हमने अक्सर ऐसी खबरें देखी सुनी है जब मंत्रियों के काफिले गुजरने के दौरान या किसी चुनावी रैली के आयोजन में आम जनता के आवागमन पर रोक लगा दी जाती है। लोगों को कितना भी इमरजेंसी काम क्यों न हो लेकिन मंत्री जी के खिदमत में जनता को अपना कुछ वक्त जाया करना ही पड़ता है। लेकिन फिलहाल कर्नाटक से जो खबर आई है वो इसके बिल्कुल विपरीत है।
कर्नाटक के प्राइमरी एंड सेकेंडरी एजुकेशन मिनिस्टर (Karnatak Primary and secondary education minister) एस सुरेश कुमार (S Suresh Kumar) ने कर्नाटक स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (KSRTC) की एक बस का तुमकुर जिले में पीछा किया।
बच्चों ने रोकने को कहा लेकिन ड्राइवर बढ़ गया आगे
दरअसल हुआ ये था कि बस ड्राइवर ने एक बस स्टॉप पर इंतजार कर रहे स्कूली बच्चों को बस में नहीं बिठाया था। बच्चें स्कूल जाने के लिए बस स्टॉप पर इंतजार कर रहे थे जैसे ही बस आई तो उन्होंने रुकने को इशारा किया लेकिन ड्राइवर ने बस आगे बढ़ा दी।
जिले के दौरे पर निकले थे मंत्री
मंत्री सुरेश कुमार के सामने ही ये सब कुछ हुआ। जिसके बाद उन्होंने कुछ दूर तक बस का पीछा किया फिर कथित तौर पर ड्राइवर और कंडक्टर को उनके व्यवहार के लिए फटकार लगाई और संबंधित अधिकारियों से इस मुद्दे पर ध्यान देने के लिए कहा। बता दें कि मंत्री कुमार उस वक्त तुमकुर जिले में मधुगिरी के दौरे पर थे।
#JustIn: On seeing a @KSRTC_Journeys bus refusing to pick up school kids, education minister @nimmasuresh, who was on the way, blocked the bus on the state highway in Koratagere taluk, Tumakuru & pulled up the conductor, driver 4 their highhandedness. @DeccanHerald @LaxmanSavadi pic.twitter.com/Kk2tuWwipg
— Niranjan Kaggere (@nkaggere) January 9, 2021
We regret the inconvenience caused. The matter has been examined in detail, the bus was traveling from Bangalore to Pavagada. The bus was carrying full capacity of 73 passengers, hence the crew didn’t allow the remaining passengers/students at D.Nagenahalli.
— KSRTC (@KSRTC_Journeys) January 9, 2021
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इस पूरी घटना पर KSRTC ने ट्वीट कर सफाई देते हुए कहा कि बस में जगह न होने के कारण यात्री/स्कूली बच्चों को नहीं बिठाया गया।
हालांकि इस बात को स्वीकार करने से मंत्री ने मना कर दिया। ट्वीट का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ‘’माफ करना। मैं असहमत हूं। बस अपनी पूरी क्षमता के साथ नहीं चल रही थी, क्योंकि मैंने खुद देखा था।’’
इसके बाद KSRTC ने कहा, ”सर, हमने इस बात पर ध्यान दिया है। हमने सभी संबंधित लोगों और क्रू को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि बसों को निर्धारित जगहों पर रोका जाए।”