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बचपन अनाथालय में बीता, दिहाड़ी मजदूरी की, आज अपने परिश्रम से खङी की 15 मिलियन डॉलर की कम्पनी

एक बहुत ही सुंदर पंक्ति है, “सफलता हासिल करने का कोई मंत्र नहीं होता, बल्कि ये सिर्फ हमारे परिश्रम का फल होता है।” अगर आप विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए परिश्रम करते हैं तो सफलता निश्चित है। आज की हमारी यह कहानी एक ऐसी महिला की है जिन्होंने कभी 5 रुपए में दिहाड़ी मजदूर के तौर पर कार्य किया, अपना बचपन अनाथाश्रम में बिताया और आज वही महिला 15 मिलियन डॉलर की मालकिन बनी हुई है। ये कोई जादू या चमत्कार नहीं बल्कि उनके परिश्रम का फल है।

ज्योति रेड्डी का परिचय

वह महिला ज्योति रेड्डी (Jyothi Reddy) हैं जिन्होंने सफलता की ऐसी इबारत लिखी है कि आज सभी महिलाओं के लिए रोल मॉडल बनी है। आज वह जिस सफलता की ऊंचाई पर पहुंची हुई है वह इतना आसान नहीं था। यहां पहुंचने के लिए उन्होंने जिंदगी में आए हर मुश्किल का सामना हिम्मत से किया तब जाकर बड़ा साम्राज्य स्थापित किया है। -Jyothi Reddy, a daily wage earner on 5 rupees and today the owner of 15 billion dollars

अनाथ आश्रम का जीवन कठिनाइयों से भरा हुआ

ज्योति का जन्म स्थान वारंगल है। वह एक बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पांच भाई-बहन हैं जिसमें वह दूसरे नंबर पर आती हैं। मात्र 9 वर्ष की उम्र में ही उनके पिता वेंकट रेड्डी ने ज्योति और उनकी छोटी बहन को अनाथ आश्रम छोड़ आया। ऐसा नहीं है कि उनके पिता ने अपने बच्चों को खुशी से अनाथ आश्रम छोड़ा था बल्कि उनके पास मजबूरी थी। वह चाहते थे कि उनके बच्चे अच्छे माहौल में पले-बढ़े और उन्हें अच्छा भोजन भी मिले। अनाथ आश्रम में जब ज्योति की बहन की तबीयत खराब हो गई तो उन्हें घर भेज दिया गया अब ज्योति वहां अकेली रहने लगी। अपने अनाथालय के जीवन के विषय में वह बताती हैं कि यह सफर बहुत हीं कठिन था। यहां ना हीं कोई नल की व्यवस्था थी और ना हीं बाथरूम की। वह कुएं से पानी निकालकर अपने कार्य किया करती थी। वह बताती हैं कि अनाथ आश्रम में रहने के लिए मुझे लोगों के सामने यह रियालाइज्ड कराना पड़ता था कि मेरी मां जीवित नहीं है। -Jyothi Reddy, a daily wage earner on 5 rupees and today the owner of 15 billion dollars

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करना पड़ा दिहाड़ी मजदूरी

वहां उन्होंने वोकेशनल स्किल सीखे और टेलरिंग सीखा जो बहुत ही बेहतरीन कार्य था। वह अनाथ आश्रम के सुपरिटेंडेंट के यहां जाकर घरेलू कार्य भी किया करती थी जहां से ने बहुत कुछ सीखने को मिला। अपनी आर्थिक तंगी के कारण उन्होंने मात्र दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई की। उनकी आयु मात्र 16 वर्ष की थी तब उनकी शादी करा दी गई। उनके पति का नाम सम्मी रेडी है। सम्मी के पास मात्र हाफ एकड़ जमीन थी जहां ज्योति ने खेती भी की। वह 10 घंटे मजदूरी किया करती थी जिसमें उन्हें 5 रुपए दिए जाते थे। शादी के 1 वर्ष के उपरांत उन्हें एक बच्चा हुआ और जिम्मेदारियां बढ़ गई। इसके बावजूद भी वह पूरा दिन खेतों में काम करती और फिर घर आकर भी कार्य किया करती थी। -Jyothi Reddy, a daily wage earner on 5 rupees and today the owner of 15 billion dollars

पढ़ाई कर बनी शिक्षिका

उन्होंने केंद्र सरकार की योजना नेहरू युवा केंद्र में वालंटियर किया जिसके उपरांत उन्होंने पढ़ाना भी प्रारंभ कर दिया। हालांकि वहां पैसे कम मिला करते थे जिसके लिए उन्होंने सिलाई का कार्य शुरू किया और दिन में पढ़ाया करते थे और रात को कपड़ा सिलती थी। आगे उन्होंने पढ़ने का मन बनाया और डॉक्टर बीआर अंबेडकर ओपन विश्वविद्यालय से b.a. किया। वर्ष 1994 में उनकी नौकरी एक स्कूल में लगी जिसमें उनका मासिक वेतन 398 रुपए था। स्कूल जाने के लिए उन्हें 2 घंटे का वक्त लगता था जिसमें उन्होंने सहयात्रियों को मार्ग में ही साड़ी बेचने का कार्य प्रारंभ किया। -Jyothi Reddy, a daily wage earner on 5 rupees and today the owner of 15 billion dollars

