शादी एक ऐसा रिश्ता है जिसे दो आत्माओं का मिलन कहा गया है, जहाँ दो आत्माएं मिल कर एक हो जाती हैं। शादी के बाद पति-पत्नी दो नही रहते हैं। जहाँ तू और मैं होता ही नहीं, जहाँ सिर्फ हम रहता है।
हर ख़ुशी हर ग़म में पति-पत्नी साथ में होते हैं। एक पति-पत्नी के अनूठे प्यार को साबित करने की जरूरत ही नही होती है। आज हम आपको एक ऐसी पत्नी के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपने पति के फौज से रिटायर होने पर उनका स्वागत हाथी पर बैठा कर किया। उन्होंने हाथी पर बैठाकर पति को घर लाया। इस तरह के भव्य स्वागत को देखकर फौजी पति के आंख में आंसू भी आ गए।
फौजी पति का स्वागत
दरअसल,रिटायर फौजी सोनू लाल गोस्वामी की पत्नी आरती ने अपने पति का स्वागत इतना भव्य तरीके से किया कि देखने वालों के आंखे फटी की फटी रह गईं।मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भिंड जिले के आजनोद गांव के रहने वाले सोनू सिपाही के रूप में ऑपरेटर की पोस्ट पर तैनात थे बीते 18 साल तक सेना में देश सेवा करने वाले सोनू 28 फरवरी को हवलदार की पोस्ट से रिटायर हुए। सोनू की रिटायरमेंट की खबर जब उनकी पत्नी को लगा तो उन्होंने ग्वालियर में स्वागत की बड़ी तैयारी कर ली। जब सोनू रेलवे स्टेशन से बाहर निकले तो वह हैरान हो गए। उनके स्वागत के लिए एक तरफ हाथी तैयार खड़ा था, तो वहीं बग्घी-घोड़े सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे। ऐसा लग रहा था कि रिटायर फौजी सोनू दूसरी बार दूल्हा बनें हैं।
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सोनू की आंखे नम
यह सब देखकर रिटायर फौजी सोनू लाल गोस्वामी की आंखे खुशी से नम हो गईं। आरती का अपने पति के लिए इतना प्रेम देखकर लोग काफी तारीफ भी कर रहे थे। सोनू भी फौजी वर्दी में थे। आरती ने अपने पति को हाथी पर बैठाया और उसके बाद पति के जुलूस को लेकर घर रवाना हुई। लगभग 8 किलोमीटर तक ये जुलूस चलता रहा। रास्ते मे फौजी सोनू ने हाथी पर खड़े होकर सैल्यूट भी कर रहे थे। जुलूस में काफी संख्या में भीड़ भी थी। फौजी पति का कहना था कि वह अपने परिवार और अपनी पत्नी से बेहद प्यार करते हैं। वह खुशनसीब हैं जो उन्हें आरती जैसी पत्नी मिली है। जिसने उनका हर मोड़ पर साथ दिया है।
आरती का पति के लिए प्रेम
वहीं आरती का कहना था कि 14 साल पहले उनकी शादी के वक्त सोनू उन्हें लेने घोड़ पर बैठकर आए थे। अब वे उन्हें हाथी पर ले जाने आई हैं। आरती ने यह भी कहा कि फौजी होने के चलते पति साल में कुछ ही दिनों के लिए घर आते थे। 2 बच्चों को संभालने के साथ-साथ जिम्मेदारियों ने उनकी जिंदगी को उतार-चढ़ाव से भर दिया था।आखिर में आज वो पल आया कि जब पति 18 साल बाद सेना से रिटायर होकर घर लौट रहे हैं। आरती के लिए यह मौका था जब अपने पति को खुश करने के लिए वो कुछ अलग करें। बस उन्होंने यही सोचकर इस भव्य स्वागत की योजना बना डाली।
समाज के लिए उदाहरण
एक पति-पत्नी का रिश्ता इतना अनमोल होता है जहाँ दोनों को एक दूसरे का सम्मान होना चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि केवल पत्नी ही सम्मान पाती है। पति को पत्नी से सम्मान नही मिल पाता। एक पति भी अपने पत्नी से सम्मान की इच्छा रखते हैं। पति-पत्नी का रिश्ता तभी सफल कहलाता है, जब दोनों के मन में एक दूसरे के लिए बराबर सम्मान हो। आरती और उनके पति फौजी सोनू ने यह साबित कर दिया है कि दोनों एक दूसरे का बहुत सम्मान करते हैं। आज दोनों समाज के लिए उदाहरण बन गए हैं। एक दाम्पत्य जीवन जीने वालों को सोनू और आरती से सीखने की आवश्यक्ता है।
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