Saturday, December 9, 2023

Asha Kandara जोधपुर की रहने वाली हैं, दो बच्चों की माँ होने के बावजूद भी आशा ने वह कर दिखाया है जो लगभग नामुमकिन था

कहा जाता है न, काबिल बनने के लिए बैकग्राउण्ड तथा औदा कोई मायने नही रखता, मायने रखता है तो आपकी सोच, आपकी लगन, और आपकी इच्छाशक्ति। अगर आपके अंदर जीवन मे मंजिल पाने की ललक है और आप उसके लिए कड़ी परिश्रम करते है तो उस मंजिल को पाने से आपको कोई रोक नही सकता, चाहे आप किसी भी बैकग्राउंड से आते है। आज हमारी कहानी एक ऐसी ही लड़की के बारे में है, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी अपने हौसलें को बरकरार रखा और आज उसी हौसलें के बदौलत SDM बनने जा रही है।

Asha Kandara became Sweeper to SDM

तो चलिए जानते है, इस होनहार लड़की की कामयाबी के सफर की कहानी।

जोधपुर के सड़कों पर झाड़ू लगाने वाली लड़की बनी SDM

कहा जाता हैं न, अगर आप मेहनती है तथा आपके अंदर जुनून है कुछ पाने की, तो आपकी मेहनत और जुनून अपना रंग जरूर दिखाएगी। ऐसा ही कुछ किया है, जोधपुर (Jodhpur) की रहने वाली तथा जोधपुर नगर निगम में झाड़ू लगाने वाली आशा कण्डारा (Asha Kandara) ने। जी हां, आशा कण्डारा चेहरे पर दुपट्टा बांधकर, हाथों में झाड़ू लेकर जोधपुर के सड़कों पर झाड़ू लगाया करती थी। आज वही लड़की एसडीएम (SDM) बनने वाली है। ―The girl who sweeps the streets of Jodhpur becomes SDM.

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झाड़ू लगाने के साथ-साथ खाली वक्तों में बैठ कर पढ़ती थी किताबें

बता दें कि, आशा कण्डारा (Asha Kandara) के लिए सफाईकर्मी (Sweeper) से SDM बनने तक का सफर आसान नही था। वो झाड़ू लगाने के साथ-साथ खाली वक्तों में किताबे भी पढ़ती थी। आज इसी कड़ी मेहनत के वजह से उनकी किस्मत बदल गई और अब उनका राजस्थान प्रशासनिक सेवा में आर एस 2018 में चयन हो गया है। ― Asha Kandara became Sweeper to SDM.

Asha Kandara became Sweeper to SDM

पति से हुआ झगड़े के बाद किया दो बच्चों का अकेले पालन-पोषण

आशा कण्डारा (Asha Kandara) ने यह मुकाम पाने के लिए अपने जीवन में काफी संघर्ष किया है। बता दें कि, आठ साल पहले पति से हुआ झगड़े के बाद आशा अकेले अपने दो बाल-बच्चो का जिम्मेदारी उठाने लगी तथा उनका पालन-पोषण में कोई कमी नही की। वो नगर निगम में झाड़ू लगाती थी लेकिन उन्हें नियमित सफाई कर्मचारी के रूप में नियुक्ति नही मिल पा रही थी, जिसके लिए उन्होंने 2 साल तक नगर निगम से लड़ाई भी लड़ी। ये सब के बाद भी कुछ नही हुआ। कुछ वर्षों के बाद एक साथ दो नौकरियों में उनका चयन हुआ। पहला कि नगर निगम के तरफ से सफाई कर्मचारी के रूप में उनकी नियुक्ति हो गई और दूसरा कि राज्य प्रशासनिक सेवा में भी उनकी नियुक्ति हो गई। ―Asha Kandara became Sweeper to SDM.

इंटरव्यू के दौरान बताया अपने सफर की कहानी

आशा (Asha Kandara) ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि, उनके कामयाबी के सफर की कहानी आसान नही थी। वो दिन में जोधपुर के सड़कों पर स्कूटी से झाड़ू लगाने आती थी और साथ मे कुछ किताबें भी लेकर आती थी, खाली समय मिलने पर उन किताबों को बैठ कर पढ़ा करती थी।

Asha Kandara became Sweeper to SDM

नगर निगम के अफसरों को देखकर अफसर बनने को ठानी

सड़को पर झाड़ू लगाने के दौरान ही उन्होंने (Asha Kandara) अपनी पढ़ाई पूरी कर ली। उन्होंने (Asha Kandara) ग्रेजुएशन करने के बाद नगर निगम के अफसरों को देखकर अफसर बनने की ठान ली। उसके बाद सिलेबस का पता लगाया और तैयारी में जुट गई। लेकिन आशा के लिए यह काम आसान नही था, फिर भी उन्होंने अपने हौसलें को बुलंद रखा और कड़ी मेहनत की। आज उन्होंने अपने मुकाम को पाकर यह साबित कर दिया कि लक्ष्य को पाने के लिए केवल लगन और कड़ी मेहनत की जरूरत है न कि किसी बड़े बैकग्राउण्ड की। ―Asha Kandara became Sweeper to SDM.

The Logically, आशा कण्डारा (Asha Kandara) को SDM बनने की शुभकामनाएं देता है तथा उनके जज्बे को सलाम करता है और साथ ही यह दुआ करता है कि वो आगे भी ऐसे ही अपने हौसलें बुलंद रखे तथा जीवन मे हमेशा सफलता पाती रहें।