आजकल खेती का दायरा इतना बढ़ चुका है कि जमीन होना या ना होना से कोई फर्क नहीं पड़ता जिन लोगों के पास जमीन नहीं भी है वह भी अपने घर की छत पर विभिन्न तरह के तकनीक से खेती कर रहे हैं जब घर पर खेती करने की बात आती है तो उसके लिए बिना मिट्टी वाली खेती ज्यादा उपयुक्त मानी जाती हैं।
आज हम इसी तकनीक के बारे में बताएंगे और बताएंगे कि कैसे दो भाईयों ने अपने घर की छत पर खेती कर सफलता को प्राप्त किया। इन्होंने अपने मकान में हाइड्रोपोनिक फार्मिंग के तरीकों को अपनाकर खेती की और इससे लाखों रुपए की कमाई भी कर रहे हैं।
रामवीर सिंह (Ramvir Singh) जो उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh) के बरेली (Barely) के रहने वाले हैं। इनके पूर्वज भी खेती करते थे। रामवीर सिंह ऑर्गेनिक फार्मिंग (Organic Farming) करने से पहले काफी लंबे समय तक एजुकेशन सेक्टर और मीडिया में काम किया करते थे। इसके बाद उन्होंने इस नौकरी को छोड़कर अपने गांव वापस आ गए। उसके बाद इन्होंने ऑर्गेनिक तरीके से खेती करने के बारे में सोंचा। फिर इन्होंने सबसे पहले ऑर्गेनिक तरीकों को अपनाया इसमें इन्हें काफी अच्छा मुनाफा हुआ।
रामवीर (Ramvir Singh) बताते हैं कि हम ऑर्गेनिक तरीके (Organic Methods) से खेती करने के बाद साल 2016 में में दुबई (Dubai) गया। जब मैं दुबई गया तो देखा कि वहां के लोग अपनी मकान के बिल्डिंग में खेती कर रहे हैं और इससे वे लोग अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं। यह बताते हैं कि मैंने पहली बार हाइड्रोपोनिक सिस्टम (Hydroponic System) को काफी नजदीक से देखा। इस तरह की खेती को देखकर मुझे यह आईडिया बहुत पसंद आया। इसके बाद मैंने कुछ दिन दुबई में रह करके वहां के किसानों से इस हाइड्रोपोनिक सिस्टम के बारे में काफी अच्छे से जानकारी ली। हाइड्रोपोनिक सिस्टम के बारे में हमने काफी अच्छे से जान लिया। इसके बाद जब हम अपना स्वदेश वापस लौटे। तो सबसे पहले हमने अपने तीन मंजिला मकान को पूरी तरह से हाइड्रोपोनिक सिस्टम में बदल दिया। इस हाइड्रोपोनिक तरह से खेती करने के लिए मैंने काफी पैसे भी खर्च किए और तरह-तरह के फल और सब्जियों के पौधे भी लगाए। हमें काफी जल्दी इन हाइड्रोपोनिक सिस्टम (Hydroponic System) तरीके से लगाए हुए पौधे से लाभ भी मिलने लगा। अभी हमारे मकान में लगभग 10 हजार से ज्यादा पौधे लगे हैं। रामवीर सिंह बताते हैं कि हम अपने देश के अलग-अलग राज्यों में जाकर लोगों को घर में हाइड्रोपोनिक सिस्टम को अपनाने की सलाह दे रहे हैं। आज में इस हाइड्रोपोनिक सिस्टम से खेती करके सलाना 70 से 80 लाख रुपए तक की कमाई हो रही है।
रामवीर सिंह (Ramvir Singh) बताते हैं कि मैंने ठान लिया है कि हाइड्रोपोनिक सिस्टम को ज्यादा से ज्यादा लोग इस ऑर्गेनिक तरीके (Organic Methods) से खेती करें। लोग हरी और ताजी सब्जियां का सेवन करें। मैं इस हाइड्रोपोनिक सिस्टम को अपनाने की सलाह लोगों को दे रहा हूं। हमने उत्तर प्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों ओडिशा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश जैसे कई राज्यों में लोगों के लिए इस हाइड्रोपोनिक सिस्टम (Hydroponic System) को स्थापित कर रहे हैं। इस हाइड्रोपोनिक सिस्टर में घरेलू लोगों के साथ साथ जो व्यवसायिक स्तर के लोग हैं, वो भी इस फार्मिंग में शामिल है। वे भी इस हाइड्रोपोनिक सिस्टम को अपना कर अच्छा पैसा कमा रहे हैं।
आईए अब हम आपको तुषार अग्रवाल (Tushar Agrawal) के बारे में बताएंगे इन्होंने भी इस हाइड्रोपोनिक सिस्टम (Hydroponic System) को अपना करके लाखों की कमाई कर रहे हैं।
तुषार अग्रवाल (Tushar Agrawal) 27 साल के हैं इनकी पढ़ाई-लिखाई धनबाद (Dhanbad) से शुरु हुई। इसके बाद तुषार BBA की सफाई करने के लिए बेंगलुरु चले गए। जब तुषार को BBA की पढ़ाई खत्म हो गई तो इन्होंने साल 2018 में MBA की डिग्री अहमदाबाद से लिया। तुषार अग्रवाल अपनी मन में पहले से ही तय के लिए थे कि उन्हें खुद से कुछ करना है। वो कॉलेज के समय से ही स्टार्टअप (Startup) को लेकर कुछ काम करते रहते थे और किसानों के भी साथ इनका मिलना-जुलना होता रहता था।
