हम अपने दैनिक जीवन मे बहुत चीज़ों का उपयोग करते है। उनका उपयोग करने के बाद जो हिस्सा (कचरा) बच जाता है उसे हम फेंक देते है। मनुष्य पहले से ही अपने स्वभाव से बहुत ही लापरवाह होते थे। साधारण सी बात है कि हम लोगों के यहां लोग कचरे से निपटने के लिए उसे नदी नहर तथा समुद्रों में नाले के द्वारा फेंक देते हैं या बहा देते हैं। ऐसी हरकत तो हमारी ओछी मानसिकता है ही, लेकिन ऐसे करने वाले लोगों को यह पता नहीं है कि यह स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होते हैं। हमें कचरे से निपटने के लिए बुनियादी साधनों का उपयोग करना चाहिए, जैसे -डंप करना, जलाना, पुनर्चक्रण या कम से कम कटरा करना। आज हम ऑस्ट्रेलिया (Australia) के सकारात्मक पहल तथा समुद्र के बर्बादी के कारण के बारे में बात करेंगे, कि आखिर क्यों समुद्र दूषित हो रहे है, इसका कारण क्या है तथा इसके बचाव कैसे करे।
प्लास्टिक व अन्य कचरे से बर्बाद हो रहे हैं दुनियाभर के समुंद्र
भारत के साथ ही साथ दुनिया के लगभग सभी देश कचरा पैदा करने की शर्मनाक क्षमता रखता है और इसमें से लगभग आधा प्लास्टिक का कूड़ा ठीक से इकट्ठा भी नहीं हो पाता है। इसके परिणामस्वरूप हमारी नदियां, पर्यावरण और परिस्थितिकीय तंत्र दिनों दिन गंभीर रूप से विषाक्त होता जा रहा है। यह एक वैश्विक समस्या है। ‘संयुक्त राष्ट्र’ के आंकड़ें इसकी विभिषिका को बयान करते हैं। आज संपूर्ण विश्व प्रतिवर्ष दस खरब प्लास्टिक बैग इस्तेमाल कर बाहर फेंक देता है, इसका अर्थ हुआ दस लाख प्लास्टिक बैग प्रत्येक मिनट प्रयोग कर कचरे के रूप में फेंक दिए जाते हैं। स्पष्ट है कि इसका अधिकांश हिस्सा न तो रि-साइकिल ही होता है और न ही किसी अन्य रूप से इकट्ठा कर प्रयोग ही किया जा सकता है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह सारे कचरे नाले के द्वारा नदियों तथा नहरों में मिला दिया जाता है और इसके बाद नदियों तथा नाले के सहायता से ये प्लास्टिक रहित कचरे समुद्र तक पहुंच जाते हैं। जिससे समुद्र दूषित हो जाता है और साथ ही साथ हम लोग का पर्यावरण भी दूषित होता है। एक रिपोर्ट के अनुसार विश्व में प्रत्येक वर्ष 5.6 खरब सिगरेट पिए जाते हैं जिसमें से उसमें से बचे कचरे के रूप में 4•6 खरब सिगरेट प्रत्येक वर्ष नदियों तथा समुद्रों में बह जाते हैं। समुद्र तथा नदियों में मिले प्लास्टिक तथा सिगरेट के टुकड़ों से पर्यावरण बहुत ज्यादा दूषित होता है तथा उससे मनुष्य पर प्रत्यक्ष रुप से हानि होने की सत्त प्रतिशत संभावना होती है। ऐसे कचरो को नदियों तथा आलो के द्वारा समुंदर में जाने से बचाने के लिए अमेरिका के एक छोटे से शहर में एक ऐसी व्यवस्था की गई है जिसमें यह सारे कचरे समुंदर में जाने से पहले छान लिए जाते हैं तथा उसे समुंदर में जाने से रोक दिया जाता है।
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आस्ट्रेलिया के एक छोटे से शहर में किया गया कचरा को समुद्र में जाने से रोकने का सकारात्मक पहल
जी हां, हम बात कर रहे हैं आस्ट्रेलिया की एक छोटे से शहर क्विनाना (Kwinana) कि जहां पर लगभग 39 लाख आबादी रहती है। इस शहर में दो बड़े नाले बने हुए हैं जिसकी सहायता से कचरे के पानी शहरों से निकलकर समुन्द् तक पहुंचाया जाता था। अक्सर ऐसा होता था कि कचरे वाली पानी के साथ-साथ शहर से काफी प्लास्टिक तथा सिगरेट के टुकडे जैसे कचरे नाले के सहायता से समुद्र तक पहुंच जाते थे। जिस कारण आजकल ऐसी स्थिति हो गई है कि समुंद्र भी इस कचरे से अपना अस्तित्व नष्ट करने के कागार पर है। इस समस्या के कारण वहां का लोकल प्रशासन इसका उपाय ढूंढने लगा, कुछ समय बाद प्रशासन को एक उपाय सूझा और उनलोगो ने वर्ष 2018 में नालों पर जाम लगाकर उसमें जालीदार जाल लगाएं, जिससे 3 महीना बाद एक सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला और उस में पाया गया है कि केवल 3 महीनों में ही लगभग 370 किलो कचरे उस जाम में फंसे हुए थे जिन्हें निकालकर समुद्र में जाने से रोका गया। जाल में फंसे हुए कचरे में खाने पीने वाले सीसी बोतल और प्लास्टिक के कचरे थे। क्विनाना शहर का यह विचार लोगों को बहुत पसंद आया और लोग अब यह सोचने को मजबूर हैं कि अगर एक छोटे से शहर में 3 महीने में 370 किलो कचरा समुद्र में जाने से रोका जा सकता है, तो इसके लिए एक सकारात्मक प्रयास करके पूरी दुनिया में ऐसे करने से दुनिया भर के महासागरों को सुरक्षित और दूषित होने से बचाना चाहिए।
आसान तथा कारगर उपाय देखकर पूरा विश्व अचंभित है
क्विनाना शहर (Kwinana) के प्रशासन द्वारा नालों के मुंह पर जाम लगाकर उसके जाल में कचरे फंसने तथा कचरे को समुद्र में जाने से पहले ही रोकने वाली टेक्निक पूरे विश्व को पसंद आई। पूरा विश्व इतने सस्ते तथा सुगम व्यवस्था को देखकर आश्चर्यचकित है। सबसे खास बात यह है कि क्विनाना शहर के नालो में जाल में फंसाए गए कचरे को पुनः रीसाइक्लिंग करने सहित 20 हजार डॉलर लागत खर्च लगते हैं। इस सराहनीय कार्य के लिए क्विनाना शहर के प्रशासन को पूरे विश्व द्वारा बहुत प्रशंसा मिल रही हैं तथा क्विनाना शहर के प्रशासन द्वारा एक फेसबुक पोस्ट में किए गए पोस्ट में 25 मिलियन से भी ज्यादा लाइक मिले हैं। अगर सही नजरों से देखा जाए तो कचरा प्रबंधन के संदर्भ में क्विनाना शहर के प्रशासन द्वारा किया गया यह कार्य बहुत ही काबिले तारीफ है और यह पूरी दुनिया के लिए एक प्रेरणा है कि हम अपने आसपास की नदियों नालो के साथ-साथ समुद्र को कैसे साफ रख सकते हैं।