Tuesday, December 12, 2023

एक और सपना पूरा हुआ, नीरज चोपड़ा ने माता-पिता को हवाई सफर कराकर कही यह बात

Tokyo Olympics 2020 में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) को इन दिनों कौन नही जानता। जैवलिन थ्रो यानी भाला फेंक में कामयाबी मिलने के बाद पूरे भारत में वह चर्चा का विषय बने हुए है। बता दें कि 23 वर्षीय खिलाड़ी नीरज (Neeraj Chopra) ने 7 अगस्त 2021 को टोक्यो ओलंपिक 2020 में जैवलिन थ्रो यानी भाला फेंक में कामयाबी हासिल कर पूरे दुनिया मे भारत के नाम रोशन किया था। बता दें कि शानिवार के सुबह सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरे शेयर कर उन्होंने लिखा है कि, “आज जिंदगी का एक सपना पूरा हुआ, जब अपने माता-पिता को पहली बार फ्लाइट में बैठा पाया।” आपको बता दें कि, अपने इस भावुक पोस्ट के बाद वह फिर एक बार लोगों में चर्चा का विषय बने हुए हैं ―Neeraj Chopra fulfills his dream of taking parents on flights, tweets emotional message.

11 साल की उम्र में नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने भाला फेंकना किया था शुरू

भारत को टोक्यो ओलंपिक 2020 में गोल्ड मेडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) हरियाणा के पानीपत के रहने वाले है। इनका जन्म 24 दिसंबर 1997 को हुआ था। इनके पिता पेशे से किसान और माता एक गृहणी है। बता दें कि, नीरज कुल पांच भाई बहन है।

Neeraj chopra taking parents on flight

बचपन से ही थी खेल में रुचि

जानकारी के मुताबिक, नीरज (Neeraj Chopra) ने अपने पढ़ाई स्नातक तक पूरी की है। बचपन से ही इनको खेल के प्रति बहुत रुचि थी। लेकिन उनका सबसे ज्यादा लगाव जैवलिथ थ्रो यानी भाला फेंक में था, जिसको इन्होंने अपना लक्ष्य बनाया और महज 11 साल की उम्र से ही इसके तैयारी में जुट गए। इसके लिए लगातार मेहनत की और
जर्मनी के पेशेवर जैवलिन एथलीट उवे होन के निर्देशन में ट्रेनिंग भी ली। ―Neeraj Chopra, gold medalist and javelin star of Tokyo Olympics 2020, shared a picture with parents on social media platforms and informed about the fulfillment of the dream.

बता दें कि वर्ष 2014 में उन्होंने 7 हज़ार की कीमत में एक भाला खरीदा था। वर्ष 2016 में इनके एक रिकॉर्ड से इनके करियर को एक नई दिशा मिली। बाद में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए 10 हजार रुपये में भाला खरीदा। उसके बाद उनको लगातार कामयाबी मिली।

Neeraj chopra taking parents on flight

लगातार मिली कामयाबी

वर्ष 2016 में उन्हें (Neeraj Chopra) IAAAF चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल मिला। उसके बाद उनको
सेना में अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया। फिर वर्ष 2016 में ही साउथ एशियन गेम्स में गोल्ड जीता। फिर 2016 में ही एशियन जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता। इसके बाद वर्ष 2017 एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मिला। फिर वर्ष 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। इसके अलावें दोहा डायमंड लीग में भी गोल्ड मेडल जीता। बता दें कि इनको वर्ष 2018 में अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा गया था औऱ सबसे ज्यादा खास बात तो यह है कि 2021 में इन्होंने जो कामयाबी हासिल की है उसके लिए पूरा देश इनको हमेशा याद रखेगा। ―Neeraj Chopra fulfills his dream of taking parents on flights, tweets emotional message.

Neeraj chopra taking parents on flight

शनिवार के सुबह ट्वीट कर एक और सपना पूरा होने की दी जानकारी

बता दें कि, Tokyo Olympics 2020  के गोल्ड मेडलिस्ट औऱ जैवलिन स्टार नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने शनिवार के सुबह सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर अपने माता-पिता के साथ तस्वीरे शेयर की और ट्वीट कर अपना एक और सपना पूरा होने की जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि, अपने माता-पिता को पहली बार फ़्लाइट में सफ़र करवाया।

बता दें कि टोक्यो ओलंपिक 2020 के बाद भारत वापस लौटने के बाद नीरज (Neeraj Chopra) बीमार हो गए थे। फिलहाल अभी वह छूटी पर है।