अगर कोई व्यक्ति जीवन भर जी-तोड़ मेहनत करके, कम खाकर एक पक्का घर बनवाने या बच्चों को शिक्षित करने अथवा बेटी का ब्याह करने को अरसे से पैसा जोड़ रहा हो और एक दिन अचानक ही उसे पता चले कि उसकी सारी जमा-पूंजी बर्बाद हो गई तो क्या होगा। ऐसी कल्पना मात्र से ही रुह कांप जाती है ना ? हाल ही में सामने आई ऐसी ही एक घटना ने उस पीड़ित परिवार तो क्या हर सुनने वाले को रोने व दुखी होने पर मज़बूर कर दिया है। दरअसल, आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले स्थित मायलवाराम शहर (Mylavaram city in Krishna District, Hydrabad) के 52 वर्षीय सुअरों को पालने व उनकी खरीद-बेच करने वाले बिजली जमलाय्या(Bijli Jamalayya) ने जब एक लंबे अरसे से लोहे के ट्रंक में जोड़ी जा रही अपनी पूंजी को देखा को उनके होश उड़ गये क्योंकि उस रकम को दीमक (Termites) खा चुके थे। आपको जानकार और भी हैरानी होगी कि दीमकों द्वारा खाई जा चुकी इस रकम में लगभग 5 लाख रुपये (5 lakh rupees) के बराबर के करेंसी नोट थे।
क्या है पूरा मामला
आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले स्थित मायलाराम शहर से सामने आई इस घटना में सुअर-पालक व उनकी खरीद-फरोख़्त करने वाले बिजली जमलाय्या ने जब अपने घर में रखे लोहे के संदूक को खोलकर देखा तो ये पाया कि घर खरीदने के लिए इतने वर्षों से जो रकम वह इस संदूक में जमा कर रहा थे उसे दीमकों ने खाकर पूरी तरह से नष्ट कर दिया है सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात तो ये है कि लोहे की इस तिजोरी में रखी रकम में 5 लाख रुपये के करेंसी नोट थे। 16 फरवरी को किसी आवश्यक काम के लिए 1 लाख रुपये की ज़रुरत पड़ने पर जब ट्रंक को खोला गया तब जमलाय्या ने यह पाया कि सारा पैसा दीमकों ने खा लिया है।
सभी ख़्वाहिशों को किनारे रख 5 लाख की रकम जोड़ी थी जमलाय्या परिवार ने
पक्का घर खरीदने के अपने सपने को पूरा करने के लिए जमलाय्या और परिवार के अन्य सदस्यों ने घर में रखे एक लोहे के ट्रंक में लंबे समय से तमाम सुख-सुविधाओं और अपनी इच्छाओं को दरकिनार करते हुए थोड़ा-थोड़ा पैसा जोड़ते हुए 5 लाख रुपये की बचत की थी जिसे दीमकों ने खाकर पूरे परिवार को अधमरी हालात में पहुंचा दिया है।
500 और 200 रुपये के नोट शामिल थे इस रकम में
The New Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक – जमलाय्या और उनके परिवार द्वारा लोहे के ट्रंक में जोड़ी जा रही 5 लाख की रकम में 500 और 200 रुपये के करेंसी नोटों के बंडल शामिल थे जिनमें दीमको ने बड़े-बड़े छेद कर दिये हैं।
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बैंक में खाता न होने की वजह से रखा था घर में पैसा
स्थानीय लोगों ने जब बच्चों के हाथों में बर्बाद हुई इस रकम को देखा तो जमलाय्या परिवार के साथ हुई इस दुर्दम घटना की जानकारी मायलवाराम पुलिस को दी। इसी बार में हत-प्रद हुए जमलाय्या ने पुलिस को बताया कि उनके या उनके परिवार के किसी सदस्य के नाम कोई बैंक अकाउंट नही है, वैसे भी घर में पैसे ज़्यादा सुरक्षित रहेंगे ऐसा सोचकर पुराने लोहे के ट्रंक में रख दिये थे।
#AndhraPradesh: A business man from Krishna district chosed to save his earnings in a trunk stored at home, he received a shock when he found termites destroyed the currency. Bijli Jamalayya, a resident of Mylavaram, lost all his savings. pic.twitter.com/FF9BrpRQMi
— NewsMeter (@NewsMeter_In) February 17, 2021
सपने को धूमिल और 5 लाख रुपयों को नष्ट हुआ देख बेहोश हो गये थे जमलाय्या
दीमकों के इस संक्रमण के बारे में बताते हुए परिवार के सदस्यों ने कहा कि दीमकों द्वारा नष्ट हुई 5 लाख की रकम को नाले में फेंकता देख जमलाय्या ज़ोर-ज़ोर से रोने लगे और बेहोश होकर गिर पड़े जिसके बाद उन्हे कंट्रोल करना मुश्किल हो गया था।
पुलिस ने जमलाय्या की मदद करने का पूरा भरोसा दिया है
The New Indian Express से हुई बात में मायलवाराम पुलिस ने कहा है कि – “हर पहलू से घटना की जांच की जाएगी, यदि जमलाय्या व उनका परिवार किसी गैर-कानूनी गतिविधि में लिप्त नही पाया जाता तो पूरी तरह से हम उनकी आर्थिक मदद करेंगे”
वहीं The Hindu अखबार को जमलाय्या ने रोते हुए बताया कि- “मैं सुअर पालनें व उनकी खरीद-बेच का काम करता हूं, सारा काम नकद में होता है, मैंने अपनी बचत से घर बनाने की योजना बनाई थी, लेकिन सभी नोटों को दीमक खा गये इस बात ने मानों मेरे पैरों के नीचे से ज़मीन खींच ली है, मैं जीते-जी मर गया हूं”