वर्ग फुट ज़मीन से भी आप पेपर प्लेट व्यवसाय की शुरुआत कर सकते हैं। बस ध्यान ये रखें कि जमीन ऐसी जगह पर हो जहां मूलभूत आवश्यकताओं की प्राप्ति आसानी से हो सके।

·कच्चा माल- पेपर प्लेट के लिए सबसे ज़्यादा ज़रुरी कागज को आप सीधे पेपर रोल के रुप में लेना प्रेफर करें। क्योंकि पेपर मैन्युफैक्चरिंग के लिए बहुत से संसाधन, धन व समय की ज़रुरत होती है। आप किसी स्क्रैप शॉप से भी सस्ती कीमत पर इस काम के लिए पेपर ले सकते हैं। बता दें कि एक क्विंटल पेपर आपको आसानी से 5 से 7 हज़ार रुपये में मिल सकता है।

यह भी पढ़ें :- सिविल इंजीनियर का अनोखा स्टार्टअप, कबाड़ की चीज़ों से उपयोगी प्रोडक्ट बनाकर करोड़ों की कम्पनी खड़ी कर दी

·पानी- जाहिर सी बात है कि पेपर प्लेट के बिजनेस की एक अन्य ज़रुरी चीज़ पानी भी है, क्योंकि इस काम में आपको नियमित रुप से पानी की ज़रुरत है। लेकिन एक कड़वा सच यह है कि इस व्यवसाय में पानी की थोड़ी बर्बादी भी होती है।

·बिजली – इस व्यवसाय को शुरु करने के लिए पानी के समान ही आपको बिजली की भी ज़रुरत होगी। वॉटर पंप व अन्य बिजली से चलने वाले उपकरणों के साथ ही पेपर मशीन ऑपरेट करने के लिये भी बिजली की ज़रुरत होती है। ऐसे में ये ध्यान रखना बहुत ज़रुरी है कि वॉल्टेज स्टेबल रहे यानि फ्लक्चुऐट न हो।

·मैन्युफैक्चरिंग मशीन –मैन्युफैक्चरिंग मशीन की पेपर प्लेट बना लेने की क्षमता पर ही मशीन की कीमत भी निर्भर करती है। अपने डिज़ायन और गुणवत्ता के आधार पर ही एक मशीन की कीमत तय की जाती है। अगर आप बड़े पैमाने पर अपना काम शुरु करना चाहते हैं तो इस मशीन की कीमत 75 हज़ार रुपये से 5 लाख रुपये तक हो सकती है। एक सामान्य मशीन आपको एक घंटे में 2 हज़ार तक प्लेटे बनाकर दे सकती है। ऐसे में अगर आप 8 घंटे इस्तमाल करते हैं तो 16 हज़ार तक प्लेटे मिलेंगी। यूं तो बाज़ार में हल्की से लेकर मंहगी व टिकाऊ क्वालिटी की पेपर प्लेट मिलती हैं लेकिन हमारी सलाह ये है कि आप अपने निर्माण की शुरुआत बेहतरीन केवालिटी से ही करें जिससे ग्राहक का आपके उत्पादन में विश्वास व मांग दोनों बढ़े।

·मैन पॉवर – इस कार्य में आपको कम से कम दो लोगों की ज़रुरत तो पड़ेगी ही जिन्हे कुछ समय के लिये प्रशिक्षण देना भी ज़रुरी होगा।

पेपर प्लेट व्यवसाय में आरंभिक निवेश कितना करना होगा

क्योंकि पेपर प्लेट मशीन की कीमत जो कि 75 हज़ार रुपये से 5 लाख रुपये तक है वही अपनेआप में काफी अधिक है। ऐसे में पैसे की बचत के लिए बेहतर परामर्श यह होगा कि आप कहीं दूसरी जगह ज़मीन लेने की बजाये अपने घर में ही संयत्र लगाये। इसके अलावा कच्चे माल, बिजली की आपूर्ति, पानी, मैन पॉवर पर आपके 10 से 15 लाख रुपये तक खर्च हो सकते हैं।

कैसे करे अपने पेपर प्लेट उत्पादन की मार्केटिंग

अपने उत्पादन को बाजार में उतारने के लिये ज़रुरी है कि आप ऐसे स्थानीय विक्रेताओं के साथ-साथ, दुकानदारों व थोक विक्रेताओं से कान्टेक्ट बनाये जो इस तरह की वस्तुएं बेचते हैं जिससे आप अपने प्रोडेक्ट की एक अच्छी कीमत पा सकें।

पेपर प्लेट व्यवसाय से होने वाला लाभ

बेशक ही किसी भी चीज़ का बिजनेस उसमें निहित प्रोफिट को देखकर ही किया जाता है। ऐसे में इस व्यवसाय से मिलने वाला रिटर्न आपके लिये संतोषकारी साबित होगा। क्योंकि इसमें प्रयोग होने वाला कच्चा माल काफी सस्ता है और केवल एक किलो कागज ही काफी अच्छी मात्रा में प्लेटे बनाता है। ऐसे में यदि आप प्रतिदिन 10 से 50 हज़ार प्लेटे बचेने में कामयाबी हासिल कर लेते हैं तो यकीनन ही आपको अच्छा मुनाफा होगा। मिलने वाला रिटर्न मैन्यूफैक्चरिंग साथ-साथ आपके बाज़ार नेटवर्क पर भी निर्भर करता है। एक विस्तृत नेटवर्क के द्वारा आप अपने उत्पाद की अलग-अलग कीमतें प्राप्त कर सकते हैं। पूर्व से ही ये सुनिश्चित करके रखें कि आपकी पेपर प्लेट्स की क्वालिटी इतनी बेहतरीन हो कि उनकी बाज़ार में मांग बढ़े और आपको हमेशा ऑर्डर मिलते रहें।

व्यापार का पंजीकरण भी है बेहद ज़रुरी

किसी भी व्यवसाय को शुरु करते वक्त ये ज़रुर ध्यान रखें कि उसका पंजीकरण न केवल आपके व्यवसाय को स्थिरता देता है बल्कि निवेशकों व खरीददारों का आपके उत्पादन पर विश्वास भी बढ़ाता है। इसलिए सभी आवश्यक कार्य जैसे टेक्सेशन, आवश्यक अनुमतियां करवा कर लाइसेंस ज़रुर बनवाएं।

अर्चना झा दिल्ली की रहने वाली हैं, पत्रकारिता में रुचि होने के कारण अर्चना जामिया यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म की पढ़ाई पूरी कर चुकी हैं और अब पत्रकारिता में अपनी हुनर आज़मा रही हैं। पत्रकारिता के अलावा अर्चना को ब्लॉगिंग और डॉक्यूमेंट्री में भी खास रुचि है, जिसके लिए वह अलग अलग प्रोजेक्ट पर काम करती रहती हैं।

Exit mobile version