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एक पौधा भी लगाने नही आता था, मात्र 4 सालों में घर को फूलों से ढक दिए: घर की तस्वीरें मन मोह लेंगी

हमलोगों ने इस बात को महसूस किया होगा कि पिछ्ले कुछ सालों से देश की राजधानी दिल्ली में प्रदुषण का लेवल काफी बढ़ चुका है। आमजनों का रहना वहाँ मुश्किल हो गया है। यूं कहें तो बिमारी वाले लोगों के लिए यह जगह काफी हानिकारक साबित हो रहा है। आज हम बात करेंगे एक ऐसी महिला और उसके परिवार के बारे में जिसने बढ़ते प्रदूषण के कारण दिल्ली छोड़ कर देहरादून में बसना पसंद किया। आज के समय में उनक परिवार वहाँ प्रकृति का अनुभव करते हुए बेहतर स्वास्थ लाभ ले रहा हैं।

तो आइए जानते हैं उस महिला और उसके परिवार से जुड़ी सभी जानकारियां-

कौन है वह महिला ?

हम पूनम अरोरा (Poonam Arora) की बात कर रहे हैं, जो मूल रूप से दिल्ली (Delhi) की रहने वाली है। उनका पैतृक घर उतर प्रदेश के बरेली में है। उनकी उम्र 47 साल है। वह पिछ्ले 20 सालों से दिल्ली में अपने परिवार के साथ रहती है। बढ़ते प्रदुषण के कारण उनके परिवार ने देहरादून में बसने का प्लानिंग किया। आज के समय में वह प्रकृती के करीब रहते हुए करीब 300 फूलों का देख-रेख अपने घर पर हीं करती है।

Poonam arora dream house with gardening

प्रदूषण के कारण छोड़ी दिल्ली

बरेली छोड़ कर दिल्ली में रहने वाले पूनम अरोरा (Poonam Arora) तथा उनका उनका परिवार पिछ्ले छह साल पहले तक दिल्ली में हीं थे। उनके अनुसार, हमेशा हीं दिल्ली में उनके पति को हेल्थ से जुड़ी परेशानियां रहती थीं। कभी-कभी उन्हें अपना काम भी छोड़ना पड़ा था। उन लोगों का पैतृक घर बरेली था इसलिए उनके परिवारवाले अक्सर उन सबको शहर छोड़कर बरेली आने को कहते थे। लेकिन उनलोगों ने बरेली न जाकर देहरादून में बसने का फैसला किया।

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घर में की गार्डनिंग

देहरादून में आकर जब पूनम अरोरा (Poonam Arora) ने अपना घर बनाया तब गार्डन बनाने पर विशेष ध्यान दिया। ताकि वह ज्यादा से ज्यादा पौधे लगा सकें। दिल्ली में रहते हुए वह चाहकर भी ज्यादा पौधे नहीं लगा पाती थीं। उन्होंने बचपन में अपनी माँ के साथ थोड़ी-बहुत गार्डनिंग की थी, बस उसी को याद करके उन्होंने गार्डनिंग की शुरुआत की और धीरे-धीरे उनकी रुचि इतनी बढ़ गई है कि आज के समय में वे अपने घर में मिट्टी तैयार करके कम से कम 300 तरह के फूलों का पौधा लगाई हुई है।

बता दें कि, उन्होंने अपने घर में तरह-तरह के सुंदर फूल लगाया हुआ है लेकिन उनके घर की बाहरी दीवारों पर लगे ऑरेंज ट्रम्पेट वाइन से उनके घर का नज़ारा इतना खूबसूरत दिखता है कि उस रास्ते से आने-जाने वाला हर एक व्यक्ति एक बार रुककर जरूर इसे देखता है।

यूट्यूब पर लोगों को सिखाती है गार्डेनिंग

उन्होंने खुद अपने घर में गार्डनिंग करने के साथ हीं साथ यूट्यूब चैनल के जरिए कई अन्य लोगों को भी गार्डनिंग सीखा रही हैं। यूट्यूब पर उनके 200 से ज्यादा वीडियोज़ हैं और तक़रीबन 50 हजार लोग उन्हें यूट्यूब पर फॉलो भी करते हैं।

प्रकृति से हुआ जुड़ाव

दरअसल बात यह है कि, पूनम अरोरा (Poonam Arora) तथा उनका परिवार हमेशा प्रकृति से जुड़ा रहना चाहता था। क्युकिं दिल्ली में अक्सर उनके पति का तबियत सही नहीं रहता था। उनका पैतृक घर बरेली था इसलिए जब भी वह अपने घर बात करती थी तो अक्सर उनके घर के लोग शहर छोड़कर बरेली आने को कहते थे। लेकिन उन्होंने बरेली न जाकर देहरादून में बसने का फैसला किया। उनकों प्रकृती तथा पहाड़ों के आस-पास रहने का शौक था।

स्वास्थ हुआ बेहतर

दिल्ली से देहरादून लौटने के बाद जब पूनम अरोरा (Poonam Arora) ने देहरादून मे अपना घर बनाया, तब घर का गार्डन बनाने पर उन्होंने विशेष ध्यान दिया, ताकि वह ज्यादा से ज्यादा पौधे लगा सकें। दिल्ली में रहते हुए वह चाहकर भी ज्यादा पौधे नहीं लगा पाती थीं। ऐसे तो उन्हें गार्डनिंग का कोई खास जानकारी नहीं थी लेकिन उन्होंने बचपन में अपनी माँ के साथ थोड़ी-बहुत गार्डनिंग की थी। उसी को याद करके उन्होंने गार्डनिंग की शुरुआत की और धीरे-धीरे उनकी रुचि इतनी बढ़ गई कि वह घर में मिट्टी तैयार करने से लेकर कम्पोस्ट बनाने तक का सारा काम खुद हीं करने लगीं।

खास बात यह कि इस गार्डनिंग के बाद जब घर में निगेटिविटी दूर हुई और हरियाली होने लगी तब उनके परिवार का सारा बिमारी धीरे-धीरे खत्म होने लगा और सभी स्वस्थ होने लगे।

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निधि बिहार की रहने वाली हैं, जो अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अभी बतौर शिक्षिका काम करती हैं। शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने के साथ ही निधि को लिखने का शौक है, और वह समाजिक मुद्दों पर अपनी विचार लिखती हैं।

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