मैं अक्सर लोगों से कहता रहता हूं कि यह कोई लकड़ी का सामान नहीं है, बल्कि यह एक आर्ट है जो मेरे दिल के बहुत करीब है: मधुर शर्मा
भारत विविधताओं का देश है, यहां विभिन्न तरह के वर्क आर्ट देखने को मिलते हैं जिसे आर्टिस्ट अपनी दूरदर्शिता और कठिन परिश्रम के तालमेल से एक नया रूप देते हैं। केवल कागज और कलम द्वारा बनाये चित्र ही आर्ट की श्रेणी में नहीं आते बल्कि, लकड़ी शीशा या अन्य वस्तुओं से किए गए कारीगरी को भी आर्ट की श्रेणी में रखा जा सकता है।

नोएडा के Apeejay institute of technology, School of architecture and planning Gr. Noida कॉलेज के छात्र मधुर शर्मा ने लकड़ी से कुछ ऐसा ही आर्ट बनाया है जो आज खास चर्चा में है और इसके लिए इन्हें कई तरह के अवार्ड भी मिल चुके हैं। मधुर शर्मा ने एक ऐसा फर्नीचर डिजाइन किया है जो 14 तरह के शेप में बदल सकता है।
कौन हैं मधुर शर्मा

मधुर शर्मा(Madhur Sharma) उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर ज़िले के रहने वाले हैं। एक मध्यमवर्गीय परिवार से सम्बद्ध रखने वाले मधुर शर्मा अभी नोएडा के Apeejay institute of technology, School of architecture and planning Gr. Noida कॉलेज से आर्किटेक्चर(Architecture) की पढ़ाई कर रहे हैं और साथ ही तरह-तरह के वर्कशॉप में हिस्सा लेते रहते हैं। मधुर शर्मा का विशेष झुकाव लकड़ियों से बने फर्नीचर की तरफ है और वह हमेशा कोशिश करते रहते हैं की लकड़ी से कुछ ऐसा बनाया जाए जो लोगों के लिए आरामदायक किफायती और साथ मे खूबसूरत भी हो।

बनाये एक विशेष तरह का फर्नीचर
अपने Second Year की पढ़ाई करते समय मधुर शर्मा ने एक विशेष तरह के फर्नीचर को बनाने का काम शुरू किया और अपने कॉलेज के डाइरेक्टर प्रोफेसर विवेक सभ्रवाल की मदद से लगभग 4 महीनों के प्रयास के बाद एक अनोखे तरह के फर्नीचर को बनाने में सफल हुए। इस फर्नीचर की खास बात यह है कि इसे 14 अलग-अलग आकारों में बदला जा सकता है। अगर साधारण तौर पर समझा जाए तो इस फर्नीचर से कुर्सी, टेबल, टी टेबल जैसे अनेकों रूप में बदला जा सकता है।

कैसे आया ख्याल
The Logically से बात करते समय मधुर शर्मा(Madhur Sharma) ने बताया कि बड़े-बड़े शहरों में लोगों के पास पैसे होते हैं लेकिन अलग-अलग फर्नीचर्स रखने के लिए उनके घर/फ्लैट में जगह की कमी होती है। वह लोग इस फर्नीचर का इस्तेमाल अपने छोटे से जगह में भी कर सकते हैं और जरूरत के हिसाब से इसे किसी भी रूप में बदल सकते हैं।

किफायती होने के साथ ही पर्यावरण के लिए भी बेहतर
The Logically से बात करते समय मधुर शर्मा बताते हैं कि, इस फर्नीचर को बनाने में मात्र 1Cubic Feet लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है जो एक सामान्य कुर्सी बनाने में खर्च होता है। इस हिसाब से लगभग 13 फर्नीचर में लगने वाले लकड़ियों को बचाया जा सकता है,जिसे जंगलों से फर्नीचर के नाम पर होने वाली कटाई को भी बहुत हद तक कम किया जा सकता है। इसके साथ ही केवल एक फर्नीचर खरीदने से ग्राहकों को किफायती दर पर 14 फर्नीचर के उपयोग जितना फायदा मिल सकता है।

किफायती और पर्यावरण के फायदे के साथ ही यह फर्नीचर साइंटिफिक तौर पर Human Body के लिए भी काफी आरामदायक है! हमारे शारीरिक के संरचना के हिसाब से यह अपना आकार बड़ी आसानी से बदल सकता है।

पिछले 2 वर्षों में मधुर शर्मा इस तरह के अनेकों फर्नीचर बेच चुके हैं और अभी भी अनेकों लोग इनसे संपर्क कर फर्नीचर की डिमांड करते हैं।
भविष्य में अपनी हुनर और कलाकारी को जीवंत रखने के लिए मधुर शर्मा ऐसे अनेकों फर्नीचर बनाने पर विचार कर रहे हैं जिससे आम आदमी को किफायती दर पर उपलब्ध कराया जाएगा।

The Logically मधुर शर्मा के इस अनोखे प्रयास की सराहना करता है और साथ ही इन्हें भविष्य के लिए ढेरों शुभकामनाएं देता है।
आप मधुर शर्मा से इस यहां मेल के जड़िये जुड़ सकते हैं ! madhursharma4599@gmail.com
