भारत में ऐसे कई लोग मिलेंगे, जिनकी सुबह की शुरुआत चाय की चुस्कियों से ही होती है। चाय का शौक रखने वाले व्यक्ति को अगर एक दिन भी चाय ना मिले, तो वह अपने आप को थका हुआ महसूस करते हैं।
ज्यादातर लोग दो या तीन तरह की चायों के बारे में जानते होंगे, पर आज हम आपको कुछ ऐसे खास चायों के बारे में बताएंगे, जिसे हर चाय प्रेमियों को जानना चाहिए।
गुलाबी चाय
गुलाबी चाय अपने नाम की तरह ही गुलाबी रंग की होती है। गुलाबी चाय को ‘नून चाय’ के नाम से भी जाना जाता है। इस चाय की खास बात यह है कि यह बाकी चाय की तरह मीठी नहीं बल्कि नमकीन होती है और इसे बनाने में समय भी ज्यादा लगता है।
मुगलई चाय
मुगलई चाय बहुत पुरानी चाय है। इस चाय को मुगल ज्यादा पसंद करते थे। वैसे भारत में यह 20वीं शताब्दी के बाद ज्यादा प्रसिद्ध हुई। इस चाय का स्टॉल पिछले 50 वर्षो से जमा मस्जिद की गलियों में मोहम्मद आम मुगलई लगाते आ रहे हैं। इस चाय की खास बात यह है कि इसमें उपयोग करने वाली सभी सामग्री को अलग अलग बनाकर फिर उसे एक साथ मिलाकर तब चाय बनाई जाती है।
तंदूरी चाय
तंदूरी चाय के नाम से ही आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह कितना स्वादिष्ट होगी! इसे बनाने के लिए सबसे पहले कुल्हड़ या मिट्टी के बर्तन को तंदूर में गर्म किया जाता है। इसके बाद इसमें कम पकी हुई चाय डाली जाती है। गर्म मिट्टी के बर्तन में चाय ऊपर तक उबल जाता है, जिसकी वजह से चाय की टेस्ट सौंधी लगती है।- know about some different tea varieties
बटर चाय
बटर चाय को बुलेटप्रूफ भी कहा जाता है क्योंकि इसमें बटर का इस्तेमाल किया जाता है। इसे तिब्बत से लाई गई ख़ास चाय की पत्तियों से बनाया जाता है। इसे दूध, नमक और चाय पत्ती को मिक्स करके उबाला जाता है और जब चाय पूरी तरह तैयार हो जाती है, तब उसमे बटर डाल दिया जाता है, जो इसमें चार चांद लगा देते हैं। यह चाय सबसे ज्यादा सिक्किम और लद्दाख में प्रसिद्ध है। यहां इसमें याक के बटर इस्तेमाल किया जाता है।- know about some different tea varieties
कांगड़ा चाय
कांगड़ा चाय की सौंधी महक और स्वाद लोगों को अपना दीवाना बना लेती है। यह चाय हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में उत्पन्न हुई है और इसे भारत के स्वादिष्ट चायों में से एक माना जाता है।
रोंगा साह चाय
रोंगा साह चाय सबसे ज्यादा असम में प्रसिद्ध है। इस चाय का कॉलर लाल होता है और इसे बनाने के लिए दूध की आवश्यकता नहीं पड़ती है।- know about some different tea varieties
कश्मीरी कहवा
कश्मीरी कहवा चाय को बनाने के लिए ग्रीन टी के साथ बादाम, दालचीनी, केसर और गुलाब के पत्तियों का उपयोग किया जाता है, जिससे यह काफी टेस्टी लगता है। इतना ही नहीं इस चाय के सेवन से सर्दी भी दूर होती है।
गावती चाह
गावती चाय को बनाने के लिए लेमनग्रास का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे इसका स्वाद और भी बेहतरीन हो जाता है।
चाय के शौकीन व्यक्ति को एक बार इन चायों की चुस्कियां जरूर लेनी चाहिए। – know about some different tea varieties
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