Wednesday, December 13, 2023

कभी सिक्योरिटी ने नहीं देखने दिया था हवाईजहाज, अब 5वीं पास दुकानदार ने खुद के लिए बना दिया हवाईजहाज

किसी ने सही कहा है, इन्सान यदि अपने जिद पर आ जाएं तो कुछ भी कर सकता है, उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं होता है। इस बात को एक बार फिर से एक आम दुकानदार ने सच साबित कर दिखाया है, जिसकी चर्चा चारों ओर हो रही है।

दरअसल, राजस्थान (Rajasthan) के चुरु (Churu) जिले के एक छोटे-से गांव दस्सुसर के रहनेवाले आम दुकानदार बजरंग ने एयरक्राफ्ट बनाकर अब उसे उड़ाने की अनुमती मांग रहे हैं। उनके चर्चा में आने की मुख्य वजह यही है कि जहां लोग उच्च पढ़ाई करने के बाद हवाई जहाज बनाते हैं वहां एक दूकान चलाने वाला मामूली दुकानदार ने कैसे बना डाली। इसी कड़ी में चलिए जानते हैं इसके बारें में विस्तार से-

कौन है वह दुकानदार?

हवाईजहाज बनाकर सुर्खियों में आनेवाले उस दुकानदार का नाम बजरंग (Bajrang) उर्फ बृजमोहन (Brijmohan) है, जो अपने गांव में मोबाइल और कम्प्यूटर रिपेयरिंग की दुकान चलाकर अपना जीवनयापन करते हैं। उन्होंने सिर्फ 5 वीं कक्षा तक की ही शिक्षा ग्रहण किए हैं। 5th Class Pass Shopkeeper Bajrang From Rajasthan Built Two Seater Aircraft.

कैसे आया हवाईजहाज बनाने का विचार?

बजरंग उर्फ बृजमोहन को बचपन से हवाईजहाज देखने का शौक था, जिसे पूरा करने के लिए वह जयपुर इंटरनेशनल हवाईअड्डे पर गए। लेकिन वहां एयरपोर्ट पर खड़े सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें हवाईजहाज को टेक ऑफ़ करते हुए देखने से मना कर दिया। सिक्योरिटी गार्ड द्वारा मना करने की बात उनके दिल पर गहरी चोट की और तभी उन्होंने फैसला किया कि एक न एक दिन वह खुद का हवाईजहाज जरुर बनाएंगे।

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8 वर्षों की मेहनत से बना डाली टू-सीटर एयरक्राफ्ट

पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई करने वाले बजरंग के लिए आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने अपने हौसले को कम नहीं होने दिया। बजरंग ने 8 वर्षों की कड़ी मेहनत के बदौलत अन्ततः दो सीटर एयरक्राफ्ट (Two Seater Aircraft) का निर्माण करके ही दम लिया। 5th Class Pass Shopkeeper Bajrang From Rajasthan Built Two Seater Aircraft.

कितनी लागत में बनकर तैयार हुआ एयरक्राफ्ट

आप समझ सकते हैं कि कोई भी नया आविष्कार करने या नया काम शुरु करने के लिए पैसों की जरुरत होती है। एयरक्राफ्ट (Aircraft) बनाने के लिए बजरंग को भी पैसों की जरुरत थी, जिसकी पूर्ति वह अपने दुकान से होनेवाली कमाई से किया। वह बताते हैं कि, टू सीटर एयरक्राफ्ट बनाने में तकरीबन 15 लाख रुपये की लागत खर्च हुई है। इसके अलावा एयरक्राफ्ट का निर्माण करने में 10 से 12 लोगों ने भी आर्थिक मदद पहुंचाई है।

150 किमी तक भड़ सकती है उड़ान

25 वर्षीय बजरंग बताते हैं कि, उनके द्वारा बनाए गए एयरक्राफ्ट 180 किमी प्रति घन्टे की रफ्तार से उड़ने में सक्षम है। वहीं इसके निर्माण करने मे इंजन के जगह पर वैगनआर कार के इंजन का प्रयोग किया गया है। इसके अलावा इसमें 45 लीटर का फ्यूल टैंक लगाया गया है, जिससे 150 किलोमीटर तक उड़ान भरी जा सकती है।

पहले ड्रोन का भी कर चुके हैं आविष्कार

एयरक्राफ्ट बनाने वाले बजरंग ने इससे पहले एक ड्रोन का भी निर्माण किया था, जिसमें उन्होंने कम्प्यूटर में इस्तेमाल होनेवाले हार्ड डिस्क के मोटर का प्रयोग उपयोग था। इसके साथ ही बजरंग ने ड्रोन का रिमोर्ट तैयार करके उसे उड़ाया भी था। 5 वीं कक्षा तक पढ़ें होने के बावजूद भी पहले ड्रोन और अब एयरक्राफ्ट डिजाइन करना बहुत बड़ी होती है।

सरकार से मांग रहे हैं उड़ान भरने की अनुमति

प्राइमरी शिक्षा ग्रहण करने वाले बजरंग ने एयरक्राफ्ट डिजाइन करके सबको हैरत में डाल दिया है और वर्तमान में वह सरकार से मांग कर रहे हैं कि, वह एयरक्राफ्ट को उड़ान भरने और आर्थिक मदद की अनुमति दे। बता दें कि उनके द्वारा बनाए गए एयरक्राफ्ट ने अभी तक उड़ान नहीं भर पाया है।

शिक्षक को भी है गर्व

बजरंग शुरु से ही पढ़ाई में अधिक होशियार नहीं थे, वह एक साधारण विद्यार्थी थे। इसके बावजूद भी उन्होंने अपनी प्रतिभा से हवाईजहाज बनाया है जिसपर उनके शिक्षक को भी बेहद गर्व है। उनके बचपन के शिक्षक दानाराम ने कहा कि, 5 वीं कक्षा तक पढ़ें होने के बावजूद भी उनके अंदर जो प्रतिभा है उसपर उनके शिक्षक को नाज है।

बहुत कम शिक्षित होने के बाद भी जिस प्रकार बजरंग ने हवाईजहाज बनाया है उसके लिए The Logically उनकी प्रतिभा को सलाम करता है।