Wednesday, December 13, 2023

वाराणसी में घूमना है तो इन 5 जगहों को देख लीजिए, इन जगहों की विशेष अनुभूति मन मोह लेंगी

उत्तर प्रदेश राज्य में गंगा नदी के किनारे बसा एक बेहद पुराना और खूबसूरत शहर है जिसे बनारस या काशी के नाम से जानते हैं। यह हिन्दुओं के लिए एक बहुत ही खास तीर्थ स्थलों में जाना जाता है, लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नही है कि यहाँ दूसरे धर्म के लोग नही जाते हैं। अगर आप कभी वाराणसी (Varanasi) गए हैं तो आपने ये चीज़ खुद देखी होगी कि यहां कई लोग मुक्ति और शुद्धिकरण के लिए भी आते हैं।

वाराणसी अपने कई विशाल मंदिरों के अलावा घाटों और अन्य कई लोकप्रिय स्थानों से हर साल यहां आने वाले लाखों लोगों को बेहद आकर्षित करता है। यह जगह न केवल भारतीयों को बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी काफी पसंद आती है। अगर आप भी इस जगह अपनी फैमिली के साथ जाने की प्लानिंग कर रहे हैं या अकेले जाने की सोच रहे हैं, तो इस लेख में बताई गई वाराणसी के इन जगहों को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल कर सकते है।

वाराणसी में अस्सी घाट (Assi Ghat- Places to visit in varanasi)

अस्सी घाट को वह स्थान माना जाता है जहां महान कवि तुलसीदास का निधन हुआ था। इस जगह का दक्षिणी घाट पर्यटकों के बीच सबसे लोकप्रिय है। रोजाना इस जगह को देखने के लिए हज़ारों की संख्या में पर्यटक एकत्रित होते हैं और त्योहारों में तो ये संख्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है। अस्सी घाट अपनी तमाम खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है, यहाँ एक पीपल के पेड़ के नीचे स्थापित बड़ा शिव लिंगम देखने लायक है। इस घाट का अत्यधिक महत्व धार्मिक अवधारणाओं से है और पुराणों में भी इसका उल्लेख किया गया है।

अस्सी घाट वाराणसी और स्थानीय लोगों का दिल है, साथ ही पर्यटक गंगा में सूर्यास्त और सूर्योदय के अद्भुत दृश्य का आनंद लेने के लिए वहां आते हैं। स्थानीय युवाओं के बीच शाम को समय बिताने के लिए घाट एक प्रसिद्ध स्थान रहा है। घाट की सुबह की आरती बेहद ही शानदार होती है, देखने के लिए वैसे आपको सुबह जल्दी उठना पड़ेगा।

अस्सी घाट पर आप पक्षियों का विचरण भी देख सकते हैं।

वाराणसी में रामनगर किला (Ramnagar Fort in Varanasi- Places to visit in varanasi)

तुलसी घाट से गंगा नदी के पार स्थित, यह उस समय बनारस के राजा बलवंत सिंह के आदेश पर 1750 ईस्वी में बलुआ पत्थर से बनाया गया था। 1971 में, सरकार द्वारा एक आधिकारिक राजा का पद समाप्त कर दिया गया था, लेकिन फिर भी पेलू भीरू सिंह को आमतौर पर वाराणसी के महाराजा के रूप में जाना जाता है। इसमें वेद व्यास मंदिर, राजा का निवास स्थान और क्षेत्रीय इतिहास को समर्पित एक संग्रहालय है।

यह भी पढ़ें :- जानिए देश को पहला Gold दिलाने वाले मुरलीकांत पेटकर की कहानी, अभिनव बिंद्रा और नीरज चोपड़ा इनके सामने कुछ भी नही

संकट मोचन हनुमान मंदिर (Sankat Mochan Hanuman Temple- Places to visit in varanasi)

संकट मोचन हनुमान मंदिर अस्सी नदी के किनारे स्थित है, इस मंदिर को 900 के दशक में स्वतंत्रता सेनानी पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा बनाया गया था। यह मंदिर भगवान राम और हनुमान को समर्पित है। वाराणसी हमेशा संकट मोचन मंदिर से जुड़ा हुआ है और इस पवित्र शहर का एक अनिवार्य हिस्सा है। वाराणसी आने वाला प्रत्येक व्यक्ति इस मंदिर में जाता है और हनुमान के दर्शन जरूर करता है। इस मंदिर में चढ़ाए जाने वाले लड्डू स्थानीय लोगों के बीच प्रसिद्ध है। संकट मोचन का दौरा करते समय उन बंदरों से सावधान रहें, हालांकि यह बन्दर किसी प्रकार का क्षति नही पहुंचाते हैं।

दशाश्वमेध घाट, वाराणसी (Dashashwamedh Ghat- Places to visit in Varanasi)

जैसा कि नाम से ही पता चलता है। ऐसी अवधारणा है कि, यह वह स्थान है जहां भगवान ब्रह्मा ने दशा अश्वमेध यज्ञ किया था। यह घाट एक धार्मिक स्थल है और यहां कई तरह के अनुष्ठान किए जाते हैं। यह घाट हर शाम आयोजित होने वाली गंगा आरती के लिए सबसे प्रसिद्ध है, और हर दिन सैकड़ों लोग इसे देखने आते हैं। गंगा आरती देखना एक ऐसा अनुभव है जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। आप चाहे वाराणसी अकेले आ रहे हैं या फैमिली के साथ जा रहे हैं, इस घाट का नजारा देखना बिल्कुल भी न भूलें।

काशी विश्वनाथ मंदिर

बनारस गए और काशी विश्वनाथ मंदिर नही गए तो वहाँ जाना पूर्ण नही माना जायेगा। यह मंदिर 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है और यहाँ हज़ारों वर्षों से स्थापित है। भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर की कुछ खास विशेषताएं भी हैं जिसके कारण यहाँ भक्तों की भीड़ लगी रहती है।

काशी विश्वनाथ मंदिर अब एक नए रूप में देखने को मिलेगा, इसका हाल ही में नवीनीकरण किया गया है जो और भी भव्य है।

इसके अलावा वाराणसी में मणिकर्णिका जैसी पवित्र भूमि भी है जहां अंतिम संस्कार का विशेष महत्व है। अगर बनारस जाने की सोच रहे हैं तो इन जगहों पर जरूर घूमने का प्लान कीजिये।