गर्मियों के मौसम में हम सभी को नींबू पानी पीना बेहद पसंद है। गर्मी में तपती धुप में नींबू पानी सेहत के लिये भी फायदेमंद होता है। इसके अलावा कई व्यंजनों में भी नींबू का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इसे लाने बार-बार बाजार जाना भी एक समस्या है। आजकल नींबू भी केमिकल की सहायता से उगाया जा रहा है, जो स्वास्थ्य के लिये बहुत हानिकारक है।
यदि आप भी चाहते हैं, केमिकल मुक्त नींबू का सेवन करना तो, आप भी इसे अपने घर पर ही आसानी से गमले में उगा सकते हैं। आइये जानते हैं, कैसे इसे गमले में आसानी से उगाया जा सकता है।
गमले में नींबू (Lemon) लगाने के लिये आवश्यक सामग्री
• बीज
• गमला
• खाद
• मिट्टी
• पानी
बीज (Seeds) का चुनाव कैसे करें?
किसी भी चीज को चाहे वह सब्जी हो, फूल हो या अन्य चीज हो। गमले में उगाने के लिये बीज सही होना बेहद आवश्यक है। नींबू को गमले में उगाने के लिये भी जरुरी है कि आप इसके बीज का चुनाव सही से करें। इसके लिये बीज को आप बीज भण्डार से खरीद सकते हैं। यदि आप गमले में नींबू के छोटे-छोटे पौधे भी लगाना चाहते हैं, तो आप लगा सकते हैं।
गमला तैयार करें
गमले में मिट्टी डालकर उसे एक-दो बार अच्छी तरह से खूरेंच दें। इससे मिट्टी सॉफ़्ट होगी, नींबू की जड़ें मजबूत होगी और पैदावार भी अच्छी होगी। मिट्टी की खूरेंचने के बाद इसे धूप में अवश्य रखें। इससे मिट्टी की नमी खत्म हो जायेगी और नींबू के जड़ों पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। मिट्टी में नमी होने के कारण कई पौधे मर जाते हैं। बीज को मिट्टी में लगाने के वक्त इस बात का ध्यान रहे कि बीज मिट्टी में लगभग 2-3 इंच गहरा हो ताकि फसल सही हो।
केमिकल खाद का इस्तेमाल ना करें
गमले में मिट्टी तैयार करते समय उसमें खाद अवश्य मिलाएं। इसके लिये आप प्राकृतिक खाद का ही इस्तेमाल करें। इससे पौधे के विकास में सहायता मिलती है और फसल की पैदावार भी अच्छी होती है। प्राकृतिक खाद में गाय, भैंस का गोबर या जैविक खाद, कम्पोस्ट खाद को भी पौधे में डाला जा सकता है, जबकि रासायनिक खाद पौधे को खराब भी कर सकते हैं।
सिंचाई का रखें ध्यान
किसी भी पौधे को समय-समय पर पानी देना बहुत आवश्यक होता है। आरंभ में ही गमले में बीज को लगाने के बाद उसमें दो मग पानी जरुर डालें। इसके बाद समय-समय पर पानी डालते रहें। इस बीच मौसम का भी ध्यान रखना बेहद आवश्यक है। पौधे को तेज धूप में नहीं रखें क्योंकि तेज धूप से पौधे मर जाते हैं। गमले को ऐसे स्थान पर रखें जहां अधिक धूप न हो।
इसके अलावा समय-समय पर गमले में उगे खर-पतवार को हटाना भी बेहद आवश्यक है। कभी-कभी जंगली घास और खर-पतवार पौधे को खराब कर देते हैं। नींबू लगाने के चार-पांच माह बाद पौधे में नींबू होने लगते हैं।
The Logically अपने पाठकों से उम्मीद करता है कि उन्हें इस लेख से मदद मिलेगी।