बेहद ही कम उम्र में पूरी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले मॉडर्न शिक्षक बायजू रवींद्रन (Byju Raveendran) 41 साल की उम्र में दुनियाभर के करोड़ों छात्रों को शिक्षा दे रहे हैं। साथ ही उन्होंने इसके जरिए बिजनेस की दुनिया में अपनी एक खास पहचान भी बना ली है।
कुछ ही समय पहले स्टार्टअप Byju’s ने आकाश एजुकेशनल सर्विसेज (Akash Educational Services) को 7300 करोड़ रुपये में खरीदा है। यह Byju’s द्वारा अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण बताया जा रहा है।
बायजू यूके की एक शिपिंग कंपनी में नौकरी करते थे
बायजू रवींद्रन (Byju Raveendran) केरल (Kerala) के कन्नूर ज़िले के अझीकोड गांव के रहने वाले हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई अझीकोड के एक मलयालम मीडियम स्कूल से हुई, जहां उनके पिता और माता दोनों शिक्षक थे। शुरूआत के दिनों में बायजू खेलों में भी खुब रुचि लेते थे। ग्रेजुएशन के बाद बायजू इंजीनियर के तौर पर यूके UK की एक शिपिंग कंपनी में नौकरी करने लगे। जब वह भारत छुट्टियों में आए तब उन्होंने IIMs के एंट्रेन्स एग्जाम की तैयारी कर रहे अपने कुछ दोस्तों की मदद की।
IIM जॉइन न करके शुरू की कोचिंग क्लास
इसी दौरन बायजू ने खुद IIM का एंट्रेन्स टेस्ट दिया और 100 परसेंटाइल स्कोर किया, जिसमें बायजू को लगा कि कोई तुक्का लग गया। उसके बाद बायजू ने फिर से IIM का एंट्रेन्स टेस्ट दिया और उसमें भी 100 परसेंटाइल स्कोर किए। इतनी बड़ी कामयाबी के बाद भी उन्होंने IIM जॉइन न करके कोचिंग क्लास शुरू किया। साल 2005 में उन्होंने नौकरी छोड़कर बायजू ने कोचिंग शुरू कर दी। रवींद्रन ने छात्रों के छोटे ग्रुप्स को कोचिंग देकर शुरुआत की। उनके छात्रों की संख्या में लगातार इजाफा होता गया। कुछ समय बाद वह छोटे कमरे से बड़े कमरे में शिफ्ट हुए।
बायजू ने ऑनलाइन वीडियो बेस्ड लर्निंग प्रोग्राम शुरू किया
बायजू बढ़ते विद्यार्थियों को देखते हुए एक बड़े ऑडिटोरियम में पढ़ाने लगे। एक बार तो छात्र इतने ज्यादा हो गए कि उन्हें स्टेडियम में पढ़ाना पड़ा। साल 2006 से 2011 के बीच बायजू के स्टूडेंट्स की संख्या 40 से बढ़कर 1,000 तक पहुंच गई। छोटी सी शुरुआत से बायजू (Byju’s) इतने आगे बढ़ चुके थे कि वह अब दूसरे शहरों में जाकर भी कोचिंग क्लास लेते थे। कुछ समय बाद उन्होंने सोचा कि क्यों न एक ही जगह रहकर अपने सभी छात्रों तक पहुंचा जा सके?
बायजू ने साल 2009 में CAT के लिए ऑनलाइन वीडियो बेस्ड लर्निंग प्रोग्राम शुरू किया। वहीं साल 2011 में उन्होंने Think & Learn स्टार्टअप लॉन्च किया। यह Byju’s की पेरेंट कंपनी है।
बायजू 7 साल में बने अरबपति
साल 2015 में बायजू रवींद्रन (Byju Raveendran) ने अपना फ्लैगशिप प्रॉडक्ट Byju’s- द लर्निंग ऐप लॉन्च किया। स्मार्टफोन की बढ़ती लोकप्रियता से उनका यह ऐप भी खुब पॉपुलर हुआ। इसके जरिए बायजू Byju’s केवल 7 साल में अरबपति बन गए। यह कंपनी ऑनलाइन एजुकेशनल कंटेंट उपलब्ध करवाती है, जिसमें कुछ कंटेंट फ्री हैं, परंतु एडवांस लेवल के लिए फीस देनी होती है। सितंबर 2020 तक Byju’s के 6.4 करोड़ सब्सक्राइबर्स हो चुके हैं। बायजू कहते हैं कि मैं देश की शिक्षा व्यवस्था के लिए इस तरह का काम करना चाहता हूं, जैसा डिज्नी ने मनोरंजन के लिए किया है। (Byju’s)
बायजू सभी क्लासों के बच्चों की पढ़ाई में करते हैं मदद
बायजू रवींद्रन का मानना हैं कि ऐप के जरिए बच्चे सीखना शुरू करेंगे, तो उन्हें सिंबा पसंद आएगा। उन्होंने अपने ऐप (Byju’s) में डिज्नी की तरह द लायन किंग के सिम्बा, फ्रोजन के अन्ना के माध्यम से वन क्लास के छात्रों को मैथ और अंग्रेजी पढ़ाया जाता है। साथ ही उनके इस ऐप में एनिमेटेड वीडियो, गेम और स्टोरीज भी हैं। Byju’s किंडरगार्डन से लेकर 12वीं क्लास तक के बच्चों के लिए ऑनलाइन लर्निंग क्लासेज उपलब्ध कराती है। साथ ही वह इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज और सिविल सर्विसेज के एंट्रेन्स टेस्ट के लिए ट्रेनिंग कराते हैं।
India’s Richest 2020 के लिस्ट में शामिल हुए बायजू
फॉर्च्यून पत्रिका (Fortune Magazine) ने सितंबर 2020 में ग्लोबल 40-अंडर-40 टेक्नोलॉजी लिस्ट 2020 में बायजू रवींद्रन (Byju Raveendran) को भी शामिल किया था। उस वक्त बायजू की कुल संपत्ति 17695 करोड़ रुपये थी। Byju’s के बारे में फॉर्च्यून ने कहा था कि उन्होंने दुनिया को दिखा दिया है कि बड़े पैमाने पर सफल ऑनलाइन एजुकेशन कंपनी खड़ी करना संभव है। बायजू अपनी पत्नी दिव्या गोकुलनाथ (Divya Gokulnath) और परिवार के साथ 3.05 अरब डॉलर की संपत्ति सहित जुलाई 2020 में फोर्ब्स की India’s Richest 2020 लिस्ट में 46वें नंबर पर थे। इसी लिस्ट में साल 2019 के दौरान Byju’s 1.9 अरब डॉलर संपत्ति के साथ जगह बनाए थे।
Byju’s का रेवेन्यु 2800 करोड़ डॉलर के पार जा चुका है
Byju’s इस वक़्त भारत की सबसे बड़ी एजुकेशन टेक्नोलॉजी कंपनी बन चुकी है। यह लाखों छात्रों को सबसे महत्वपूर्ण परीक्षाओं के लिए तैयार कर रही है। सितंबर 2020 तक Byju’s 1 अरब डॉलर से अधिक की फंडिंग जुटा चुकी थी। साथ ही 10 अरब डॉलर से ज़्यादा की कंपनी बन चुकी थी। पिछले साल 2019-20 में Byju’s का रेवेन्यु दोगुना होकर 2800 करोड़ डॉलर हो चुका था।