अक्सर हम अपने आस-पास यह देखते हैं कि कुछ बच्चे बेहद हीं काबिल होते हैं। उनको देखकर हम खुद को या अपने बच्चों को भी उससे प्रेरित करते हैं। किसी के सफलता दर सफलता प्राप्त करते देख मन में उसके जैसा हो जाने की लालसा उत्पन्न होती है।
हमारे देश के अधिकतर बच्चे बचपन से हीं डॉक्टर बनने का सपना देखते हैं। परंतु आज हम एक ऐसे व्यक्ति की बात करेंगे जो मेडिकल में ही ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन दोनों पास करने के साथ हीं स्टैबलिश डॉक्टर थे। परंतु आश्चर्य की बात तो वह डॉक्टरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी में जुट गए और सफलता हासिल की। आईए जानते हैं उन हुनरमंद और बेहद काबिल शख्स और उनके द्वारा दिए गए टिप्स के बारे में…
सुयश चव्हाण (Suyash Chavan)
सुयश एक इंटरव्यू में यूपीएससी की परीक्षा के टिप्स देते हुए कहते हैं कि हर वर्ष यह परीक्षा लाखों लोग देते हैं, तो आपको उन लाखों लोगों से कुछ अलग करना चाहिए ताकि आप उन लाखों के बीच से सेलेक्ट हो सकें। वह कहते हैं कि दूसरों की स्ट्रेटजी का इस्तमाल करने की जगह अपना खुद का स्ट्रेटजी तैयार करें और उस पर काम करें। इससे आपका पढ़ने का तरीका भी बदलेगा और आगे चलकर सफलता भी मिलेगी।
रिवर्स प्लानिंग करना है जरूरी
सुयश बताते हैं कि अन्य कैंडिडेट की तरह प्लानिंग करने के बजाय आप रिवर्स प्लानिंग करें जैसे कि एग्जाम के एक दिन पहले आप क्या पढ़ रहे होंगे, एक हफ्ते पहले क्या, एक महीने पहले क्या और इसी तरह बाकी साल की भी योजना बना लें। इस प्लानिंग से इस परीक्षा में बहुत लाभ होगा। इसमें आपकी पूरी प्लानिंग पहले से हीं तय होती है कि कब कौन सा विषय कितने दिन तक पढ़ना है और कब तक उसे कंप्लीट कर लेना है। इससे परीक्षा में समय रहते पूरा सिलेबस खत्म हो जाता है।
ऑप्शनल का चुनाव खुद से करें
सुयश कहते हैं कि ऑप्शनल आप अपनी मर्जी से चुनें ना कि किसी को देख के या किसी के कहने पर, आप अपनी जरूरत के अनुसार ऑप्शनल का चयन करें और ऑप्शनल के हिसाब से उसकी तैयारी जल्द हीं शुरू कर दें क्यूंकि आगे चलकर इसके लिए समय नहीं मिलेगा। सुयश का ऑप्शनल मेडिकल साइंस था जिसे उन्होंने पूरे प्लानिंग से समय रहते खत्म कर दिया।
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सुबह के समय खूब रिवीजन
सुयश कहते हैं कि जो कैंडिडेट पूरे साल पढ़ने के बाद अंत में रिवीजन करते हैं उन्हें उससे सफलता नहीं मिलती और ना हीं उसका कोई लाभ होता है, इसलिए जो कल पढ़ा है, उसे अगले दिन सुबह रिवाइज करने के बाद हीं आगे की पढ़ाई आरंभ करें। इससे आप कुछ भी भूलेंगे नहीं और सुबह रिवाइज करने से आपको लाभ भी होगा क्यूंकि उस समय आपका दिमाग फ्रेश होता है।
अपने आंसर को बनाए सबसे बेस्ट
अपने आंसर को सबसे अलग और बेस्ट बनाने के लिए सुयश कहते हैं कि हर रोज रात में सोने के समय में ऐज आवर निकालें यानी वो घंटे जिसमें आप अपने तैयार किए विषयों में वैल्यू एडिशन करते हैं जैसे उनसे संबंधित कोट्स, डेटा, फैक्ट्स, चार्ट्स, रिपोर्ट्स, स्टडीज, एग्जाम्पल्स वगैरह प्रिपेयर करना। सुयश का मनना है कि रात के समय का सबसे अच्छा लाभ इससे मिल सकता है।
आधे अंक का भी होता है बहुत महत्त्व
सुयश कहते हैं कि यूपीएससी की परीक्षा में आधे अंक की बहुत इंपॉर्टेंस होती है। मेन्स में कुल सात पेपर होते हैं जिसमें हर पेपर में 20 प्रश्न आते हैं तो अगर आप सातों पेपर के सभी प्रश्नों में आधे अंक ज्यादा प्राप्त करते हैं तो आपके कुल स्कोर में 50 से 60 अंकों की बढ़ोत्तरी हो सकती है जो कि रैंक बदलने के लिए बहुत होता है। इसलिए आधे अंक का भी पूरा ख्याल रखें जैसे उत्तर के साथ डायग्राम बनाना, डायग्राम में कलर्स यूज करना, डेटा और फैक्ट्स डालना, एग्जाम्पल्स के साथ अपनी बात को प्रूफ करना, जिससे एग्जामिनर पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।
सुयश चव्हाण का वीडियो यहां देखें :-
कड़ी मेहनत से मिलती है यूपीएससी में सफलता
परीक्षा के समय में आप समय का पूरा ख्याल रखें। हर छोटी-छोटी बातों का पूरा ख्याल रखें जैसे एक आंसर को दो पेज पर ले जाना, शुरुआत का पेपर बहुत अच्छे से लिखना। इससे हर प्रश्न पर आपको अधिक अंक मिल सकते हैं। सुयश कहते हैं कि जब आप यूपीएससी की तैयारी करें तो पहले की सारी बातें भूल जाएं, जैसे आप पहले पढ़ने में कैसे थे, आपका बैकग्राउंड कैसा है। इन सब बातों को भूल कर बस कड़ी मेहनत करें और प्रॉपर प्लानिंग के साथ तैयारी करें और अपने कॉन्फिडेंस को कम ना होने दें। सुयश अपनी इसी प्लानिंग के साथ पहले हीं प्रयास में 56वीं रैंक के साथ यूपीएससी की परीक्षा में सफलता प्राप्त कर चुके हैं।
The Logically सुयश चव्हाण के प्लानिंग की तारीफ करता है और उम्मीद करता है कि उनके बताए गए प्लानिंग से युवाओ को मदद मिलेगी।