जब किसान अपने खेतों में फसलों की बुआई करते हैं तो वह सबसे पहले अपनी खेतों की मिट्टी का चयन करते हैं। उससे उन्हें यह पता चलता है कि हमारे खेतों में जो मिट्टी है वह किस फसल के लिए उचित है। आज हम आपको काली मिट्टी के बारे में बताएंगे कि आप काली मिट्टी में कौन-कौन सी फसल उपजा सकते हैं और उससे आपको अच्छा उत्पादन प्राप्त हो सकता है।
अपने फसलों के उत्पाद को बढ़ाने के लिए सबसे पहले मिट्टी का चयन करना अत्यंत आवश्यक है। अगर आप मिट्टी का चयन अच्छे से करते हैं तो आपके फसलों का उत्पादन काफी अच्छा होता है। अगर आप अपने खेतों में पौधे का अच्छा से विकास करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सबसे पहले मिट्टी का चयन करना पड़ेगा। हर फसल के लिए हर प्रकार की मिट्टी की आवश्यकता होती है। कौन सी फसल किस मिट्टी में अच्छी उपज दे सकती है। यह जानना काफी आवश्यक है। और अगर आप मिट्टी के प्रकार के बारे में जानना चाहते हैं। तो मिट्टी लगभग 5 प्रकार जैसे जलोढ़ मिट्टी, दोमट मिट्टी, काली मिट्टी, लाल मिट्टी और रेतीली मिट्टी होती है।
जैसा कि हमने आपको मिट्टियों के पांच प्रकार बताए उसमें से हम आपको काली मिट्टी के बारे में बताएंगे कि इस काली मिट्टी का उपयोग करने से इसकी क्या अहमियत होती है। यह काली मिट्टी किन फसलों के लिए सबसे ज्यादा उपयोगी मानी जाती है। अगर आप मिट्टी के चयन अनुसार पौधे को लगाएंगे तो आपको फसलों की पैदावार काफी अच्छी होगी।
आपको बता दें कि काली मिट्टी में बहुत सारे तत्व पाए जाते हैं। इस काली मिट्टी में मैग्नीशियम, एल्यूमिना, लोहा, चुना जैसे तत्व इस काली मिट्टी में पाए जाते हैं। इसलिए यह काली मिट्टी अपने फसल के उत्पादन के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इस काली मिट्टी का उपयोग पौधों की वृद्धि और अच्छी उपज के लिए किया जाता है। इसके साथ-साथ काली मिट्टी में अन्य मिट्टियों के अनुसार इसमें फॉस्फोरस, पोटाश और नाइट्रोजन की ज्यादा मात्रा नहीं होती है।
आईए जानते हैं कि किन-किन फसलों के लिए काली मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है:-
- कपास की फसल में काली मिट्टी का उपयोग अधिक मात्रा में किया जाता है। जिससे कपास की फसल का उत्पादन काफी अधिक होता है। काली मिट्टी से कपास की फसल का उत्पादन सबसे ज्यादा होने से इस काली मिट्टी को कपास मिट्टी भी कहते हैं।
- काली मिट्टी का उपयोग धान की फसलों के लिए भी किया जाता है। इसे धान की उपज अच्छी होती है।
- अगर आप बागवानी करते हैं तो बागवानी में भी काली मिट्टी का उपयोग किया जाता है। इसमें अमरुद, केला, आम और सपोटा जैसे इन सभी के लिए काली मिट्टी का उपयोग किया जाता है।
- दलहन की फसलों के लिए भी काली मिट्टी का उपयोग किया जाता है। जैसे चना, मसूर आदि दाल को उपजाने के लिए काली मिट्टी का उपयोग करते हैं।
- तिलहन के साथ-साथ हम और भी अन्य प्रकार के फसलों के लिए काली मिट्टी का उपयोग करते हैं। जैसे चावल, गेहूं, ज्वार, अलसी, सूरजमुखी, तंबाकू, गन्ना, मूंगफली, खट्टे फल और बाजरा जैसे के लिए हम काली मिट्टी का उपयोग करते हैं। इसके साथ-साथ हम सब्जियों को उपजाने में भी काली मिट्टी का उपयोग अधिक मात्रा में करते हैं।
अगर हम मिट्टी के अनुसार फसलों का चयन करें तो हमें अपने फसलों में पैदावार काफी अच्छी होगी और इससे हमें काफी लाभ भी होगा।