किसी के दर्द और तकलीफ या फिर किसी ची की जरूरत अधिकतर वह इंसान समझता है जो इन सब चीजों को अपनी जिंदगी में देख चुका होता है। हम अक्सर ऐसा सोंचते हैं कि जो तकलीफ हमें हो वह अन्य किसी को ना हो। अगर हमे उन्हें मदद करने का मौका मिलेगा तो हर सम्भव कोशिश करेंगे कि उनकी मदद कर सकें। ताकि ऐसी परेशानियों का सामना वह आसानी से करें।
किसी की मदद करना कोई गुनाह या एहसान नहीं बल्कि इंसानियत है। मदद वह कार्य है जिसे करके दिल को सुकून मिलता है। आजकल हमारे युवा यह कोशिश कर रहें है कि अन्य युवा भी उनकी तरह उपलब्धि हासिल कर सभी के लिए उदाहरण बनें। आज की यह कहानी एक छोटे से गांव की रहने वाली लड़की है जो UPSC जैसी एग्जाम को पास कर IPS बनी और अब वह अपने कर्तव्य को पूरा कर अन्य गरीब बच्चों की जिंदगी संवारने में लगी है। आईए जानते हैं उनके बारे में…
अंकिता शर्मा
अंकिता शर्मा (Ankita Sharma) छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के छोटे से गांव दुर्ग (Durg) से सम्बन्ध रखती हैं। वह अभी रायपुर (Raipur) के एक स्थान में नगर पुलिस अधीक्षक के रूप में अपना कार्य कर रहीं हैं। उन्हें किसी परिचय की जरूरत नहीं बल्कि वह हमेशा अपनी नेक दिली और कर्तव्यों के पालन के लिए सुर्खियों में रहती हैं। वह उन सभी युवाओं की सहायता करने में लगी हैं जो गरीब परिवार से हैं और वह अपने सपनों को उड़ान नहीं दे पा रहे हैं। अंकिता आज ऐसे हीं IPS नहीं बनी हैं उन्होंने बहुत सारी विषम परिस्थितियों का सामना डट कर किया है और अपनी मेहनत के दम पर यह सफलता हासिल की है।
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रविवार के दिन पढ़ातीं हैं
उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा अपने यहाँ के गवर्नमेंट स्कूल से पूरा किया है। आगे वह मेहनत कर अपनी शिक्षा प्राप्त की और UPSC की तैयारी में लग गईं। अब यह इन सभी बच्चों को शिक्षा देने का कार्य कर रही हैं जो सपने तो रखते हैं बड़े, लेकिन वह पढ़ाई कैसे करें इसके लिए पैसे नहीं है। वह अपनी ड्यूटी पूरी कर सप्ताहिक छुट्टी के दिन उन बच्चों को पढ़ाने का कार्य करती हैं जो UPSC जैसी कठिन एग्जाम को क्रैक करने की चाहत रखते हैं। वह लगभग 25 बच्चों को पढ़ा रही हैं।
तीसरी प्रयास में मिली सफलता
अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त कर वह UPSC की तैयारी में लग गईं। हालांकि वह असफलताओं से हार नहीं मानी और कोशिश को जारी रखा। वह अपने तीसरे प्रयास में UPSC को क्रैक कर सफलता प्राप्त किया। वह 2018 के UPSC में अपना 203 रैंक हासिल कर सपने को पूरा कर गांव और परिवार के नाम को गौरवान्वित किया है।
पति हैं आर्मी में
अंकिता अपराध को हमेशा से रोकने के लिए रायपुर में जानी जाती हैं। उनके पति का नाम विवेकानंद शुक्ला (Vivekanand Shukla) है जो कि भारतीय सेना में मेजर हैं। अन्य युवाओं को मदद कर अपने सपने को पूरा करने के लिए तैयार करने के लिए The Logically अंकिता को सलाम करता है और उनकी सफलता के लिए उन्हें बधाई देता है।