Home Environment

घर के पुराने डब्बों में लगा दिए अनेकों तरह के फूल और सब्जियां, खूबसूरती के साथ ही मिल रहे फ़ल

लॉकडाउन.. देश में मार्च से शुरू हुआ लॉकडाउन किसी के लिए अच्छा रहा किसी के लिए बहुत ही बुरा. किसी ने अपने इस खाली समय का उपयोग नई-नई चीजों को सीखने में किया तो वहीं किसी के लिए उनकी नौकरी जाने की वजह से बहुत मुश्किल समय रहा. आज की हमारी लॉकडाउन वाली यह कहानी गांधीनगर के अजमेर रोड पर रहने वाले एक ऐसे परिवार की है जिन्होंने अपने इस खाली समय में घर की छत पर बगीचा विकसित किया.

लॉकडाउन के दौरान अपने खाली समय का उपयोग करते हुए किसी ने कुकिंग सीखकर घर में मां या पत्नी की मदद की तो किसी ने ज़िंदगी की एलबम से पुरानी फोटोज निकाल कर अपने परिवार वालों के साथ बैठ उनमें रंग भरा। वहीं गांधीनगर में रहने वाले इस परिवार ने लॉकडाउन में अपने छत पर बगीचा बनाया। वहां कई तरह की सब्जियां उगाएं। अनुपयोगी बोतल, पीप सहित अन्य सामग्रियों का इस्तेमाल करते हुए उनमें अनेकों प्रकार के पौधे लगाएं।

अनुपयोगी पड़े सामान को गमलों का रुप देकर उसमें लगाएं कई तरह के पौधें

गांधी नगर निवासी लोकेश गोयल (Lokesh Goyal) को बागवानी में शुरू से ही दिलचस्पी थी। उन्हें अपने घर पर गमलों में पौधे लगाना बहुत पसंद है। देश में अचानक से हुए लॉकडाउन ने उन्हें भरपूर समय दिया। उन्होंने अपने घर की छत पर बगीचा विकसित किया। घर में अनुपयोगी पड़े सामान को गमलों का रुप देकर उसमें सजावटी पौधे व कई तरह की सब्जियां उगाई। जैसे छत पर बेकार पड़े पीपे में ही बैंगन के पौधे लगा दिए। इससे अनुपयोगी पड़े सामान का इस्तेमाल भी हो गया और पौधे भी लग गए।

यह भी पढ़े :-

घर के बेकार पड़े डब्बों और टूटी ग्लास में फ़ल और सब्जी की खेती करते हैं, छत और बालकनी में उंगाते हैं सबकुछ

Source- Patrika

छत पर लगे पौधों से दीवार भी निखर उठी और फूलों की ख़ुशबू से मन भी प्रसन्न रहता

लोकेश (Lokesh) ने सर्वप्रथम अपने छत की पर दीवार पर बोतल के छोटे-छोटे गमले बनाकर लगा दिए। इसमें फूलदार विविध प्रकार के पौधे लगाए। उन्होंने छत पर बनाए अपने इस बगीचे में सिर्फ सजावटी पौधे ही नहीं बल्कि सब्जियां भी लगाई। सब्जियों में लोकेश ने पालक, मूली, टमाटर, मटर सहित अन्य सब्जियां उगाई। इन पौधों की नियमित देखभाल करने से वह कभी भी पीछे नहीं हटते। उनके इस काम में अंजली गोयल (Anjali Goyal) भी उनका भरपूर सहयोग करती। पौधों की वजह से लोकेश के छत की दीवार निखर उठी। अब जो भी छत पर जाता उसकी नज़र सबसे पहले पौधों से भरे दीवार पड़ ही पड़ती है। छत पर लगे फूलों की ख़ुशबू से मन अति प्रसन्न हो जाता और घर में सकारात्मक उर्जा आती है।

इस बागवानी के हुए अनेकों फायदें

लॉकडाउन के दौरान समय का सदुपयोग करते हुए लोकेश ने अपने घर में जो बगीचा विकसित किया, उससे उन्हें बहुत फ़ायदा हुआ। एक तो सजावटी फूलों से उनके छत की दीवार ख़ूबसूरत दिख रही है वहीं दूसरी ओर छत पर उगे सब्जियों का उपयोग घर के खाने में करते हैं। घर में बेकार पड़ी चीज़ों का अच्छा इस्तेमाल भी हो गया। साथ ही लॉकडाउन का समय भी पौधे लगाने एवं उनकी देखभाल करने में आसानी से बीत गया।

अपने खाली समय का इस तरह से उपयोग करने के लिए The Logically गांधीनगर के अजमेर रोड पर रहने वाले इस परिवार के प्रयासों की सराहना करता है।

Archana is a post graduate. She loves to paint and write. She believes, good stories have brighter impact on human kind. Thus, she pens down stories of social change by talking to different super heroes who are struggling to make our planet better.

1 COMMENT

Comments are closed.

Exit mobile version