आज के समय में महिलाएं हर मामले में पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। चाहे शिक्षा का क्षेत्र हो या वतन के लिए भारतीय सेना में शामिल होना हो.. महिलाएं कहीं भी पुरुषों से कम नहीं है। दिन प्रतिदिन ख़ुद को साबित करने का यह सिलसिला बढ़ता जा रहा है। आगे बढ़ने वाली लड़कियों से दूसरी लड़कियों प्रेरणा मिल रही है जिससे उनका हौसला बढ़ रहा है। माता-पिता भी अपने बच्चों का सपना पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहें हैं ।
इंडियन आर्मी ने पहली बार महिला सैनिकों को LOC के साथ युद्ध में अपनी जीत का परचम लहराने के लिए नियुक्त किया है। इन महिला सैनिकों का चयन कश्मीर में हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए हुआ है।
कैप्टन गुरसिमरन कौर के नेतृत्व में 30 महिला सैनिकों को दी जाएगी ट्रेनिंग
महिला सैनिकों का नेतृत्व ASC की “कैप्टन गुरसिमरन कौर” के द्वारा किया जा रहा है जो लगभग 30 महिला सैनिकों को ट्रेनिंग दे रहीं हैं। इन महिला सैनिकों को महिलाओं की सुरक्षा के लिए भी चुना गया है। साथ ही महिला सैनिक सीमा पर हो रहे गैर-कानूनी कार्य को रोकने के लिए भी कार्यरत की गईं हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार इंडियन आर्मी में सैनिकों की संख्या 13 लाख है जिसमें 1990 से महिलाओं को सीमित संख्या में ऑफिसर पद पर भर्ती किया जाता रहा है। 2019 में लगभग 50 महिला सैनिकों को CMP के रूप मे नियुक्ति मिली जो फिल्हाल ट्रेनिंग कर रही हैं। वैसे तो महिलाओं का चयन हर क्षेत्र में होता है लेकिन आर्मर्ड कॉर्प्स, इन्फेंट्री मेकनाइज्ड, और इन्फेंट्री के फाइटिंग और आर्टिलरी के लिए नहीं किया जाता है।
इंडियन आर्मी के इस योजना में लगभग 800 से अधिक महिलाओं को मिलिट्री पुलिस के रूप मे नियुक्त किया जायेगा। जिसमे प्रत्येक वर्ष 50 महिलाओं का चयन महिलाओं के ख़िलाफ़ हो रहे अपराध को रोकने के लिए होगा। चयनित अभ्यर्थियों को बलात्कार, लड़कियों के साथ छेड़खानी जैसे आपराधिक मामलों को रोक अपराधियों को सजा दिलाने के लिए तत्पर किया जायेगा। The Logically, Indian Army के इस फ़ैसले की प्रशंसा करता है।