ये निश्चित है कि अगर आप किसी कार्य की शुरुआत करें तो आपको विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। जो लोग इससे लड़कर सफलता हासिल करते हैं वह मुकदर का सिकन्दर कहलाते हैं और वहीं जो डर जाते हैं वह असफल हो जाते हैं। इसके साथ ही किसी क्षेत्र में आपको सफलता हासिल करने के लिए आपको अपने पथ पर अडिग रहना पड़ता है और रास्ते में आए बाधाओं को चीरते हुए आगे बढ़ना पड़ता है।
आज की हमारी यह कहानी एक ऐसी महिला की है जिन्होंने अपने जीवन में आए विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए सफलता का एक ऐसी उदाहरण पेश किया कि आज अन्य लोग उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कुछ रुपए से अपने बिजनेस की शुरुआत की और आज उनका वार्षिक टर्नओवर 60 लाख रुपए है। -Meet Bhopal’s Umang Shridhar who made his own identity with KhaDiji
आज 21वीं सदी की महिलाएं हर क्षेत्र में अपना बर्चस्व कायम किए हुए हैं। वह पुरुषों के साथ कदम-से-कदम मिलाकर आगे बढ़ रही हैं और अन्य महिलाओं को इसके लिए जागरूक भी कर रही हैं। ऐसा नहीं है कि महिलाएं सिर्फ घर, खेती, गार्डेनिंग या फिर जल सेना, थल सेना और वायु सेना में योगदान दे रही हैं बल्कि नौकरी के क्षेत्र के अलावा वह बिजनेस के क्षेत्र में भी अपने सफलता का झंडा लहरा रहीं हैं। बिजनेस के क्षेत्र में पहचान बनाने वाली महिलाओं में से एक हैं उमंग श्रीधर (Umang Shridhar)। -Meet Bhopal’s Umang Shridhar who made his own identity with KhaDiji
उमंग श्रीधर (Umang Shreedhar)
अगर आप खादी के कपड़ो को पहनने का शौक रखते हैं तो आप उमंग खादीजी ब्रांड (Umang Khadi ji Bhopal) के विषय में जानते होंगे। दरअसल उमंग श्रीधर ही इस संस्था की संस्थापक हैं और उन्होंने इसे बड़े लेवल पर लाने के लिए काफी मेहनत किया है। उमंग श्रीधर (Umang Shridhar) भोपाल से नाता रखती हैं। उन्होंने अपने आप को लोगों के सामने ऐसा पेश किया कि लोग अपने घरों में अपने बच्चियों के लिए उदाहरण देते हैं कि बनना है तो उमंग की तरह बनो। छोटे गांव में रहकर जो उमंग ने सफलता हासिल की वह तुम भी करो। -Meet Bhopal’s Umang Shridhar who made his own identity with KhaDiji
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30 हज़ार से किया शुरुआत
आज श्रीधर एक जानीमानी हस्ती हैं और किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। उनका नाम फोर्ब्स की लिस्ट में भी शामिल है। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि उन्होंने अपने कार्य की शुरूआत कुछ ही रुपए यानी 30 हजार से की थी?? लेकिन आज वह लाखों की मालकिन बन चुकी हैं और साथ ही अन्य महिलाओं के लिए उदाहरण भी। आज वह बड़े-बड़े उद्योगपति बिड़ला ग्रुप तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ जुड़ी हैं। -Meet Bhopal’s Umang Shridhar who made his own identity with KhaDiji
वार्षिक टर्नओवर 60 लाख रुपए
आज उनकी कम्पनी का वार्षिक टर्नओवर 60 लाख रुपए है। उनकी इस कम्पनी का नाम 2 शब्दों से बना है “खादी” एवं “जी” (उमंग खादीजी)। उनके द्वारा बनाए गए खादी के कपड़ों से हमारे देश के कई राज्य के बुनकर जैसे मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र तथा पश्चिम बंगाल को रोजगार मिल रहा है। आज उनके कपड़े वह रिटेलर्स, होलसेलर्स तथा डिजाइनर्स आदि उद्योग में सप्लाई हो रहें हैं। -Meet Bhopal’s Umang Shridhar who made his own identity with KhaDiji
मां से मिली प्रेरणा
उमंग का मुलपरांत किशनगंज है लेकिन गांव छोटा होने के कारण उन्होंने अपने सपने को कभी छोटा नहीं होने दिया और ऊंची उड़ान भरी। उन्होंने बड़ी सफलता हासिल करना और बड़ा नाम कमाकर अपनी अलग पहचान बनाने की प्रेरणा अपनी मां से ली है। अपने गृहस्थ जीवन को सम्भालते हुए उनकी जनपद अध्यक्ष के तौर पर कार्य कर चुकी हैं। -Meet Bhopal’s Umang Shridhar who made his own identity with KhaDiji
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दिया है महिलाओं को रोजगार
आगे उनका उद्देश्य है कि वह अपने व्यवसाय को विदेशों में भी फैलाएं ताकि वह नेशनल तथा इंटरनेशनल लेवल पर भी अपनी सफलता का ध्वज लहरा सकें। उनका प्रोडक्ट सोयाबीन तथा बांस व वेस्ट सामग्रियों से बनता है जिस कारण वह ईको फ्रेंडली होता है। उनके यहां सिर्फ पुरूष ही नहीं बल्कि महिलाएं भी कार्य करती हैं। उनकी कम्पनी ने लगभग 50 महिलाओं को रोजगार से जोड़ा है। कोरोना काल में भी उन्होंने लाखों मास्क वितरण द्वारा किया था। -Meet Umang Shridhar who made his own identity with KhaDiji
बिजनेस के क्षेत्र में सफलता हासिल कर अलग पहचान बनाने और महिलाओं को रोजगार देकर उनकी आजीविका चलाने के लिए The Logically उमंग श्रीधर (Umang Shridhar) की सराहना करता है। –Meet Bhopal’s Umang Shridhar who made his own identity with KhaDiji