घूमने के शौकीन लोगों के लिए पुणे एक लाज़वाब जगह है, लेकिन कई बार लोगों को लगता है कि पुणे में स्मारकों और म्युजियम्स को देखने के अलावा कुछ और नहीं है, क्योंकि उनका मानना है कि वहां घूमने के लिए कोई विकल्प नहीं है।
ऐसे में हम आपको बता दें कि यह शहर कई कुदरती अजूबों के नजदीक है, जो आपके मन को मोह लेगा। आप एडवेंचर का मजा ले सकते हैं, पहाड़ियों में शांति का अनुभव कर सकते हैं और समुद्र तट पर अच्छे पल बीता सकते हैं। यदि आप भी वीकेंड पर जाने का प्लान बना रहे हैं, तो पूणे में मौजूद इन अनोखे जगहों के बारे में जान लीजिए।
यदि आप एक पुणे के पास एक दिन के ट्रिप के लिए गए हैं, तो ये 10 जगहें बेहतर साबित हो सकती हैं।
- पवना झील
- लोनावाला
- वाई
- कामशेट
- लोहागढ़
- खंड़ाला
- अंधरवन
- बेडसे गुफाएं
- राजमची
- लवासा
इसके अलावा पुणे के आस-पास 32 ऐसे जगहें हैं, जहां वीकेंड मनाने और मनानेवालों के लिए लाजवाब है। यहां जानिए उनके बारे में –
100 किलोमीटर के अंदर पुणे में वीकेंड मनाने के लिए जगह-
सिंहगढ़ – 30 किमी
अपने दोस्तों के साथ पुणे में घुमने जाने के लिए मराठा युग में बना किला सिंहगढ़ एक अच्छा विकल्प है। यह किला आपको हारी पहाड़ियों पर ट्रेक और निरिक्षण कर सकते है। यहां घूमने के लिये सर्वोत्तम समय जून-मार्च है।
कामशेत – 48 किलोमीटर
पैराग्लाइडिंग करने के लिए अच्छी जगह है। यदि आप चाहें तो किसी अनुभव पायलट के साथ भी आ सकते हैं। यहां यात्रा करने का सर्वोत्तम समय अक्टूबर-मई है।
पवना झील -52 किलोमीटर
पुणे के पास शानदार पवना झील शांति की खोज रखने वालों के लिए और प्रकृति प्रेमियों के लिए सबसे बेहतर जगह है। रात भर के लिए किसी जगह पर जाने के लिए इससे अच्छा विकल्प शायद नहीं हो सकता है। यहां तारों की रोशनी के बीच कैंपिंग करते समय खाना पकाना एक बेहद यादगार पल होगा। यहां यात्रा का सर्वोत्तम समय अक्तूबर-मई है।
लोहागढ़ – 64 किलोमीटर
17वीं शताब्दी से भी पुराना, लोहागढ़ किला ट्रेकिंग के लिए बेहतर विकल्प है। यहां ऊंचाई चढ़ने के साथ ही हरियाली और खूबसूरती भी बढ़ती जाती है। यहां जाने के लिए जून-मार्च का समय अच्छा होता है।
वेडसे गुफाएं- 56 किलोमीटर
पुणे के सबसे पसंदीदा स्थानों में से एक वेडसे की गुफाएं, क्षेत्रीय इतिहास को समझने के लिए काफी मददगार होता है। यहां जाने के लिए अक्तूबर-मई का महीना अच्छा होता है।
लोनावला- 66 किलोमीटर
पुणे से 100 किलोमीटर के भीतर पश्चिमी घाटों पर स्थित लोनावला जाना माना वीकेंड स्पॉट है। यहां के झरने, हरे-भरे ढलान, सुंदर तालाब और चारों ओर की खूबसूरती आपका मन मोह लेगी। यहां यात्रा करने के लिए अक्टूबर-मई का महीना सर्वोत्तम होता है।
अंधारबन – 67 किलोमीटर
दिन के समय शानदार दृश्य और रात के समय रोमांचक नजारों को देखने के लिए यहां अवश्य जाएं। यहां आप ट्रेक पर जा सकते हैं। यहां आप सालों भर यात्रा कर सकते हैं।
कुणेगांव- 68 किलोमीटर
यहां अद्भुत चीजों का मजा लिया जा सकता है। यहां के डेला एडवेंचर पार्क में 70 से अधिक मजेदार एक्टिविटीज है। जिनमें ऑफ रोड बाइकिंग, जोरविंग, जायंट स्विंग, तीरंदाजी, शूटिंग, एटीवी सवारी, रॉक रिजेक्टर सवारी और पेटबॉलिंग शामिल है। यहां घूमने के लिए अक्टूबर-मई का महीना बेहतर होता है।
खंडाला – 70 किलोमीटर
सुंदर जगहों का अधिक वजन लेने के लिए ड्यूकस नोज जैसी जगहों पर जा सकते हैं। यदि आप पानी में छप-छप करते हुए तरोताजा होना चाहते हैं, तो भूषी बांध पर जरूर जाएं। यहां की यात्रा करने के लिए भी अक्टूबर-मई का महीना अच्छा है।
राजमाची – 84 किमी
ट्रैकिंग करने के लिए मराठा युग किलो में से एक, राजमाची जा सकते हैं। बारिश में यहां मनमोहक हरियाली रहती है, इसलिए मानसून के मौसम में यहां आना बेहतर होता है।
वाई – 88 किलोमीटर
