Wednesday, December 13, 2023

यूपी में बेटी से छेड़छाड़ का विरोध करने पर अपराधियों ने की पिता की हत्या, बेटी ने अपने पिता को दिया कंधा

एक तरफ हमारे धर्म में जहां नारी का सम्मान करना सिखाया जाता है। वहीं दूसरी तरफ मनुष्य रुपी हैवानों ने अपने हवस की आग बुझाने के किये न जाने कई महिलाओं को अपना शिकार बनाया है। यदि उनके इस कार्य का कोई विरोध करें तब वे उन्हें बहुत बुरी तरह से जख्मी कर देते हैं। कभी-कभी मौत के घाट भी उतार देते हैं।

एक ऐसा ही मामला उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस (Hathras) के नौजरपुर गांव से सामने आया है, जहां बेटी के साथ हुई छेड़खानी के मामले का विरोध करने पर पिता को गोली मार कर हत्या कर दी गई। उसके बाद उसी बेटी ने अपने मृतक पिता की अन्तिम विदाई में कंधा दिया। शायद इससे दुखद घटना हो ही नहीं सकती।

Uttar Pradesh news daughter gives funeral procession to her father

मृतक की बेटी ने छह लोगों पर केस दर्ज कराया है, जिसमें से एक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता के परिवार ने गौरव के ऊपर आरोप लगाया है, आरोपी सपा का नेता बताया जा रहा है। पीड़ित परिवार ने आरोपियों की गिरफ्तारी तक अन्तिम अन्तिम संस्कार न करने की हठ पर अड़ा था, लेकिन प्रशासन के समझाने-बुझाने पर पीड़ित परिवार अपनी हठ छोड़ मृतक का अन्तिम संस्कार कर दिया। इसमें बेटी ने अपने मृत पिता के अर्थी को कंधा दिया।

रिपोर्ट के अनुसार, मृतक का नाम अमरिश बताया जा रहा है। मृतक अमरिश के परिवारजन का कहना है कि गौरव के परिवार से उनकी पुरानी दुश्मनी थी। इस दौरान उनकी बेटी और गौरव की पत्नी-मासी गांव के एक मंदिर मे पूजा-अर्चना करने गई थी, जहां आपस में उनकी झड़प हो गई।

Uttar Pradesh news daughter gives funeral procession to her father

शाम के समय अमरिश खेत में कार्य कर रहे थे, उनके साथ उनकी बेटी और पत्नी भी थी। उसी समय गौरव कुछ मित्रों के साथ आकर फायरिंग करने लगा। इस फायरिंग में गोली अमरिश को जा लगी, उन्हें हॉस्पीटल ले जाया गया, जहां अमरिश को मृत घोषित कर दिया गया।

पुलिस के अनुसार, मृतक अमरिश ने 16 जुलाई 2018 को बेटी से छेड़छाड़ करने के आरोप में गौरव पर केस दर्ज कराया था। इस मामले में गौरव जेल भी जा चुका है।‌ वहीं अब वह अमरिश पर केस वापस लेने का दबाव बना रहा था।

उम्मीद है, सरकार ऐसी मामलों में कठोर कारवाई करते हुए जल्द-से-जल्द दोषी को कड़ी-से-कड़ी सजा दें, जिससे हमारे समाज में लोगों पर हो रहे अत्याचार कम हो सकें।