देश की सुरक्षा के लिए अनेकों जवान अपने प्राणों की बली दे देते हैं। हम सभी के मन में देश पर मर-मिटने वाले इन जवानों के प्रति हमेशा सम्मान की भावना रहती है जिनकी वजह से हम अपने घरों में सुरक्षित हैं उनके लिए हम कुछ नहीं कर पाते हैं।
इसी संदर्भ में आज की यह कहानी एक ऐसे शख्स की है जो अपने मन में देश के लिए शहीद जवानों हेतु सम्मान की गहरी भावना लेकर उनके आंगन की मिट्टी को इकट्ठा करते हैं और फिर उससे उनका स्मारक बनाते हैं। वे इसी उद्देश्य से देश भर की यात्रा पर निकले हैं। आईए जानते हैं देशभक्ति की इस अनूठी कहानी को…
उमेश गोपीनाथ जाधव (Umesh Gopinath Jadhaw) बेंगलुरु (Bangalore) निवासी है। वह शहीद जवानों के प्रति मन में सम्मान की भावना लिए उनके घर पहुंचकर उनके आंगन की मिट्टी को एकत्रित करने और फिर उससे उनका समारक बनाने के ऊद्देश्य से पूरे देश की यात्रा पर निकले हैं। कुछ दिनों पहले शहर के भाटि सर्किल पर शहरवासियों द्वारा उनका स्वागत किया गया।
उमेश गोपीनाथ ने बताया कि वह बेंगलुरु में एक म्यूजिकल स्कूल (Musical School) चलाते हैं। वे 9 अप्रैल 2019 को अपनी निजी कार से देश के 28 राज्यों (States) तथा 9 केन्द्रशासित प्रदेश (Union Territories) की यात्रा पर निकले है लेकिन कोरोना की वजह से उन्हें यह यात्रा 15 मार्च तक पूरी करनी है। उन्होंने बताया कि इस यात्रा के दौरान उन्हें 1 लाख 20 हजार किलोमीटर का सफर तय करना है। अभी तक वह 73 हजार किलोमीटर की यात्रा तय कर चुके हैं। उमेश गोपीनाथ इस यात्रा के दौरान 106 शहीद हुए जवानों के परिवार से मिलकर उनके आंगन की मिट्टी को इकट्ठा किया।
यह भी पढ़ें :- अपने फसल को म्यूजिक थेरेपी दे रहा है यह किसान, पेड़ पौधों के साथ ही जानवरों को भी म्यूजिक सुनाता है
उमेश गोपीनाथ ने बताया कि वह जोधपुर के मेजर शैतान सिंह, अब्दुल हमीद समेत 6 और शहीद जवानों के परिवार से मिले तथा उनके घर की मिट्टी को एकत्रित किया। उन्होंने बताया कि देश भर के शहीदों के सम्मान में उनके स्मारक तथा घर के आंगन से ली गई मिट्टी से श्रीनगर में देश का ऐतिहासिक नक्शे का निर्माण किया जाएगा।
The Logically उमेश गोपीनाथ जाधव द्वारा सेना के प्रति इस अनूठे सम्मान और उनके कार्य के लिए उनको नमन करता है।