या पश्चिमी घाटों में एक हिल स्टेशन है। यहां आपके पास कई सारे विकल्प है। जैसे- ट्रैकिंग, ईटीवी सवारी, राफ्ट बनाना, नदी पार करना और कायाकिंग। यहां के साफ आसमान और तारों की रोशनी के तले कैंपिंग करना बेहद शानदार अनुभव है। अक्टूबर-मई का समय यात्रा करने के लिए सर्वोत्तम है।
जुन्नार – 91 किलोमीटर
यहां आप पारंपरिक खेल, इसकी सादगी और गांव दौरे के साथ-साथ एक सच्चे ग्रामीण का अनुभव ले सकते हैं। यहां यात्रा के लिए अक्टूबर मार्च का समय सर्वोत्तम रहेगा।
पंचगनी – 100 किलोमीटर
यदि आप शांति की तलाश में हैं, तो पंचगनी जरूर जाइए, क्योंकि वहां खामोशी के बीच कुदरत के करिश्मे को महसूस करने का एक अलग ही मजा है। यहां यात्रा करने के लिए अक्टूबर-मई का समय सर्वोत्तम होता है।
पुणे के पास 200 किमी के अंदर वीकेंड मनाने की जगह-
कर्जत – 107 किमी
कर्जत के नक्काशीदार कोन्डाना गुफाएं आपको हैरत में डाल देगी। यह स्थान आपको पैरासेलिंग और रैपलिंग जैसी गतिविधियों के लिए उत्साहित करेगा। यात्रा के लिए अक्तूबर-मई का महीना सही होता है।
कोलाड – 113 किमी
कोलाड एक ऐसी जगह है, जहां सालों बाहर नदी में राफ्टिंग की जा सकती है। जून-सितंबर का समय यहां यात्रा के लिए सर्वोतम होता है।
करनाल पक्षी अभ्यारण्य- 120 किमी
वन्यजीव प्रेमियों को यहां सर्दियों के मौसम आना चाहिए, क्योंकि सर्दियों के मौसम में विश्वभर के 35 से अधिक प्रवासी पक्षियों की प्रजातियां मिलती है। यात्रा का सर्वोतम समय अक्तूबर- मई
महाबलेश्वर – 120 किलोमीटर
यहां का नजारा बेहद खुबसूरत होता है। यहां के वेना झील पर आप नौकायान कर सकते हैं। हिंदू मंदिरों में जाकर इश्वर की आराधना कर सकते हैं। इसके अलावा वहां के स्ट्रॉबेरी का स्वाद भुलाया नहीं जा सकता है।
माथेरान – 125 किलोमीटर
माथेरान, पुणे के पास समुद्र तल से 2600 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक आकर्षक पहाड़ी शहर है। पहाड़ियों के चारों ओर घूमना, नदियों को पार करना, सुरंगों के माध्यम से जाना। ये सब आपके मन में बेहद खुबसूरत पल का अनुभव होगा। यहां के यात्रा के लिए अक्तूबर-मई का समय अच्छा होता है।
कासप्लेटो – 136 किलोमीटर
कास्टलेटों को फूलों का प्लेट भी कहा जाता है। फूलों के मौसम में यहां रंग बिरंगे फूलों को देखकर आपका मन मोहित हो जाएगा।
मालशेज घाट – 138 किलोमीटर
हरी-भरी घाटियां, सभी जगह झरने, और सुबह मे भारी धुंध इस जगह की खुबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। अक्तूबर-मई में यहां की यात्रा करना अच्छा होता है।
अलीबाग – 143 किलोमीटर
अलीबाग समुद्री भोजन का स्वाद लेने के लिए आदर्श स्थान है।
दिविआगढ़ – 160 किमी
मुरुड जंजीरा – 161 किलोमीटर
यह समुद्र के छोटे द्वीप पर स्थित है। यहां पहुंचने के लिए राजपुरी से एक नाव पर जाना होगा। समुद्र में नाव की सवारी करना अपने आप में एक बेहद खुबसूरत अनुभव है।
अंबोली – 165 किलोमीटर
पश्चिमी घाट पर स्थित अंबोली प्रकृति और शांति का मिलाजुला संगम है।
काशीद – 170 किलोमीटर
भंडारधारा – 172 किलोमीटर
यहां आप सुन्दर नजारों का लुत्फ उठा सकते हैं। इसके अलावा विल्सन बांध के पास पिकनिक मना सकते हैं और आर्थर झील में मछली पकड़ने का आनंद ले सकते हैं।
कलसुबाई – 180 किलोमीटर
54 फीट की ऊंचाई परिस्थितियां है महाराष्ट्र की सबसे ऊंची चोटी है। यहां सालों भर यात्रा की जा सकती है।
मुम्बई – 162 किमी
टाकवे लेक – 192 किलोमीटर
तत्व झील एक मानव निर्मित जलाशय है, जो युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है। यहां आप रियल क्रॉसिंग, तैराकी, नेट क्लाइंबिंग और कमांडो क्रॉलिंग जैसे- रोमांचक एक्टिविटीज में हिस्सा ले सकते हैं।
वेलास बीच – 193 किलोमीटर
सन्धन घाटी – 198 किलोमीटर
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