आज के दौर में बिजनेस के लिए जिस तरीके से डिजिटल प्लेटफॉर्म्स, सोशल मीडिया सरीखी अन्य कई साधन बेहद कारगर सिद्ध हो रहे हैं। ऐसे में आज हर कोई यह चाहता है कि वह भी स्टार्टअप करे और उनका अपना बिजनेस हो।
इसी संदर्भ में आज बात एक ऐसी हीं महिला उद्यमी मानस्वी की जिन्होंने एक छोटे से स्टार्टअप से अपने व्यापार की शुरुआत की और आज उन्होंने खुद का एक ब्रांड स्थापित कर लिया है। The Logically से हुई बातचीत के दौरान उन्होंने अपने संघर्ष और सफलता की कहानी साझा कीं साथ हीं किसी भी स्टार्टअप को शुरू करने के लिए किन चीजों की जरूरत होती है, क्या समस्याएं आती है और उसे कैसे शुरू किया जा सकता है इन सभी बिंदुओं पर उपाय सुझाया। आईए जानते हैं…
मानस्वी(Manaswi Bhogireddy) हैदराबाद की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई चेन्नई से की है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने के बाद उन्होंने खुद का बिजनेस स्थापित करने का सोंचा। हालांकि पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कुछ फ्रीलांस प्रोजेक्ट की, कुछ कंपनियों में काम भी किया। मानस्वी इससे खुश नहीं थी और वह और कुछ बड़ा करना चाहती थीं जिसके बाद उन्होंने कपङे के क्षेत्र में खुद का ब्रांड स्थापित करने का विचार बनाया। वह कहती हैं कि मुझे उस समय लगा कि खुद का बिजनेस करना एक रिस्क की बात है लेकिन यदि मैं रिस्क अभी नहीं लूंगी तो कब लूंगी क्योंकि रिस्क लेने का समय तो अभी हीं है।
इस तरह शुरू हुआ स्टार्टअप -Unemployed Brains
फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने के बाद उस क्षेत्र में उनकी समझ और बारीक हो गई। शुरुआत में वह खुद से डिजाइन कर कपङे पहनती थीं। उनकी डिजाइनिंग और उनका स्टाइल आसपास के लोगों तथा दोस्तों ने खूब सराहा और वे लोग यहां तक कहने लगे कि जब तुम खुद से इतनी अच्छी डिजाइनिंग कर लेती हो तो तुम खुद का ब्रांड क्यों नहीं स्थापित कर लेती। लोगों से मिले इन प्रतिक्रियाओं ने मानस्वी के मन में खुद का ब्रांड स्थापित करने की सोंच को और बल दिया और उन्होंने वर्ष 2015 में “Unemployed Brains” नाम से अपने ब्रांड की शुरुआत की।
ब्रांड बनाने के बाद शुरुआत में वे रेडीमेड कपड़े बनाने लगीं। धीरे-धीरे कारोबार बढ़ा जिसके बाद उन्होंने वीमेंस वीयर की ओर अपना कदम बढ़ाया। रेडीमेड कपड़ों और वीमेंस वीयर का उनका कारोबार आगे बढ़ता गया और चेन्नई, हैदराबाद के छोटे से लेकर बड़े आउटलेट्स में उनके कपड़े अपनी मौजूदगी दर्ज कराने लगे। चेन्नई स्थित सुंदरी सिल्क और चेन्नई सिल्क में भी उनके कपड़े आसानी से प्राप्त किए जा सकते हैं। इसके बाद उन्होंने अपने आसपास के राज्यों में भी आपने प्रोडक्ट उपलब्ध करवाने शुरू कर दिए। अब तक के सारे बिजनेस वे ऑफलाइन कर रही थी लेकिन उसके बाद उन्होंने अपना बिजनेस ऑनलाइन की तरफ भी मोड़ा और flipkart जैसे नामचीन प्लेटफार्म पर उन्होंने अपने बिजनेस का विस्तार दिया।
यह भी पढ़ें :- कभी दो वक्त की रोटी के लिए भी नहीं थे पैसे, मगर आज अपनी कला के जरिए दे रही 1200 महिलाओं को रोज़गार
दूसरे ब्रांड की तुलना में है बेहतर-Unemployed Brains
The Logically से बात करते हुए मानस्वी (Manaswi Bhogireddy) अपने ब्रांड के कपड़ों की गुणवत्ता बारे में विस्तार से बताया। साथ हीं उन्होंने यह भी बताया कि कैसे उनके ब्रांड के कपड़े दूसरे अन्य ब्रांड की तुलना में बेहतर है। उन्होंने कहा “हमारे प्रोडक्ट्स अच्छे और उचित दाम पर बेहतरीन लुक के साथ कंफर्ट भी होते हैं। हम ‘ए’ ग्रेड के अनुभवी टेलरों से उसे स्टिचिंग करवाते हैं जो बड़े-बड़े ब्रांड में काम कर चुके होते हैं। जो लोग एक बार हमारे प्रोडक्ट खरीदते हैं तो उसकी गुणवत्ता के कारण वे बार-बार लेने आते हैं। हमारे कपड़े हैंडलूम के बने होते हैं। जैसा कि सभी जानते हैं कि हैंडलूम मंहगा होता है और उससे बने कपड़े का मेंटेनेंस भी मंहगा होता है। कपड़ों का मेंटेनेंस सस्ता और आसान हो इसके लिए हम पूरा प्रोसेस करवाते हैं और पहले एंजाइम वॉश भी करवाते हैं ताकि उसका हैंडफिल बढ़िया रहे।
