Wednesday, December 13, 2023

पत्रकारिता का ऐसा जुनून की किसानों के बारे में जेल में पैरों पर लिखे नोट्स, जानिए कौन है मनदीप पुनिया

समाज को प्रभावित करने के लिए हमेशा से ही पत्र – पत्रिका तथा पत्रकार का अहम योगदान रही है। एक पत्रकार को समाज में,जो हुआ,जो होगा, जो हो रहा है और जो होना चाहिए इन सभी चीजों पर नजर रखनी होती है। पिछले 2 महीनों से हमारे देश में किसान आंदोलन जो कि कृषि का कानून हटाने के लिए चल रही है, इस आंदोलन का कुछ पत्रकार समर्थन कर रहे है तो कुछ विरोध। ऐसे में एक पत्रकार “मनदीप पुनिया” को किसान आंदोलन का रिपोर्टिंग कर रहे थे उनको न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

कौन है मनदीप पुनिया

मनदीप पुनिया भारत के हरियाणा के झज्जर के रहने वाले है। उन्होंने स्नातक की डिग्री पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ से प्राप्त किया। वह पेशे से एक रिपोर्टर है।

Mandeep Punia

किसान आंदोलन का रिपोर्टिंग करते समय मनदीप पुनिया को हिरासत में लिया गया था:-

पुलिस ने मनदीप पुनिया को किसानों के प्रदर्शन स्थल पर तैनात पुलिसकर्मियों से दुर्व्यवहार करने के आरोप में सिंघु बॉर्डर से गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस ने सरकारी कामों मे बाधा डालने, सरकारी कर्मचारियों पे हमला करने, गैर-कानूनी हस्तक्षेप करने का, पुनिया पर आरोप लगाया था।

अन्य पत्रकारों ने गिरफ्तारी के खिलाफ किया ट्वीट:-

मनदीप पुनिया के गिरफ्तार होने के बाद पत्रकारों ने ट्वीट करना शुरू कर दिया और इसका विरोध करते हुए मार्च भी निकाला। लोगो को ये भी पता नहीं था कि पुनिया को कहा ले जाया गया है।

दिल्ली के रोहिणी कोर्ट से जमानत मिलने पर रिहा हुए मनदीप पुनिया:-

जेल से रिहा होने के बाद मनदीप पुनिया ने कहा कि वो पत्रकारिता के प्रति पहले के तरह कि अपना कर्तव्य निभाएंगे और अपना काम जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि जमानत देने के लिए वो अदालत के शुक्रगुजार है,लेकिन सवाल ये भी है कि क्या उन्हें गिरफ्तारी किया जाना चाहिए था?

Mandeep Punia  reporter

रिहा होने के बाद मनदीप पुनिया ने अपने पैर पे लिखे नोट्स दिखाएं:-

समाचार चैनल से बातचीत में दौरान पुनिया ने अपने पैर दिखाएं, जिसपे जेल में बंद किसान प्रदर्शनकारियों का नोट्स लिखा था, उन्होंने कहा ” इसे मै अपने रिपोर्ट मे लिखूंगा।”

‌रिहाई के बाद पुनिया ने किया ट्वीट:-

दिन गुरुवार को पुनिया ने ट्वीट करके बताया कि ” दिल्ली पुलिस ने मेरे साथ जो किया उससे मेरा कीमती समय बर्बाद हुआ।”

The Logically के लिए इस कहानी को निधि ने लिखा है, निधि बिहार की रहने वाली हैं और अभी बतौर शिक्षिका काम करती हैं। शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने के साथ ही निधि को लिखने का शौक है, और वह समाजिक मुद्दों पर अपनी विचार लिखती हैं।