वो नारी ही है जिसकी वजह से सारा संसार गतिमान है। वो हैं तो मां का आंचल है, वो है तो भाई के कलाई पर राखी बंधती है। (Sonal Sharma Judge) वर्तमान में नारी कई ऐसे कृतिमान स्थापित कर रही हैं जो समाज के लिए गौरव की बात है।
नारी वो रानी लक्ष्मी बाई है जो अपने हक के लिए लड़ना जानती है, नारी वो मदर टेरेसा है, जो सहायता करना भी जानती है। नारी अगर चाहे तो वो हर मुकाम हासिल कर सकती है जिसे वो पाने की चाह रखती है। आज हम आपको एक ऐसी ही महिला सोनल शर्मा (Sonal Sharma Judge) के बारे में बताएंगे
जिन्होंने जज बनने का गौरव प्राप्त किया है। आइये जानते हैं उनके बारे में।
सोनल ने किया कारनामा
सोनल शर्मा राजस्थान के उदयपुर (Udaipur) जिला के प्रताप नगर की रहने वाली हैं। सोनल का जन्म 7 दिसम्बर 1993 को हुआ था। इनके पिता का नाम ख्यालीलाल शर्मा तथा मां का नाम जसबीर है। सोनल के पिता डेयरी चलाते हैं, डेयरी के काम में वह अपने पिता की मदद कर अपने पढ़ाई को पूरा किया।
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पिता की मदद करती थी सोनल
सोनल (Sonal Sharma Judge) अपने पिता की मदद भी करती थी और साथ मे पढ़ाई भी। गाय की सेवा से लेकर अपने पढ़ाई भी सुचारू रूप से पूरा करते गई। पूरी लगनता से पढ़ाई कर वह साल 2018 के आरजेएस परीक्षा में सफल हुई। सबसे ख़ास बात यह है कि आज वह जज बनी हैं। वह राजस्थान में एक सत्र अदालत में प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात होंगी।
कई पुरस्कार प्राप्त किया
सोनल (Sonal Sharma Judge) शुरू से ही पढ़ाई में बहुत अच्छी थी। वह स्कूल से लेकर आज तक के सफर में उसने कई मेडल हासिल किए है। वह महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल भामाशाह अवार्ड से भी सम्मानित हो चुकी हैं। वह BA, LLB और LLM की परीक्षा में प्रथम स्थान पर रही थी।
पढ़ाई को गंभीरता से लिया
सोनल (Sonal Sharma Judge) ने अपने बचपन को पढ़ाई के साथ-साथ काम में भी लगाया। वह छोटी थी तब से उनके पिता डेयरी की शुरुवात की पर कभी भी उनकी पढ़ाई इससे कम नही हुई। काम के साथ पूरे जोश व उमंग के साथ सोनल ने अपने मुकाम को हासिल किया जो कि उनके परिवार व समाज के लिए गर्व की बात है।
लड़कियों के लिए प्रेरणा
आज सोनल ने जज बनकर यह साबित कर दिया है कि महिलाएं जिस भी क्षेत्र में जाएंगी अपना विजय पताका लहराकर आएंगी। आज सोनल सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा (Inspiration) हैं। उनसे आज महिलाओं को सीखने की आवश्यकता है। एक मध्यम वर्गीय परिवार (middle class family) से होते हुए सोनल शर्मा (Sonal Sharma Judge) ने मेहनत करके यह कृतिमान स्थापित किया है वह वाकई काबिले तारीफ है।
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