कुछ ऐसी बातें होती है जो मन को बहुत तकलीफ देती है। अगर बात हमारे बुजुर्गों की हो तो वे अपने दैनिक दिनचर्या को पूरा करने के लिए ऐसे-ऐसे कार्य कर रहें हैं जो उन्हें नहीं करना चाहिए। आज की यह कहानी एक बुजुर्ग की है जो फुटपाथ पर बैठकर पौधे बेचतें थे। अगर धूप निकले तो वह छाता लगाकर अपना कार्य करतें रहतें थे।
बेंगलुरु के बाबा
सोशल मीडिया में बहुत ताकत है, यह हम फिलहाल बाबा का ढाबा वाले वीडियो से देख चुके हैं। किस तरह वह बाबा अपने ढाबा पर निराश बैठे थे और सोशल मीडिया की ताकत से उनके चेहरे पर खुशी आई। कुछ ऐसा ही मामला बेंगलुरु (Bengaluru) से देखने को आया है। बेंगलुरु में एक बुजुर्ग फुटपाथ पर पेड़-पौधे को बेचते हुए नजर आए हैं। यह देखकर बहुत ही बुरा लगता है, जब कोई वृद्ध व्यक्ति अपनी ज़िंदगी की गाड़ी चलाने के लिए इतनी मशक्कत करता है। तपती धूप भी उसे अपने कार्य को करने से नहीं रोक पाती। लेकिन इस सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें मदद मिली है जिससे उन्हें काफी राहत पहुंची है।
रणदीप हुड्डा ने मदद की अपील की
इनकी तस्वीर बेंगलुरु के ही किसी व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर साझा किया। इस तस्वीर को देखते हुए बहुत से लोग उनकी मदद के लिए सामने आए। हमारे सिनेमा जगत के एक्टर रणदीप हुड्डा (Randeep Hudda) ने उनकी इस तस्वीर को शेयर कर अपील किया कि उनकी मदद की जाए। उनके इस शेयर से उनकी मदद के कई व्यक्ति सामने आएं।
रणदीप हुड्डा ने लिखा कैप्शन
रणदीप हुड्डा ने फोटोस को साझा करते हुए लिखा, “हे बेंगलुरु, थोड़ा प्यार दिखाओ यह बुजुर्ग कनकपुरा रोड के सरक्की सिगनल पर वूलार फैक्ट्री के बाहर पौधें लिए बैठे हैं।” इन्हें यह उम्मीद थी कि जैसे लोग दिल्ली वाले बाबा की मदद कियें है, उसी तरह इनकी भी मदद जरूर करेंगे। इन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट कर इसमें इनका नाम लिखा, ” रेवना सिद्धप्पा” है जो कनकपुरा रोड पर पौधों को मात्र 10-30 रुपयें में बेचते हैं। अगर धूप भी निकले तो वह छाता पकड़े हुए अपना काम करते रहते हैं।
बहुत से लोगों ने की मदद
रणदीप हुड्डा ने इस फोटो से मदद की अपील की। इसके बाद बहुत से लोग उनकी मदद के लिए उनके पास गये। एक ट्विटर अकाउंट नामक “चेंजमेकर ऑफ कनकपुरा रोड” की तरफ से ट्विटर पर ऐसे तस्वीर शेयर किए गए और उसमें यह जानकारी दी गई कि इन बुजुर्गों को इनके बिक्री के लिए पौधे और छाते दिए गए हैं। इस पोस्ट में यह भी लिखा कि हम इनके लिए टेबल कुर्सी का इंतेजाम कर चुके हैं और आगे हम फंड इकट्ठा कर रहे हैं ताकि इनकी और मदद कर सके।
The Logically उन सभी लोगों को धन्यवाद करता है जो ऐसे ज़रूरतमंद लोगों की मदद कर रहें हैं। साथ ही अपने पाठकों से अनुरोध करता है कि अगर आपको अपने शहर में भी ऐसे ज़रूरतमंद लोग दिखें तो आप उनकी मदद ज़रूर करें।