जीवन में आगे बढ़ने में जब किसी का सहयोग मिलता है, तो हम हर चुनौती को पार कर अपने लक्ष्य तक पहुंच ही जाते हैं।- owner of iD Fresh Food Musthafa PC
कुछ ऐसा ही केरल (Kerala) के एक छोटे से गांव के रहने वाले मुस्तफा पीसी (Musthafa PC) के साथ हुआ है। एक अध्यापक ने उन्हें सही राह दिखाई और आगे पढ़ने के लिए प्रेरित किया, जिसका परिणाम है कि मुस्तफा आज करोड़ों की कंपनी चला रहे हैं।
टीचर ने किया पढ़ने के लिए प्रेरित
मुस्तफा के पिता एक दिहाड़ी मजदूर थे, लेकिन वह शिक्षा के महत्व को अच्छी तरह जानते थे। उनका सपना था कि उनके बच्चे शिक्षित हो। मुस्तफा छठी क्लास में फेल हो गए, जिसके बाद वह पढाई छोड़ मजदूरी करने लगे थे।
इस दौरान उनके एक स्कूल टीचर ने उन्हें फिर से स्कूल जाने के लिए कहा। उनकी बात मानकर मुस्तफा फिर से स्कूल जाने लगे। इस बार वह पूरे मन से पढ़ाई किए और आगे चलकर जीवन में बड़ा मुकाम हासिल किया।
शिक्षकों ने किया मुस्तफा के पढ़ाई में मदद
मुस्तफा कहते हैं कि एक शिक्षक ने उन्हें स्कूल लौटने के लिए मनाया और उन्हें मुफ्त में पढ़ाया, जिससे उन्होंने गणित में अपनी कक्षा में टॉप किया। आगे चल कर मुस्तफा स्कूल टॉप किया। कॉलेज में भी उनके टीचर्स ने उनकी मदद की। यहां तक की उनके शिक्षकों ने ही उनका फीस भरा।
मुस्तफा चाहते थे अपना बिजनस शुरू करना
मुस्तफा अपनी पहली सैलरी 14,000 रुपये जब अपने पिता को दिए तो वह खुशी से रो पड़े और उन्होंने कहा कि तुमने मेरे पूरे जीवन की कमाई से ज्यादा कमाया है।
उसके बाद मुस्तफा पीसी को विदेश में नौकरी मिल गई, जिससे 2 महीने में ही उनके पिता का 2 लाख रुपये का कर्ज उतार गया। अच्छी सैलरी होने के बावजूद भी मुस्तफा अपना बिजनस शुरू करना चाहते थे और उन्होंने iD Fresh Food की शुरुआत की।
50,000 रुपये की लागत से हुई iD Fresh Food की शुरुआत
iD Fresh Food का आइडिया मुस्तफा को अपने चचेरे भाई से मिला जब वे एक सप्लायर को एक सादे पाउच में इडली-डोसा बैटर बेचते हुए देखे।
कस्टमर प्रॉडक्ट की क्वालिटी के बारे में शिकायत कर रहे थे इसलिए मुस्तफा के चचेरे भाई ने उन्हें ‘क्वालिटी वाली बैटर कंपनी’ बनाने के विचार के साथ बुलाया। इसी तरह 50,000 रुपये की लागत से हुई iD Fresh Food फूड कंपनी की शुरूआत।
अपनी कंपनी को अपना फुलटाइम
iD Fresh Food की पूरी जिम्मेदारी मुस्तफा ने अपने चचेरे भाइयों को सौंप दी। उन्होंने 50 वर्ग फुट के किचन में ग्राइंडर, मिक्सर और एक वेइंग मशीन के साथ शुरुआत की।
मुस्तफा बताते हैं कि हमें एक दिन में 100 पैकेट बेचने में 9 महीने से ज्यादा का समय लगा था। तीन साल बाद मुस्तफा को यह एहसास हुआ कि अब उनकी कंपनी को उनकी फुलटाइम की जरूरत है, इसलिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी।
कर्मचारियों को करोड़पति बनाने का किया वादा
मुस्तफा के इस फैसले से उनके माता-पिता घबरा गए थे। ऐसे में मुस्तफा ने यह भरोसा दिलाया की अगर बिजनस नाकाम हुआ तो, वे फिर से नौकरी कर लेंगे। कंपनी की स्थिति बहुत खराब थी। वे अपने कर्मचारियों को सैलरी तक नहीं दे पा रहे थे।
ऐसे में उन्होंने अपने कर्मचारियों से वादा किया कि एक दिन उन्हें करोड़पति बनाएंगे। 8 साल तक संघर्ष करने के बाद निवेशकों के मिलने से अचानक कंपनी की किस्मत बदल गई।
रातों रात बनी 2000 करोड़ की कंपनी
मुस्तफा कहते हैं कि रातों रात हम 2000 करोड़ की कंपनी बन गए और अपने वादे को पूरा किया। सफलता के इस शिखर पर पहुंच कर मुस्तफा को इस बात का अफसोस है कि वे अपनी सफलता को अपने बचपन के शिक्षक के साथ साझा नहीं कर पाए क्योंकि तब तक उनका निधन हो चुका था।
मुस्तफा पीसी (Musthafa PC) अपने शिक्षक से मिलकर यह बताना चाहते थे कि एक मजदूर ने उनके कारण क्या हासिल किया है।- owner of iD Fresh Food Musthafa PC
मुस्तफा को प्रतिष्ठित हार्वर्ड में बोलने के लिए बुलाया गया
साल 2018 में मुस्तफा पीसी को प्रतिष्ठित हार्वर्ड में बोलने के लिए बुलाया गया था। वहां जाकर मुस्तफा ने सबसे पहले उस शिक्षक के बारे में बताया, जिसने उन्हें हार नहीं मानने दी।
फिर अपने पिता के बारे में, जो अब भी अपने खेत में हर रोज़ पूरे दिन मेहनत करते हैं। मुस्तफा कहते है कि इन लोगों ने मुझे सिखाया कि अगर आप कड़ी मेहनत करते हैं, तो एक मजदूर का बेटा भी एक मिलियन डॉलर की कंपनी बना सकता है। वर्तमान में मुस्तफा की कंपनी का टर्नओवर 730 करोड़ रुपये है.- owner of iD Fresh Food Musthafa PC