तुषार बताते हैं कि जब हम किसानों से मिलते-जुलते थे। तो हमें हाइड्रोपोनिक सिस्टम (Hydroponic System) के बारे में पता चला। इसके बाद मेरा रुझान इस हाइड्रोपोनिक सिस्टम की तरफ बढ़ गया। फिर मैंने हाइड्रोपोनिक फार्मिंग के बारे में काफी रिसर्च और स्टडी करना शुरु कर दिया। मैंने बहुत सारे किसान और कंपनियों से संपर्क किया। साल 2020 में मैं अपनी दोस्तों के साथ मिलकर के राइज हाइड्रोपोनिक्स नाम से काम की शुरुआत कर दी।
तुषार (Tushar Agrawal) कहते हैं कि अहमदाबाद (Ahmedabad) के बड़ोदरा (Vadodara) में हमारा खुद का फॉर्म है। हम इस फार्म में हाइड्रोपोनिक तरीकों से बड़े स्तर पर फार्मिंग करते हैं। इस फर्म में हमारा जो भी प्रोडक्ट तैयार होता है उसे हम बाजार में जाकर बेच देते हैं। इसके साथ-साथ हम देश भर में व्यवसायिक और व्यक्तिगत स्तर पर हाइड्रोपोनिक फार्मिंग (Hydroponic Farming) और पॉलीहाउस (Polyhouse) स्थापित करते हैं। इसके साथ-साथ हमारी टीम गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार जैसे राज्यों में काम कर रही है। हम 1 साल में 30 बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर चुके हैं और हमने 100 आसपास सिस्टम को व्यक्तिगत स्तर पर विस्तार किया है। इस हाइड्रोपोनिक फार्मिंग से हमारी कमाई सलाना 10 करोड़ रुपए का टर्नओवर है।
हाइड्रोपोनिक फार्मिंग क्या है
हाइड्रोपोनिक फार्मिंग (Hydroponic Farming) एक ऐसी फार्मिंग है जिसे खेती करने के लिए जमीन की जरूरत नहीं पड़ती है। इस फार्मिंग को वाइट यह स्टैंड में प्लांटिंग (Planting) की जाती है। इस हाइड्रोपोनिक फार्मिंग को करने के लिए कुछ जरुरी चीजें जैसे वॉटर मीडियम के तहत मुहैया कराई जाती है। और मिट्टी की जगह नारियल के बेस्ट से तैयार फाइवर का इस्तेमाल किया जाता है। इसके साथ-साथ कई बार कंकर पत्थर का भी इस्तेमाल किया जाता है। फिर पानी के माध्यम से मिनरल्स पौधे तक पहुंचाया जाता है। इतना कम समय में इससे ज्यादा उत्पादन होता है। इन सब तरीकों को अपना कर इसे यह फायदा मिलता है। कि इसने पानी का इस्तमाल बहुत कम होता है। और अन्य खेती के मुकाबले इसमें मात्र 30% ही पानी की जरुरत होती है। ऐसी खेती में गर्मी हो क्या ठंड सिंचाई करने का कोई टेंशन नहीं होता। और इस खेत इससे राहत भी बहुत मिलती है।
हाइड्रोपोनिक फार्मिंग (Hydroponic Farming) की ट्रेनिंग अपनी देशों में कई जगह पर दी जाती है। अगर आप हाइड्रोपोनिक फार्मिंग से खेती करना चाहते हैं। तो आप अपनी नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र मे जाकर के इसकी पूरी जानकारी ले सकते हैं। इस फार्मिंग का प्रशिक्षण मात्र 2 से 5 दिनों में ही पूरा हो जाता है। अब गूगल की सहायता से भी इस संस्थान को खोज सकते है और इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
अगर आप इस तरह के फार्मिंग करना चाहते हैं और आपके पास पैसे कम है तो आप अपने घर के छत पर इसकी खेती आसानी से कर सकते हैं। इस हाइड्रोपोनिक फार्मिंग का सारा सेटअप बाजारों में उपलब्ध है। अगर आप अपने घर में इस फार्मिंग को स्थाई कराना चाहते हैं तो एक्सपर्ट की सलाह ले सकते हैं या फिर खुद ऑनलाइन वीडियो देखकर के भी आप इस फार्मिंग का सेटअप अपने घरों में स्थाई कर सकते हैं। अगर आप छोटे अस्तर पर इसकी खेती करना चाहते हैं तो आप मात्र 10-15 हजार रुपए में शुरुआत कर सकते हैं। अगर आप व्यवसायिक स्तर पर इस फार्मिंग की खेती करना चाहते हैं तो आपका बजट बढ़ जाएगा। उसमें आपको लगभग 20 लाख रुपए का बजट आ जाएगा और इसके साथ आपको इसकी टेंपरेचर को मेंटेन करने के लिए पॉलीहाउस बनाना पड़ेगा। इसके लिए सरकार आपको 50% तक की सब्सिडी भी देती है। हाइड्रोपोनिक फार्मिंग आज के दौर में किसानों के लिए काफी अच्छा फार्मिंग है। कम समय में ज्यादा उत्पाद देने वाला या फार्मिंग है। साथ ही साथ इसे काफी ज्यादा लाभ भी मिलता है।