अब तक हमने सिर्फ काले रंग के ही चमगादड़ देखे हैं। इनके रंगीन होने की कल्पना भी किसी ने नहीं की होगी लेकिन वैज्ञानिकों ने ऑरेंज कलर का चमगादड़ ढूंढ निकाला है। रात के अंधेरे में चमगादड़ की बस एक झलक ही काफी होती है, किसी भी इंसान के मन में डर पैदा करने के लिए। कोरोना वायरस महामारी से पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेने के लिए भी इन्हें ही जिम्मेदार माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि चीन में चमगादड़ से ही मनुष्यों में कोरोना वायरस आया है।
वैज्ञानिकों का ऐसा मानना है कि यह चमगादड़ की नई प्रजाति है। इनका रंग नारंगी है और ये फ्लफी भी है। साइंटिफिक जनरल अमेरिकन म्यूजियम नोविटेट्स में बुधवार को वैज्ञानिकों ने इस नई प्रजाति के चमगादड़ को लेकर अपनी स्टडी प्रकाशित कराई है। इस स्टडी के बाद इस नई प्रजाति के चमगादड़ को “म्योटिस निम्बाएनासिस” नाम दिया गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह चमगादड़ काले और नारंगी रंग में दिखते हैं। विनिफ्रेड फ्रीक जो बेट कजवेशन इंटरनेशनल के वैज्ञानिक है, उनका मानना है कि दुनिया में इस तरह के चमगादड़ की प्रजाति विलुप्त होने के कगार पर है। ऐसे में इस प्रजाति का मिलना सुखद समाचार है या नहीं.. कुछ कहा नहीं जा सकता। हालांकि चमगादड़ का फर नारंगी रंग का होता है और निचला हिस्सा काले रंग का होता है।
चमगादड़ की यह नई प्रजाति पश्चिम अफ्रीकी देश गिनी के वैज्ञानिक को गुफाओं के अंदर मौजूद सुरंगों में मिले हैं। इस नई प्रजाति के चमगादड़ों की खोज के लिए शोधकर्ताओं ने माइनिंग कंपनी की भी मदद ली थी। आमतौर पर हिप्पोसिडेरोस लोमोटेई नाम के चमगादड़ ही मिलते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि इन नारंगी काले रंग के चमगादड़ों का संरक्षण करनी जरूरी है क्योंकि ये विलुप्त होने की कगार पर है। टैक्सास के ऑस्टिन में एक गैर-लाभकारी संगठन बेट कंजर्वेशन इंटरनेशनल के डायरेक्टर जॉन फ्रैंड्स ने कहा है कि यह एक तरह से जीवन का लक्ष्य था लेकिन मैंने सोचा नहीं था कि कभी पूरा होगा। अपनी अपनी जगह पर सभी प्रजाति महत्वपूर्ण है। जैव विविधता के बारे में जानने और पढ़ने के लिए हम हमेशा तैयार रहते हैं और ऑरेंज रंग के चमगादड़ का मिलना वास्तव में कौतूहल का विषय है।
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वैज्ञानिकों का कहना है जंगल में जाकर इस तरह से नई प्रजाति ढूंढना एकदम नया है। हालांकि लेबीरेटरीज में कई नई प्रजातियां खोजी जा रही है।
नैन्सी सीमन्ट जो न्यूयॉर्क में अमेरिकन म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री से स्तनधारियों की क्यूरेटर है, उनका कहना है, “यह ऐसा है कि जैसे अनुभवी रिसर्च फील्ड में गए और उन्होंने वहां जाकर एक जानवर को पकड़ा और हाथ में ले लिया, यह ऐसी चीज है जिसकी हम पहचान नहीं कर सकते हैं।”
गिनी के निम्बा पहाड़ों पर रहती है – यह “मायोटिक निबेन्सस” नाम की नई प्रजाति है। यह चमगादड़ की एकदम नई प्रजाति है, ऐसा अभी कहा नहीं जा सकता। एक नर और एक मादा प्रजाति को भी पकड़ा गया है ताकि इन चमगादड़ों की सटीक जांच की जा सके। सीमन्स ने इस प्रजाति के नमूने की तुलना करने के लिए वॉशिंगटन डीसी में सिमथसोनियन नेशनल म्यूजियम की और लंदन में ब्रिटिश संग्रहालय की यात्रा की है।
यह नारंगी चमगादड़ अपने निकटतम रिश्तेदारों से बिल्कुल अलग है, ऐसा अनुवांशिक विश्लेषण से पता चला है। नई प्रजाति घोषित करने की दिशा में यह पहला कदम था। यह नई प्रजाति भी आम चमगादड़ की तरह ही दिखता है लेकिन अपने नारंगी रंग की वजह से काफी चर्चा में है।