पढ़-लिख कर अधिकांश युवा अफसर बनना चाहता है परंतु इस सफर में जब उसकी सरकारी नौकरी लगती है, तो उसका सफर वही खत्म हो जाता है। आज हम एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बात करेंगे, जिसने अपने सपने को पूरा करने के लिए कई सरकारी नौकरी छोड़ दिया। वह राजस्थान (Rajasthan) के बीकानेर जिले के खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र के गांव गुलुवाली के निवासी श्याम सुंदर बिश्नोई (Shyam Sundar Bishnoi) हैं। साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले श्याम सुंदर अपनी मेहनत से चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh) के एसडीएम बने (SDM) हैं।
श्याम सुंदर का पढ़ाई का सफर
श्याम सुंदर बिश्नोई (Shyam Sundar Bishnoi) का जन्म 7 फरवरी 1988 को धूड़ाराम बिश्नोई (Dhudaram Bishnoi) और सुशीला देवी (Sushila Devi) के घर में हुआ। उनके पिता एक किसान है। श्याम सुंदर ने अपनी शुरूआती पढ़ाई गांव के सरकारी स्कूल से पूरी करने के बाद बीकानेर के महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय से सभूगोल, इतिहास में एमए (MA) फिर बीएड (BED)किया। इस दौरान उन्होंने भूगोल विषय से नेट (NET) भी कर लिया। साल 2016 में अपने चौथा प्रयास में श्याम सुंदर 14वीं रैंक के साथ आरएएस (RAS) परीक्षा पास किया।
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श्याम सुंदर का परिवार
श्याम सुंदर अपने पिता के साथ रोज़ खेती करने भी जाया करते। उनके दो छोटे भाई संदीप कुमार (Sandeep Kumar), पवन कुमार (Pawan Kumar) और एक बहन सुमित्रा (Sumitra) है। संदीप कुमार राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल हैं, जो वर्तमान में बीकानेर में तैनात हैं। दूसरा भाई पवन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है। श्याम सुंदर की शादी मनीषा बिश्नोई (Manisha Bishnoi) से हुई है, जो एमए (MA), बीएड (BED) और एलएलबी (LLB) पास कर चुकी हैं। श्याम सुंदर की एक तीन साल की बेटी मनस्वी (Manasvi) है।
प्रेमसुख डेलू को मानते हैं अपना प्रेरणास्रोत
श्याम सुंदर बिश्नोई (Shyam Sundar Bishnoi) आईपीएस (IPS) अधिकारी प्रेमसुख डेलू (Premsukh Delu) को अपना प्रेरणास्रोत मानते हैं। उनकी पढ़ाई के प्रति लगन और आगे बढ़ने का जनुन उन्हें प्रेरित करता है। वह दोनों बीकानेर में रूम किराए पर लेकर साथ ही पढ़ाई करते थे। डेलू वर्तमान में गुजरात (Gujrat) के अम्बरेली में बतौर एसपी (SP) तैनात हैं। प्रेमसुख डेलू की दादी श्याम सुंदर के पिता की बुआ है, जिससे रिश्ते में वह उनके चचेरे भाई लगते हैं।
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आरएएस अधिकारी बनने का था लक्ष्य
श्याम सुंदर बिश्नोई हमेशा से अफसर बनना चाहते थे, जिसके तैयारी के दौरान वह खुद को तैयार करने के लिए कई प्रतियोगी परीक्षाएं दी। साल 2011में कांस्टेबल से लेकर साल 2016 में आरएएस (RAS) अधिकारी बनने के दौरान 12 बार सरकारी नौकरी लगी। जिसमें से उन्होंने कांस्टेबल, शिक्षक ग्रेड द्वितीय, अधिशासी अभियंता नगरपालिका और डीटीओ में कुछ समय के लिए ज्वाइन किया लेकिन उनका लक्ष्य आरएएस अधिकारी बनने का था।
वर्तमान में चित्तौड़गढ़ उपखंड अधिकारी के पद पर नियुक्त हैं
राजस्थान सरकार ने श्याम सुंदर बिश्नोई को अजमेर एसीएम के पद से चित्तौड़गढ़ उपखंड अधिकारी के पद पर भेजा है। इस पद पर बिश्नोई से पहले आईएएस तेजस्वी राणा (IAS Tejashwi Rana) कार्यरत थे। राणा ने चित्तौड़गढ़ के अप्सरा चौराहे पर लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने पर 14 अप्रैल 2020 को बेंगू विधायक राजेन्द्र सिंह विधुड़ी (Rajendra Singh Vidhuri) की गाड़ी का चालान कटवा दिया था। उसके बाद उनका तबादला संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी हेल्थ इंश्योरेंस एजेंसी जयपुर (Jaipur) में कर दिया गया।
आरएएस की तैयारी के दौरान पास की 12 परीक्षाएं
श्याम सुंदर बिश्नोई (Shyam Sundar Bishnoi) ने आरएएस (RAS) बनने के सफर में कांस्टेबल सीआईडी (राजस्थान पुलिस), पटवारी, राजस्व मंडल, शिक्षक ग्रेड तृतीय (सामाजिक विज्ञान), शिक्षक ग्रेड द्वितीय (अंग्रेजी), सब इंस्पेक्टर, राजस्थान पुलिस, अधिशासी अभियंता, नगर पालिका, स्कूल व्याख्याता (भूगोल), जिला परिवहन अधिकारी (डीटीओ), ग्राम सेवक, कॉपरेटिव इंस्पेक्टर, असिस्टेंट प्रोफेसर (कॉलेज शिक्षा), आरएएस अधिकारी की परीक्षाओं को पास कर चुके हैं।