हैंडलूम फैब्रिक से बनाती हैं अपने कपड़े
वे बताती हैं कि “हमारा प्रोडक्ट्स हैंडलूम कपड़ों से तैयार किया जाता है। हम किसी भी चैनल या मिडिलमैन के जरिए फैब्रिक नहीं खरीदते हैं। जैसा कि सभी जानते हैं कि हैंडलूम का मेंटेनेंस थोड़ा महंगा होता है। हमारे हैंडलूम से बने कपड़े का मेंटेनेंस सस्ता और आसान हो इसके लिए हम पूरा प्रोसेस करवाते हैं और पहले एंजाइम वॉश भी करवाते हैं ताकि उसका हैंडफिल बढ़िया रहे।
आगे की कार्य योजना
मानस्वी अपने आगे की योजना के बारे में बताती हैं कि हम अभी ऑनलाइन में और भी प्रोडक्ट्स जोड़ने वाले हैं। हर किसी को हैंडलूम पहनना पसंद होता है क्योंकि हैंडलूम तो भारत का हेरिटेज है। अधिकतर लोग हैंडलूम से बने कपड़े इसलिए नहीं पहनते क्योंकि वह महंगे होते हैं और उनका मेंटेनेंस भी मंहगा होता है। हमारी योजना है कि हम एक बेस्ट प्राइस के साथ कम मेंटेनेंस वाला हैंडलूम प्रोडक्ट्स बनाएं ताकि लोग उसे आसानी से खरीद सकें। मैं हर किसी के वार्डरोब में हैंडलूम वाले कपड़े देखना चाहती हूं। सोशल मीडिया से अपने प्रोडक्ट की ज्यादा से ज्यादा उपस्थिति दर्ज करवानी है। अपने ब्रांड को डिजिटल प्लेटफॉर्म से पर तेजी से आगे बढ़ाने की भी योजना है। प्रोडक्ट्स बढ़ाने के साथ-साथ हम हमारे ऑफलाइन वाले कार्य क्षेत्र को भी बढ़ाना चाहते हैं ताकि भारत के अन्य शहरों और गांव के कस्टमर तक हमारे प्रोडक्ट्स पहुंचे।
स्टार्टअप करना कितना मुश्किल या कितना आसान ?
किसी भी इंसान के लिए नया स्टार्टअप(Startup) करना कितना मुश्किल या कितना आसान होता है इस पर मानस्वी कहती हैं कि “मुझे लगता है कि किसी भी काम को शुरु करने के लिए एक पागलपन की जरूरत होती है क्योंकि इंसान को हार नहीं मानना चाहिए। व्यापार किसी भी तरह का हो उसमें धैर्य रखना बहुत हीं आवश्यक होता है। निरंतर रूप से मेहनत करते जाएं और जो आपने एक लक्ष्य निर्धारित कर रखा है उसे कभी नहीं छोड़ना चाहिए। लक्ष्य के लिए जो राह बनी है वह आसान तो नहीं हो सकती बल्कि हमें अपनी मेहनत और काबिलियत से उसे आसान बनाना पड़ता है। कई लोगों को बिजनेस करने में रूचि होती भी है तो वे रिस्क लेना नहीं चाहते। अगर हिम्मत रही और निरंतर प्रयास बना रहा तो हर इंसान आगे बढ़ने हेतु रास्ता खुद ही ढूंढ लेता है। परिस्थिति के हिसाब से खुद को ढाल कर अपने लक्ष्य का पीछा करते रहना चाहिए।
जरूरतमंदों की भी करती हैं सेवा
अपनी कंपनी के कामकाज को देखते हुए मानस सेवा कार्य भी करती हैं। हालांकि वह इसे सेवा का नाम नहीं देती। इस बारे में वह सिर्फ इतना कहती हैं कि “इंसान इंसान के काम नहीं आया तो कौन आएगा। मैं इतना सोचती हूं कि आज जो मेरे पास है और वह किसी के काम आ सकता है तो उसे कर देना चाहिए”। वे कुछ बच्चों की ट्यूशन फी, स्कूल फी तथा कुछ लोगों को राशन का सामान भी मुहैया करवाती हैं।
इन माध्यमों पर कर सकते हैं सम्पर्क:-
Call & Whatsapp:- +91-8668057562
मानस्वी जी ने जिस तरीके से अपना बिजनेस और अपने ब्रांड को स्थापित करने का जिस तरह रिस्क लिया और अपने निरंतर मेहनत से अपने बिजनेस को इस मुकाम पर पहुंचाया है वह बेहद प्रशंसनीय है और स्टार्टअप के लिए सोंच रहे सभी लोगों के लिए प्रेरणा हैं। The Logically मानस्वी जी को ढेर सारी शुभकामनाएं देता है।