Wednesday, December 13, 2023

कोरोना संकट में नए आइडिया से किया कमाल, Dairy Farming के कारोबार से निकला जॉब का रास्ता

यह आवश्यक नहीं है कि जो महिलाएं उच्च शिक्षा ग्रहण कर रही हैं, वह कोई अच्छी कंपनी में जॉब करेंगी। बहुत-सी महिलाएं ऐसी भी हैं, जो उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद खेती से जुड़ रही हैं, तो कुछ पशुपालन से। एक ऐसी महिला की है, जिन्होंने एम.कॉम पास कर मात्र 17 वर्ष की आयु में डेयरी का उद्योग शुरू किया। आज ऑनलाइन निर्यात द्वारा वह बहुत मुनाफा कमा रही हैं।

सुनीता बिश्नोई का परिचय

24 वर्षीय सुनीता बिश्नोई (Sunita Bishnoi) हिसार (Hisar) से ताल्लुक रखती हैं और हरियाणा (Haryana) के महिलाओं के लिए कारगर सिद्ध हुई हैं। उन्होंने एमकॉम की पढ़ाई आदमपुर से संपन्न की है। वह मात्र 17 वर्ष की उम्र से ही कारोबार में लग गई (Dairy Business started After M.Com). उन्होंने डेयरी फार्म (Dairy Farming) शुरू किया। आज सभी महिलाओं के लिए एक उदाहरण बनी है। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने अपने देशी घी और दूध के अन्य प्रोडक्ट को ऑनलाइन बेचना शुरू किया। आज यह उनके लिए बहुत लाभकारी सिद्ध हुआ है।

Sunita Bishnoi Dairy Farming business during Covid-19

6 पशुओं से किया था शुरुआत

सुनीता बिश्नोई (Sunita Bishnoi) के घर की आर्थिक स्थिति कमजोर थी। उन्होंने महज 17 साल की उम्र में 6 पशुओं के द्वारा डेरी का कार्य शुरू किया। आज 65 पशुओं का Dairy Farming चला रही है। उन्होंने अपने इस Dairy Farming उद्योग से अपने घर की आर्थिक स्थिति दूर की। Dairy Farming का कार्य शुरू करने से पहले उन्होंने सारी जानकारी इकट्ठा और प्रशिक्षण भी लिया। (Dairy Business started after M.Com.)

Sunita Bishnoi Dairy Farming business during Covid-19

लॉकडाउन के दौरान शुरू किया ऑनलाइन बिक्री

जिस कोरोना काल में सभी व्यक्ति परेशान थे उस दौरान सुनीता को भी बहुत सारे संकटों का सामना करना पड़ा। सुनीता बिश्नोई (Sunita Bishnoi) ने उस वक्त ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को अपनाया और दूध के देसी घी और अन्य उत्पाद का निर्माण कर ऑनलाइन बिक्री का निश्चय किया। उन्होंने यूट्यूब पर चैनल बनाएं और फेसबुक पर भी अपने प्रोडक्ट के बारे में पोस्ट कर जानकारी दी (Dairy Business started After M.Com).

Sunita Bishnoi Dairy Farming business during Covid-19

हर माह लगभग होता है 4 लाख का मुनाफ़ा

बहुत ही जल्द उनका यह कार्य सफल हुआ और उनके प्रोडक्ट ऑनलाइन बिकने प्रारंभ हुए। पहले तो उन्हें पंजाब से ऑर्डर मिलने प्रारंभ हुए, उन्होंने पेमेंट के लिए ऑनलाइन मोड को सही समझा और आगे चलकर इनका प्रोडक्ट देश के सभी शहरों और राज्यों में बिकने लगा। उन्होंने अपने इस कार्य से झारखंड के कुछ युवाओं को जोदह और अपने परिवार के सदस्यों को भी शामिल किया है। आज वह अपने इस प्रोडक्ट के द्वारा हर माह 4 लाख रुपये कमा रहीं हैं। अब वह पशुओं की खरीद-बिक्री भी ऑनलाइन करती हैं।