बिहार राज्य का नाम एक बार फिर काफी सुर्खियों में रहा। चाहें वह कोई भी क्षेत्र हो, बिहार के छात्रों ने हमेशा से अपना परचम लहराया हैं। हमेशा से बिहार के युवकों ने अपने प्रतिभा का लोहा मनवाया है। इतना ही नहीं बल्कि हमारे देश की सबसे कठिन समझी जाने वाली परीक्षा यूपीएससी में भी सबसे अधिक बिहार के प्रतिभावान युवकों ने जीत हासिल कर बिहार का नाम रोशन किया है।
हम बात कर रहे हैं बिहार राज्य के बेगुसराय जिला की, जहां के प्रतिभावान छात्र ने अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ इच्छा-शक्ति से UPSC के द्वारा आयोजित CDS 2 (Combined Defence Service) की परीक्षा में पूरे भारत देश में 6वां स्थान प्राप्त किया है।
शुभम पांडेय (Shubham Pandey) बिहार (Bihar) राज्य के बेगुसराय (Begusarai) जिला के सिन्घौल सहायक थाना के अंतर्गत आनेवाले सुशील नगर के रहने वाले हैं। इनकी माता गृहिणी हैं और यह शुभम के साथ पटना में ही रहती हैं। शुभम हमेशा से अपने देश की सेवा करना चाहतें थे। इनके पिता जी आर्मी में थे। शुभम पांडेय को अपने पिता जी से देश की सेवा करने की प्रेरणा मिली। वह अपने पिता जी के दिखाये रास्तों पर चलना चाहतें थे। 2009 में शुभम के पिताजी की मृत्यु एक सड़क दुर्घटना में हो गईं। पिता की मृत्यु अर्थात बच्चे के सर से मानो छत ही छिन गईं हो। एक पिता अपने बच्चों के लिये हमेशा सही दिशा का ज्ञान देता हैं और बच्चों को उसके लक्ष्य को पाने में उसकी मदद भी करता हैं। पिताजी के मृत्यु के बाद शुभम को उनके उद्देश्य को पाने की राह में मुश्किलों ने दस्तक दे दी।
शुभम पांडेय ने केंद्रीय विद्यालय IOC बरौनी (Barauni) से अपनी 12वीं तक की पढ़ाई किया। 12वीं की पढ़ाई करने के बाद उन्होनें पटना के ए.एन. कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई किया।
शुभम अपने मंजिल तक पहुंचने के लिये ट्यूशन पढ़ाने लगे और इसके साथ ही वह अपनी पढ़ाई भी करतें रहें। शुभम वर्ष 2016 में NDA (National Defense Academy Exam) की परीक्षा में पास तो हुयें लेकिन पूरी तरफ सफल नहीं हो सकें। “असफलता एक ऐसी सीख है जो सफलता का मार्गदर्शन करती है।” इंसान असफल होकर ही बहुत कुछ सीखता है। इंसान जब असफल होता है तो वह उस असफलता से सफल होने का गुण सीख पाता है और उसके फलस्वरुप वह कामयाबी का स्वाद चखता है। शुभम पांडेय असफल होने के बाद रुकें नहीं। वह अपने मंजिल को छूने की चाह में मेहनत जारी रखें और आखिरकार 4 साल बाद शुभम अपने लक्ष्य तक पंहुच ही गयें और सफलता की एक नयी कहानी लिख दियें।
उनकी यूपीएससी सीडीएस की परीक्षा सितंबर, 2019 में आयोजित की गईं थी। शुभम ने अपनी कठिन परिश्रम से परे भारत देश में एयरफोर्स में 6वां स्थान और इंडियन आर्मी में 14वां स्थान प्राप्त किया। सीडीएस की परीक्षा में प्रथम स्थान पर सुरेश चंद्र, द्वितीय स्थान पर प्रवेश कुमार और तीसरे स्थान पर जतिन गर्ग रहें।
शुभम पांडे ने बताया कि NCERT की पुस्तकों को पढ़कर कठिन-से-कठिन परीक्षाओं में सफलता पायी जा सकती है। उनका कहना हैं कि UPSC के सिलेबस को सही ढंग से समझने के लिये NCERT की पुस्तकें बहुत मददगार साबित होती हैं। यूपीएससी की परीक्षा पास करने और अपनी समझ विकसित करने के लिये इन पुस्तकों को पढ़ना और समझना बहुत ज़रुरी है।
The Logically शुभम पांडेय को उनकी सफलता के लिये बधाई देता है।