किया पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री हासिल

वह अपने वक्त का सदुपयोग कर आगे बढ़ने लगीं। वर्ष 1994 में उनकी नौकरी पक्की लगी और उनका मासिक वेतन लगभग 2750 मिलने लगा। यहां वह बतौर मंडाल गर्ल चाइल्ड डेवलपमेंट ऑफिसर (Mandal Girl Child Development) के तौर पर कार्य करने लगी। इसी दौरान उन्होंने अपने पोस्ट ग्रेजुएशन की शिक्षा सम्पन्न की और 1997 में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की। -Jyothi Reddy, a daily wage earner on 5 rupees and today the owner of 15 billion dollars

कम्प्यूटर की जानकारी के लिए रोज जाती थी हैदराबाद

सब कुछ सही चल रहा था जब वह अपने एक कजिन से मिली तो उनका मन बदल गया। ज्योति की एक कजिन वारंगल से है जो अमेरिका रहती थी उन्हें देखकर ज्योति उनकी लाइफस्टाइल के बारे में हमेशा हीं सोचती थी। जब उनकी कजिन ने ज्योति के बारे में जाना तो उन्होंने कहा कि ज्योति वहां जाकर आसानी से हर चीज को मैनेज कर सकती हैं। अब ज्योति ने यह मन बना लिया कि वह अमेरिका जाएंगी और इसके लिए उन्होंने बचत प्रारंभ कर दी। उन्होंने अन्य शिक्षकों के साथ मिलकर चिट-फंड का शुभारंभ किया जिसके जरिए उन्हें लगभग 25000 हासिल हुए। कंप्यूटर के विषय में जानकारी लेने के लिए वह प्रतिदिन हैदराबाद जाया करती थी उनके पति ने उन्हें ऐसा करने से मना किया परंतु ज्योति ने अपने मन की सुनी। -Jyothi Reddy, a daily wage earner on 5 rupees and today the owner of 15 billion dollars

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किया बहुत से कार्य

इसके उपरांत उन्होंने अपने जॉब छोड़ दिया और पासपोर्ट का निर्माण करवाया। शुरुआती दौर में वह अपने पति के कजिन के पास ही रहीं एवं 12 घंटों तक जॉब किया जिसमें उनका मासिक वेतन 60 डॉलर था। इसी दौरान एक गुजराती परिवार के साथ पेइंग गिफ्ट भी थीं। उन्होंने अमेरिका में गैस ऑपरेटर, बेबी सिस्टर और सेल्स गर्ल जैसे कई कार्य किए ताकि वह यहां रह सके। आगे उन्हें सीएस अमेरिका नाम की एक कंपनी में स्क्रूट की नौकरी मिली। इसके अतिरिक्त उन्हें एक और कंपनी से जॉब का ऑफर आया था परंतु उन्होंने इन नौकरियों को ज्यादा दिन नहीं किया और फिर से एक बार छोटी-मोटी नौकरियों की तरफ अग्रसर हुई। -Jyothi Reddy, a daily wage earner on 5 rupees and today the owner of 15 billion dollars

किया खुद की कम्पनी का निर्माण

यहां उन्होंने लगभग डेढ़ वर्षो तक संघर्ष किया और बेटियों से मिलने के लिए इंडिया आईं। इस दौरान वह एक मंदिर में जा रही थी जहां उन्हें एक पुजारी जी ने कहा कि वह एक व्यवसाय चलाएंगी। इसी बात को उन्होंने अपने दिल और दिमाग में बैठा लिया और एक कन्स्टलिंग कंपनी का शुभारंभ करने के बारे में निश्चय किया। इस कंपनी द्वारा यूएसए के लिए वीजा, पेपर वर्क जैसी आवश्यकता हो तो लेकर कार्य किया जाता है। इसके उपरांत उन्होंने लगभग 40000 डॉलर की बचत को इन्वेस्ट करके सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन आईएनसी की आधारशिला रखी। वर्ष 2001 में फिनिक्स में इसे प्रारंभ किया गया उनकी कंपनी सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन एवं रिक्रूटमेंट को विकसित करती थी। बहुत हीं जल्द उन्होंने अपने कजिन को पार्टनर बनाया जो अमेरिका रहती थीं। मुनाफा हासिल होने के उपरांत उनकी बेटियां भी अमेरिका ही आ गई। -Jyothi Reddy, a daily wage earner on 5 rupees and today the owner of 15 billion dollars

अमेरिका में 4 घर, कम्पनी का टर्नओवर 15 मिलियन डॉलर है

शुरुआत के पहले वर्ष में ही उन्हें लाभ के तौर पर 1,68,000 डॉलर हासिल हुए जो मिलियन डॉलर्स में बदल गया। वर्तमान में उनकी कंपनी का टर्नओवर लगभग 15 मिलियन डॉलर है और उनकी कंपनी में लगभग 100 से भी ज्यादा कर्मचारी कार्यरत है। वर्तमान में अमेरिका में उनके चार घर एवं हैदराबाद में एक बंगला भी है। आज ज्योति रेडी उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं जो अपने हौसले और हिम्मत के बदौलत सफलता हासिल करना चाहते हैं। -Jyothi Reddy, a daily wage earner on 5 rupees and today the owner of 15 billion dollars

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